उम्र एक नंबर है, जो हर साल बढ़ता रहता है। यह कथन उन लोगों पर फिट बैठता है, जो अधिक उम्र होने पर भी युवा दिखते हैं। इसका मतलब है कि उनकी स्किन पर उम्र का कोई निशान नहीं दिख रहा। 35 वर्ष के बाद उम्र के निशान स्किन पर दिखने लगते हैं। यदि आप भी उम्र को एक नंबर की तरह लेना चाहती हैं। अपनी स्किन को जवां बनाये रखना चाहती हैं, तो आपको अपने वैनिटी केस में कुछ जरूरी ब्यूटी प्रोडक्ट्स (skin and hair care after 35 at home in hindi) रखने होंगे। ये सबसे जरूरी ब्यूटी प्रोडक्ट्स उम्र के संकेतों को नजर आने से पहले ही कंट्रोल कर लेंगे। इसके बारे में डर्मोलोजिका इंडिया की एजुकेशन हेड डॉ. हिना खान कुछ जरूरी टिप्स दे रही हैं।
डर्मेटो एन्डोक्रिनोलोजी जर्नल के शोध आलेख के अनुसार, स्किन एजिंग एक जटिल जैविक प्रक्रिया है। जो शरीर के अंदरूनी या आंतरिक और बाहरी कारकों के संयोजन से होती है। त्वचा की उम्र बढ़ना एक प्राकृतिक प्रक्रिया का हिस्सा है। समय के साथ विभिन्न अंगों, ऊतकों और कोशिकाओं में परिवर्तन होते रहते हैं।
आंतरिक अंगों पर उम्र बढ़ने के संकेत को हम खुली आंखों से नहीं देख पाते हैं। लेकिन गुजरते समय का स्किन पर प्रभाव सबसे पहले पहले दिख जाता है। स्किन को स्वस्थ रखने और वेल बीइंग के लिए स्किन को एजिंग से बचाना जरूरी होता है। इसलिए एंटी-एजिंग के तरीकों के विकास के लिए दुनिया भर में प्रयास किये जा रहे हैं। इसे गलत नहीं कहा जा सकता है।
डॉ. हिना बताती हैं, नाइट क्रीम प्रभावी स्किनकेयर प्रोडक्ट होती है। यदि आप एंटी एजिंग नाईट क्रीम लेती हैं, तो यह शक्तिशाली एंटी-एजर्स से भरी होती हैं। विटामिन ई वाली क्रीम स्किन के फाइन लाइन्स और झुर्रियों को दूर करने में मदद कर सकती है। यह दाग- धब्बों, ब्लैक स्पॉट को दूर करती है। लगातार प्रयोग से स्किन हाइड्रेटेड और यंग दिखती है।
विटामिन सी सीरम स्किन पिगमेंट मेलेनिन के असामान्य उत्पादन को रोकता है। स्किन को टोन करता है। यह यूवी किरणों के कारण हुए ब्लैक स्पॉट, सन स्पॉट, पिम्पल के निशान और हाइपरपिग्मेंटेशन को कम करता है। विटामिन सी सीरम को अपने वैनिटी केस में रखना कभी नहीं भूलें। क्योंकि यह आंखों के काले घेरे को भी कम करता है। यह झुर्रियों से बचाव कर कोलेजन प्रोडक्शन को बढ़ावा भी देता है।
डॉ. हिना बताती हैं, ‘सनबर्न और त्वचा कैंसर के लिए यूवीबी किरणें जिम्मेदार होती हैं। त्वचा के कैंसर के साथ-साथ त्वचा की उम्र बढ़ने के लिए भी जिम्मेदार होती हैं यूवीए किरणें ।
आपकी स्किन के लिए अनुकूल एसपीएफ वाला सनस्क्रीन यूवीबी और यूवीए दोनों तरह की किरणों से स्किन की रक्षा करने में मदद करता है।
मॉइश्चराइजर ड्राईनेस रोकता है। लेकिन ऑयली स्किन के लिए भी यह जरूरी है। यदि आप 35 पार कर रही हैं, तो मॉइश्चराइजर का प्रयोग रोज करना शुरू कर दें। यह हर तरह के मौसम के लिए जरूरी है। यह त्वचा को जरूरी नमी देता है और सन लाइट से सुरक्षा देता है। साथ ही यह एजिंग के लक्षण को कम करने में भी मदद करता है। आपकी स्किन यदि संवेदनशील है, तो जरूर लगायें मॉइश्चराइजर।
हेयर सीरम बालों की खोई चमक को लौटाता है। यह सूखे बालों को पोषण देने में मदद करता है। हेयर सीरम स्ट्रैंड्स को सॉफ्ट करता है। यह बालों की नमी को बचाता है। लेकिन हेयर सीरम का इस्तेमाल रोज नहीं करना चाहिए।
सीरम का इस्तेमाल सीमित रखें। यदि आपके बाल उलझे और बेहद रूखें हैं, तो हर दिन तेल आधारित सीरम का उपयोग कर सकती हैं।
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