धूप की किरणें त्वचा पर टैनिंग (skin tanning) की समस्या को बढ़ाने लगती है। इससे स्किन टोन (skin tone) में बदलाव के अलावा सनर्बन (sunburn) समेत कई समस्याओं का खतरा बढ़ जाता है। चेहरे के अलावा हाथों, पैरों और गर्दन पर नज़र आने वाला टैनिंग (tan removing face mask) का प्रभाव दूर करने के लिए केमिकल युक्त डीटैन फेस मास्क (De-tan face mask) का उपयोग करने लगते है। बार बार केमिकल के इस्तेमाल से त्वचा का रूखापन बढ़ने लगता है। इससे स्किन टैक्सचर को नुकसान झेलना पड़ता है। जानते हैं ऐसा होममेड डीटैन फेस मास्क बनाने का तरीका, जो त्वचा को ज़िद्दी टैनिंग (De-tan face mask) से बचाने में मदद करती है।
इस बारे में ब्यूटी एक्सपर्ट भारती तनेजा बताती हैं कि स्किन टैनिंग को दूर करने के लिए होममेड डीटैन मास्क (De-tan homemade mask) कारगर साबित होता है। बेसन में स्किन लाइटनिंग प्रॉपर्टीज़ पाई जाती हैं, जिससे त्वचा को डीटैन (Tan removing face mask) करने में मदद मिलती है। इसमें हल्दी (Turmeric to remove skin tanning) को मिलाने से एंटीऑक्सीडेंटस की प्राप्ति होती है, जिससे त्वचा पर बढ़ने वाला ऑक्सीडेटिव तनाव (oxidative stress) कम हो जाता है और स्किन फ्री रेडिकल्स के प्रभाव से मुक्त हो जाती है।
वहीं चंदन पाउडर (sandalwood powder for skin) से स्किन को सूदिंग इफेक्ट की प्राप्ति होती है और स्किन एक्सफोलिएशन में मदद मिलती है। इस फेस मास्क को प्रयोग किया जाने वाला दही स्किन को मॉइश्चराइज़ रखने में मदद करता है। इसके अलावा टैनिंग और सनबर्न से होने वाली जलन व इचिंग से भी राहत मिल जाती है।
नेचुरल क्लींजर के रूप में बेसन का इस्तेमाल किया जाता है। इससे स्किन का रूखापन कम होने लगता है और त्वचा को डीप क्लीनिंग में मदद मिल जाती है। इसके अलावा स्किन व्लाटनिंग प्रॉपर्टीज़ से भरपूर बेसन स्किन पर मौजूद अतिरिक्त ऑयल की समस्या को दूर कर स्किन सेल्स को बूस्ट करने में मदद करता है।
हेल्दी बैक्टीरिया से भरपूर दही को चेहरे पर अप्लाई करने से डेड स्किन सेल्स की समस्या हल हो जाती है और त्वचा को सन बर्न से भी राहत मिलती है। इसमें मौजूद हाईड्रेटिंग गुण त्वचा की स्मूदनेस और स्किनटोन को बनाए रखते हैं। दही में पाया जाने वाला अल्फा हाइड्रॉक्सी एसिड त्वचा को एक्सफोलिएट करने में मदद करता है।
बरसों से त्वचा की खूबूसूरती को निखारने वाला चंदन पाउडर त्वचा को सनटैन से बचाता है। इसमें मौजूद कूलिंग प्रॉपर्टीज़ त्वचा पर बढ़ने वाली इचिंग और बर्निंग सेंसेशन को दूर करता है। इसे चेहरे पर लगाने से स्किन टोन में निखार आता है और पिगमेंटेशन को दूर किया जा सकता है।
हल्दी में पाई जाने वाली करक्यूमिन की मात्रा त्वचा पर ग्लो को बनाए रखती है। इससे त्वचा का निखार बना रहता है। इसके इस्तेमाल से त्वचा पर बनने वाले एक्ने और दाग धब्बों को कम किया जा सकता है। साथ ही त्वचा की असमान रंगत को भी निखारने में मदद मिलती है।