शुगरिंग और वैक्सिंग दोनों ही अनवांटेड हेयर रिमूव करने के दो अलग-अलग तरीके है, इसकी जानकारी तो आप सभी को होगी। इस भागदौड़ भरी जिंदगी में, पॉल्यूशन, डस्ट, टैनिंग, डेड स्किन सेल्स और अनवांटेड हेयर जैसी सभी समस्यायों के लिए वैक्सिंग एक अच्छा विकल्प है। पर कोई भी चीज हर एक पर काम नहीं करती। कुछ लड़कियों की तरह मुझे भी वैक्सिंग बहुत पेनफुल तकनीक लगती है। इसलिए अपने अनचाहे बालों से छुटकारा पाने के लिए मैंने होममेड शुगर वैक्स यूज करना शुरू किया। और समचुच इसने बहुत अच्छा काम किया। ये न केवल सस्ती और होममेड तकनीक है, बल्कि इसे यूज करने से दर्द भी कम होता है। आइए जानते हैं वैक्सिंग से कैसे बेहतर है शुगर वैक्स।
शुरूआत में मैंने पार्लर वाली वैक्सिंग और घर पर बने शुगर वैक्स दोनों को ट्राई किया। यदि मैं अपने एक्सपीरिएंस की बात करूं तो मुझे दोनों के रिजल्टस में काफी अंतर नज़र आएं। हेयर ग्रोथ से लेकर दर्द तक में फर्क दिखाई देगा। साथ ही यदि किसी को पार्लर वाले केमिकल और हॉट वैक्स से एलर्जी, इचिंग और रेडनेस जैसी समस्याएं होती हैं, तो आपके लिए सबसे अच्छा सुझाव है केमिकल फ्री होम मेड शुगर वैक्स। यदि आप स्टूडेंट है तो आपको कम खर्च में अच्छे परिणाम मिल सकते है। आज मैं आप सभी के साथ अपना अनुभव शेयर करूंगी। जिसमे शुगरिंग और वैक्सिंग के बीच का अंतर और घर पर बने शुगर वैक्स को इस्तेमाल करने का सही तरीका भी शामिल है।
शुगरिंग और वैक्सिंग दोनों ही अनवांटेड हेयर रिमूव करने के दो अलग-अलग तरीके हैं। शुगरिंग वैक्सिंग का एक प्रकृतिक विकल्प है। यदि आपको केमिकल्स वाले प्रोडक्ट्स से एलर्जी है, और आप केमिकल फ्री प्रोडक्ट्स का प्रयोग करती हैं, तो ऐसे में शुगरिंग आपके लिए एक अच्छा विकल्प रहेगा। शुगरिंग और वैक्सिंग को अप्लाई करने के अलग अलग तरीके होते है, इसलिए कुछ बातों का ध्यान रखना बहुत जरूरी है।
सबसे पहले यह ध्यान रहे कि वैक्सिंग को बालों के ग्रोथ की दिशा में लगाते है और फिर इसे उल्टी दिशा में उतार देते हैं। वहीं शुगरिंग को बालों के ग्रोथ की ओर नहीं, बल्कि उसकी उल्टी दिशा में लगाते है, और फिर इसे उसी दिशा से हटा दिया जाता है। यदि मैं अपने अनुभव की बात करूं तो वैक्सिंग की तुलना में शुगरिंग बहुत कम स्टिकी होती है। इसलिए इसके इस्तेमाल से रेडनेस और एलर्जी होने की संभावना नहीं रहती। साथ ही यह ठंडी होती है, तो जलने का भी डर नही रहता। यदि आपकी स्किन सेंसिटिव है, तो आपको वैक्सिंग की जगह शुगरिंग का इस्तेमाल करना चाहिए।
मेरे अनुभव के अनुसार यदि आपकी हेयर ग्रोथ बहुत ज्यादा है, तो वैक्सिंग का इस्तेमाल करें। क्योंकि शुगरिंग से हार्ड हेयर्स पूरी तरह रिमूव नहीं हो पाते। परन्तु वैक्सिंग की तुलना में शुगरिंग ज्यादा इफेक्टिव होती है। इसका परिणाम लंबे समय तक चलता है, और इससे हेयर ग्रोथ भी धीमी हो जाती है। शुगरिंग का इस्तेमाल अपने इंटिमेट एरियाज पर भी कर सकती हैं। क्योंकि कभी-कभी केमिकल युक्त वैक्सिंग का इस्तेमाल आपके इंटिमेट एरियाज में इन्फेक्शन का कारन बन जाता है।
पिसी हुई चीनी
पानी
नींबू का रस
शहद
स्टेप 1 – वैक्स की मात्रा अनुसार एक पैन लें और उसे मध्यम आंच पर गर्म होने दें।
स्टेप 2 – अब पैन में पिसी हुई चीनी, नींबू का रस और पानी डालकर अच्छी तरह मिलाएं। इस बात का ध्यान रखें कि पानी बहुत ज्यादा न डालें और साथ ही जितना पानी डाला है उसकी आधी मात्रा बराबर नींबू का रस डालें।
स्टेप 3 – अब गैस की आंच तेज कर दें और इसमें शहद डालें (चाहें तो इसे स्किप कर सकती हैं), फिर उबाल आने तक इसे अच्छी तरह चलाती रहें।
स्टेप 4 – जब मिक्सचर में बुलबुले आने लगें तो गैस की आंच मध्यम कर दें। और इसे गोल्डन ब्राउन होने तक हल्के हाथों से चालाती रहें। जब यह गाढ़ा हो जाएं तो गैस बंद कर दें।
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कस्टमाइज़ करेंस्टेप 5 – तैयार किये गए मिक्सचर को एक बाउल में निकाल लें। फिर इसे कम से कम 30 से 40 मिनट तक ठंडा होने दें। आमतौर पर सभी वैक्स बहुत ज्यादा गर्म होती है, परन्तु शुगर वैक्स को इस्तेमाल करने से पहले उसे ठंडा कर सकती हैं।
स्टेप 1 – सबसे पहले वैक्स को अपनी उंगलियों की मदद से निकालें, ध्यान रहे कि वैक्स हल्की गर्म हो, परंतु इतनी भी नहीं कि इसे हाथों से इस्तेमाल न किया जा सके।
स्टेप 2 – अब एक बार मे जितने वैक्स की जरूरत है, उतने को निकाल कर हथेलियों की मदद से गोल आकार बना लें।
स्टेप 3 – अब वैक्स को स्किन के छोटे से हिस्से पर लगाएं। ध्यान रहे कि इसे बालों के ग्रोथ की उल्टी दिशा में लगाना है। यदि आपकी हेयर ग्रोथ बहुत ज्यादा है तो शुगर वैक्स को 2 से 3 बार अप्लाई करना पड़ेगा।
स्टेप 4 – अपनी उंगलियों की मदद से वैक्स पर ग्रिप बनाए और हेयर ग्रोथ के उल्टे डायरेक्शन में झटके से खींचे। यदि आप चाहें, तो इसे बाल के ग्रोथ की उल्टी दिशा में रोल करते हुए भी निकल सकती है।
शहद और नींबू के गुणों से बना यह वैक्स आपकी स्किन को स्मूद और शाइनी बनाता है। बचे हुए वैक्स को पैक करके फ्रिज में रख लें। इसे 4 से 5 सप्ताह तक प्रयोग में ला सकती हैं। वहीं उचित परिणाम के लिए इस्तेमाल करने के पहले इसे दोबारा से गर्म करना न भूलें।
शुगरिंग के बाद स्किन केअर बहुत जरूरी है, क्योंकि सेंसिटिव स्किन्स पर एलर्जी और इन्फेक्शन होने की संभावना बनी रहती है। साथ ही शुगरिंग / वैक्सिंग के दौरान डेड सेल्स रिमूव हो जाते हैं, तो ऐसे में स्किन मॉइस्चराइज़ नहीं रहती। इसलिए रुखेपन से बचने के लिए सही देखभाल करना भी बहुत जरूरी है।
स्किन को मॉइस्चराइज़ करने के लिए नेचुरल ऑयल, बॉडी बटर या सिरम की मदद ले मसाग करें। ऐसा करने से स्किन हाइड्रेटेड रहती है, और मिनी हेयर्स भी बहुत ज्यादा नजर नही आतें।
शुगरिंग के तुरंत बाद स्किन को बार-बार न छुएं। डेड सी साल्ट को पानी में डुबो कर रख दें, फिर उसे हल्के हाथों से अपने स्किन पर लगाएं और 15 मिनट तक रखें। फिर अच्छी तरह धो लें। यह इन्फ्लामेशन और इचिंग जैसी समस्याओं की संभावना को कम कर देता है।
हल्के हल्के हाथों से स्क्रब करें, बहुत ज्यादा दबाव के साथ स्क्रबिंग न करें, क्योंकि पहले से ही वैक्सिंग डेड स्किन सेल्स को निकाल चुकी होती है। स्क्रबिंग इनग्रोन हेयर्स से बचाने में भी मददगार है।
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