अचानक धूप में निकलना बन सकता है सन टैन का कारण, जानिए घर पर कैसे करना है इसका उपचार

अगर आपको मार्च की हल्की धूप सुहावनी लग रही है, तो शायद आप इससे होने वाले सन टैन के जोखिम को नहीं जानतीं। लगातार ठंडे मौसम के बाद जब आप अचानक धूप के संपर्क में आती हैं, तो इसका जोखिम और भी ज्यादा बढ़ जाता है।
tanning se kaise bache
टैनिंग हमारे शरीर की त्वचा को धूप से बचाने का तरीका है। चित्र : शटरस्टॉक
संध्या सिंह Published: 2 Mar 2023, 11:00 am IST
  • 145

गर्मियों का मौसम स्लीव लेस टॉप पहनने की आजादी तो लेकर आता है, लेकिन जो एक और चीज लाता है और जो हम में से किसी को भी पसंद नहीं है वह है सनटैन (suntan)। सनटैन बॉडी को काफी डल बना देता है जिसकी वजह से हमारी स्किन काफी बेजान दिखती है। विदेशों में टैन को काफी पसंद किया जाता है वो लोग बीच पर टैन होने के लिए घंटो बिताते है लेकिन भारत में टैन को पसंद नही किया जाता है।

टेनिंग क्या है (what is tanning)

टैनिंग हमारे शरीर की त्वचा को धूप से बचाने का तरीका है। जब हम सूरज के सीधे संपर्क में आते हैं तो सूरज की यूवी किरणें हमारी त्वचा को नुकसान पहुंचाती है। इसलिए, हमारी त्वचा को यूवी विकिरणों से बचाने के लिए, मेलेनिन (त्वचा को रंग देने के लिए जिम्मेदार) को हमारी त्वचा की कोशिकाओं की सतह पर स्थानांतरित किया जाता है ताकि कोशिकाओं को नुकसान से बचाया जा सके। इसलिए, जो जगह सीधे धूप के संपर्क में आती है उस जगह पर टैन हो जाता है।

janiye kya hai tanning
त्वचा के लिए हानिकारक है टैनिंग। चित्र-शटरस्टॉक.

जो जगह सूरज के सीधे संपर्क में नही आती है हम देखते है वो जगह सीधे धूप के संपर्क में नही आने वाली जगह से अलग दिखने लगती है। जैसे की जब हम अपनी आस्तीन उपर करते है और त्वचा के रंग में बदलाव देखते है। इसके लिए कुछ भी ऐसी चाजें लगाने लगते है जो टैन से छूटकारा देने का दावा करता है लेकिन इन उत्पादो के बारे में हमे पता नही होता है कि ये त्वाचा पर कैसे प्रभाव डालेगी। कोई उत्पाद औरगैनिक और प्राकृतिक होने का कितना भी दावा क्यों न करे लेकिन उत्पादों में शोल्फ लाइफ बढ़ाने के लिए उसमें रासायनिक पदार्थों को मिलाया जाता है।

ये भी पढ़ें- आपकी गट हेल्थ के लिए भी फायदेमंद है चाय, टी लवर्स को जानने चाहिए चाय के बारे में ये जरूरी फैक्ट्स

टैन को हटाने के लिए जानते है कुछ घरेलू उपाय

ऐसी कुछ चीजें है जो आपके घर में उपलब्ध होती है, इनका इस्तेमाल करके आप टैन को कम कर सकती है।

बेसम और हल्दी (Gram Flour and turmeric)

क्या आपको पता है कई महिलाएं फेस वॉश की जगह केवल बेसन का इस्तेमाल अपने फेस को साफ करने के लिए करती है। बेसन में एक्सफोलिएटींग प्रोपर्टी होती है जो सन टैन को हल्का करने में मदद करता है। इसमें हल्दी मिलाने से ये आपके चेहरे पर चमक लाता है और टेन को तेजी से ठीक करता है।

1 कप बेसन में 1 टीस्पून हल्दी मिलाएं और इसे पेस्ट में बदलने के लिए आपको दूध या पानी मिलाना है।

इस पेस्ट को अपने चेहरे और जहां आपको टैन है उस जगह पर लगा लें और छोड़ दें।

इस पेस्ट को अच्छी तरह से सूखने के बाद हल्के गर्म पानी से धोट लें।

शहद और पपीता (Honey and Papaya)

शहद में सूदिंग और स्किन को पोषण देने वाले गुण होते है। शहद के त्वचा पर लगाने से ये आपको रूखापन और इरिटेशन खत्म होती है। वहीं पपीते में ब्लीचिंग, एक्सफ़ोलीएटिंग, एंटीबैक्टीरियल,एंटी इंफ्लेमेटरी गुण, एंटा एजिंग और स्किन लाइटनिंग गुण होते है जो स्किन से टैन को खत्म करने में काफी मददगार होते है।

अपनी रुचि के विषय चुनें और फ़ीड कस्टमाइज़ करें

कस्टमाइज़ करें

एक कप पपीता लें और अच्छे से मैशर से मैश कर लें

इसमें एक टास्पून शहद डालें और दोनों को अच्छे से मिलाएं

इस पेस्ट को अपने टैन एरिया पर अच्छे से लगाएं और सूखने के लिए छोड़ दे

सूखने के बाद इसे हल्के गर्म पानी से धो लें आप रात भर में अपने टैन को कम होता हुआ देखेंगी।

ये भी पढ़ें- Heat Wave : शुरू होने वाली है हीट वेव्स, सरकार ने जारी की इससे निपटने की गाइडलाइन

multani mitti ke fayade
मुल्तानी मिट्टी आपके शरीर से टैनिंग की समस्या को कम करती है। चित्र : शटरस्टॉक

मुलतानी मिट्टी और एलोवेरा जेल ( Multani mitti and Aloe Vera)

एलोवेरा स्किन के शांत करता है और स्किन को हील करने में मदद करता है। एलोवेरा को सनबर्न या किसी रैश पर लगाने से आपकी स्किन को जल्दी से ठीक करता है। मुलतानी मिट्टी में एंटी इंफ्लेमेटरी गुण होते है जो स्किन से गंदगी, बैक्टीरिया को हटाते है, जो इंफेक्शन का कारण बन सकती है।

एक कटोरा लें उसमें 2 बड़े चम्मच मुलतानी मिट्टी के डाले और 2 बड़े चम्मच ताजा एलोवेरा जेल डालें

इन दोनों को एक ब्लेंडर में डालकर अच्छे से ब्लेंड कर लें और एक पेस्ट बना लें

इस पेस्ट को टैन्ड जगह पर लगाएं और 15 से 20 मिनट बाद हल्के गर्म पानी से धो लें

ये भी पढ़ें- कभी जल्दी, तो कभी देर से आते हैं पीरियड? तो दवा से पहले इन 3 योगासनों का करें अभ्यास

  • 145
लेखक के बारे में

दिल्ली यूनिवर्सिटी से जर्नलिज़्म ग्रेजुएट संध्या सिंह महिलाओं की सेहत, फिटनेस, ब्यूटी और जीवनशैली मुद्दों की अध्येता हैं। विभिन्न विशेषज्ञों और शोध संस्थानों से संपर्क कर वे  शोधपूर्ण-तथ्यात्मक सामग्री पाठकों के लिए मुहैया करवा रहीं हैं। संध्या बॉडी पॉजिटिविटी और महिला अधिकारों की समर्थक हैं। ...और पढ़ें

अगला लेख