चेहरे की त्वचा की देखरेख के लिए मॉइश्चराइज़र और फेसवॉश का नियमित इस्तेमाल करने के साथ त्वचा को फ्री रेडिकल्स से बचाने के लिए नेचुरल ऑयल बेहद कारगर साबित होते हैं। इससे त्वचा की रंगत के अलावा स्किन की इलास्टीसिटी भी मेंटेन रहती है। यूं तो बाज़ार में कई प्रकार के तेल उपलब्ध है। मगर इन्हीं नेचुरल ऑयल में से एक है मारूला ऑयल। जानते हैं औषधीय गुणों से भरपूर मारूला ऑयल (Marula oil for skin) किस प्रकार से करता है त्वचा की देखभाल।
मारुला के पेड़ पर पीले रंग के फल लगते हैं, जो मुख्य तौर पर साउथ अफ्रीका में पाया जाता है। इस पेड़ को स्क्लेरोकार्या बिरिया कहा जाता है। पहले इन पेड़ों की गिनती बेहद कम थी, मगर दिनों दिन इनकी तादाद बढ़ रही है। एनआईएच के अनुसार मारूला ऑयल (marula oil benefits) में अमीनो एसिड की उच्च मात्रा पाई जाती है। ये त्वचा, नाखूनों और बालों के लिए बेहद कारगर है। इस एसेंशियल ऑयल का टैक्सचर बेहद लाइट होता है और मॉइश्चराइजिंग गुण पाए जाते हैं।
असल में मारूला के पेड़ पर लगने वाले फल और उसमें से निकलने वाले सीड्स को मिलाकर तेल तैयार किया जाता है। इस तेल का इस्तेमाल ब्यूटी प्रोडक्टस में भी किया जाता है। इसकी थिन लेयर स्किन संबधी समस्याओं को दूर करने में मदद करती है। इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट ऑक्सीडेटिव तनाव कम कर देती है। जानते हैं इस बारे में आयुर्वेदिक एक्सपर्ट अनिल बंसल से कि मारूला तेल किस प्रकार से त्वचा के लिए है फायदेमंद।
इस असेंशियल ऑयल में अमीनो एसिड की उच्च मात्रा पाई जाती है। एलआर्जिनिन और ग्लूटामिक एसिड की मदद से स्किन पर दिखने वाली महीन रेखाएं कम होने लगती है। साथ ही त्वचा की लोच भी बरकरार रहती है। इसे चेहरे पर लगाने से त्वचा की नमी बरकरार रहती है।
इसमें मौजूद फैटी एसिड की मात्रा त्वचा के लचीलेपन को बनाए रखने के अलावा मॉइश्चर को स्किन लेयर्स में रिस्टोर करने में मदद करता है। मारूला ऑयल में पामिटिक, स्टीयरिक, ओलिक और मिरिस्टिक एसिड पाए जाते हैं। इससे त्वचा की स्मूदनेस और शाइन बरकरार रहती है।
मारूला ऑयल में मौजूद एंटीऑक्सीडेंटस की मात्रा त्वचा पर बढ़ने वाली ऑक्सीडेटिव तनाव को कम करने स्किन को ब्लैकहेड्स से मुक्त रखने में मदद करता है। इससे त्वचा पर दाग धब्बे कम होने लगते है और त्वचा के टैक्सचर में भी बदलाव दिखने लगता है।
इसे चेहरे पर लगाने से त्वचा को विटामिन ई की प्राप्ति होती है। इससे त्वचा पर फ्री रेडिकल्स का प्रभाव कम होने लगता है और स्किन हाइड्रेट रहती है। मारूला ऑयल में पाए जाने वाले फिनोलिक कंपाउड त्वचा को टैनिंग के प्रभाव से मुक्त रखते है। इससे त्वचा के रंग में निखार आने लगात है।
त्वचा को सन डैमेज से बचाने के लिए कुछ बूंद मारूला ऑयल में एलोवेरा जेल को मिलाएं और उसे 10 से 15 मिनठ तक चेहरे पर लगे रहने दें। इससे त्वचा पर मौजूद बैक्टीरिया को रिमूव करने के अलावा सन रैश से भी राहत मिलती है।
ओमेगा 3 फैटी एसिड से भरपूर बादाम के तेल में बराकर मात्रा में मारूला तेल को मिलाएं और चेहरे पर थिन लेयर अप्लाई करें। इससे त्वचा का रूखापन कम होने लगता है और स्किन मॉइश्चराइज़ रहती है। इसके अलावा मॉइश्चराइज़र में 2 से 3 बूंद मारूला ऑयल की मिलाकर लगाने से भी फायदा मिलता है।
चावल के आटे में मारूला ऑयल को मिला लें और आवश्यकतानुसार गुलाब जल डाले। इस पेस्ट को चेहरे पर लगाने के बाद स्किन को सूखने दें। 10 मिनट के बाद चेहरे को धो दें। इससे स्किन को डीप क्लीन करने में मदद मिलती है।
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कस्टमाइज़ करेंचेहरे की खूबसूरती को बनाए रखने और झुर्रियों से राहत पाने के लिए तेल की थिन लेयर को चेहरे पर लगाकर सो जाएं। इससे टिशू रिपेयर और स्किन सेल्स को बूस्ट करने में मदद मिलती है। नियमित तौर पर चेहरे पर लगाने से स्किन हेल्दी रहती है।