उम्र बढ़ने पर बालों का सफेद होना आम बात है। 40-50 या उससे अधिक उम्र होने पर बाल सफेद होने लगते हैं। आजकल 20 साल की उम्र से ही बालों का सफेद होना शुरू हो जाता है। इसका बड़ा कारण है तनाव और व्यस्त जीवन शैली। बालों का सफेद होने के पीछे कई तरह के मिथ (Myths about grey hair) भी हैं। इसमें शैंपू का इस्तेमाल भी शामिल है। जी हां कुछ लोगों का मानना है कि शैंपू के इस्तेमाल (Shampoo causes grey hair) से भी बाल सफेद होने लगते हैं। अगर आप भी ऐसा सोचती हैं, तो इसका जवाब है- न, जी हां, ऐसा बिल्कुल नहीं होता। किसी भी तरह से शैंपू बालों के सफेद होने का कारण नहीं बनते हैं।
किसी भी परिणाम पर जाने से पहले हमें यह जानना चाहिए कि हमारे बालों को उनका प्राकृतिक रंग कैसे मिलता है। बालों के सफेद होने के पीछे के तत्व या कारण क्या हैं। मानव शरीर में लाखों बालों के फॉलिकल मेलेनिन नामक हेयर और पिगमेंट सेल का उत्पादन करते हैं। ये बालों को प्राकृतिक रंग प्रदान करते हैं, जो काले और भूरे से लेकर लाल और स्ट्रॉबेरी ब्लोन्ड कुछ भी हो सकता है।
हमारे जीन बालों के प्राकृतिक रंग और जिस तरह के मेलेनिन के साथ हम पैदा होते हैं, उसमें महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। यदि किसी कारण से मेलेनिन का उत्पादन बंद हो जाता है, तो आप पाएंगी कि आपके कुछ बाल पारदर्शी होने लगे हैं। मेलेनिन स्याही की तरह काम करता है। आपके बाल रिफिल की तरह होते हैं। अगर आपके बालों में स्याही लगना बंद हो गई है, तो आपके बाल भूरे या सफेद हो जाते हैं।
शैंपू हमारे स्कैल्प में गहराई तक प्रवेश नहीं कर सकता है। यह मेलेनिन को नष्ट करने के लिए बालों के रोम या कोशिकाओं को बाधित कर सकता है। शैंपू एक क्लीन्ज़र है, जिसका उपयोग बालों और स्कैल्प से गंदगी और प्रदूषण पार्टिकल को साफ करने के लिए किया जाता है।
मेलेनिन की कमी के अलावा, दूसरे और भी कारण हैं जिनकी वजह से बाल सफेद हो सकते हैं।
अत्यधिक तनाव, हाई बल्ड प्रेशर और चिंता के कारण कम उम्र में भी आपके बाल सफेद हो सकते हैं। बहुत अधिक तनाव बालों के सफेद होने सहित कई बीमारियों को जन्म देता है। ऐसी चीजें सीधे बालों की कोशिकाओं की कार्यक्षमता और मेलेनिन के उत्पादन को प्रभावित करती हैं।
स्वस्थ बालों के लिए प्रोटीन और विटामिन आवश्यक हैं। यदि आपका आहार स्वस्थ या पौष्टिक नहीं है, तो आपके बाल समय से पहले सफेद हो सकते हैं। भोजन में आयरन, बायोटिन और अन्य सप्लीमेंट्स का होना हमेशा जरूरी होता है, जो मेलेनिन के उत्पादन में मदद करते हैं।
धूम्रपान बालों के सफेद होने के लिए जिम्मेदार एक अन्य कारक है, क्योंकि यह आपके स्कैल्प सहित पूरे शरीर को प्रभावित करता है। कुछ अध्ययनों से पता चलता है कि जो लोग धूम्रपान करते हैं उनके बाल ऐसे लोगों की तुलना में जल्दी सफेद होते हैं, जो लोग 30 साल की उम्र तक धूम्रपान नहीं करते हैं। धूम्रपान से बाल जल्दी सफेद और चांदी के रंग जैसे चटक हो जाते हैं।
बालों के सफेद होने के लिए केमिकल युक्त रंग या उत्पाद भी जिम्मेदार होते हैं। कुछ हानिकारक रसायनों जैसे कि पैराबेन, हाइड्रोजन पेरोक्साइड, या अन्य अवयवों की उपलब्धता मेलेनिन को कम कर देती है। इसके ज्यादा उपयोग से बाल सफेद हो सकते हैं।
अपने बालों के प्रकार, बनावट और लक्ष्यों के अनुरूप एक विश्वसनीय शैंपू चुनना बेहद जरूरी है। विभिन्न प्रकार के स्कैल्प के लिए शैंपू के कई पेशेवर ब्रांड उपलब्ध हैं। जैसे डैंड्रफ या सूखे स्कैल्प, ऑयली स्कैल्प और संवेदनशील स्कैल्प के लिए अलग-अलग तरह के शैंपू होते हैं। बाजार में ऐसे बहुत कम ब्रांड हैं, जो पैराबेन और सल्फेट-मुक्त शैंपू बनाते हैं। कई कंपनी के प्रोडक्ट स्कैल्प को बिना नुकसान पहुंचाए बालों के विकास को बढ़ावा देते हैं।
हफ्ते में एक बार तेल मालिश बालों के स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद करती है। यह स्कैल्प में खून के परिसंचरण को बढ़ाती है।
बालों की जड़ों को आवश्यक पोषक तत्व प्रदान करती है।
सफ़ेद बालों को कम करने के लिए स्वस्थ आहार भी जरूरी है। प्रोटीन के साथ विटामिन सी और ई युक्त स्वस्थ और संतुलित आहार आपके बालों के स्वास्थ्य को स्वाभाविक रूप से बेहतर बनाने में मदद कर सकता है। यह सफेद होने की दर को भी धीमा कर सकता है।
आप चाहें तो ऑर्गेनिक हेड मसाज को भी आजमा सकती हैं। जो सफेद बालों को कम करने का काम करता है। इसमें सिर की मालिश के लिए नेचुरल तेल का उपयोग किया जाता है। नेचुरल तेल में उपलब्ध विटामिन ई सूखे बालों को पोषण और मॉइस्चराइज़ कर देता है। इससे बाल चमकदार और स्वस्थ होंगे।
प्रिकली पीअर (Prickly Pear) के बीज के तेल से तैयार तेल विटामिन ई, विटामिन एफ, अमीनो एसिड और एंटीऑक्सिडेंट जैसे फैटी एसिड से समृद्ध होता है। यह मेलेनिन और कोलेजन के उत्पादन में सुधार करता है। इस तेल में उपलब्ध अन्य प्रमुख तत्व ओमेगा –6 और ओमेगा –9 फैटी एसिड हैं। इसके पुनर्योजी गुण आपके बालों और स्कैल्प के स्वास्थ्य में सुधार करते हैं। सही डाइट और सही लाइफ स्टाइल बालों के सफेद होने को कम करने में मदद कर सकते हैं।
आप ऊपर बताए सुझावों के साथ आसानी से अपने बालों का ध्यान रख सकती हैं। याद रखें कि कभी-कभी बालों का सफेद होना हमारे जीन की देन हो सकती है। इसे केवल रोका या छिपाया जा सकता है, मिटाया नहीं जा सकता।
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