क्या आपको भी अपनी त्वचा का रंग असमान लगता है। ऐसा त्वचा पर झाइयों (pigmentation) की वजह से होता है। पिगमेंटेशन या झाइयां त्वचा में मेलेनिन के स्तर के बढ़ने से होता है। मेलेनिन नामक तत्व मेलानोसाइट्स से बनता है। मेलानिन वह घटक है जो त्वचा की ऊपरी परत पर मौजूद रहता है।
पिगमेंटेशन (झाइयां) त्वचा में होने वाली एक प्रमुख समस्या है। पिगमेंटेशन (झाइयां) सामान्य रूप से सिर, गाल एवं आंखों के नीचे होती है। पिगमेंटेशन के कारण त्वचा का रंग सामान्य से हल्का या गहरा हो जाता है।
त्वचा पर झाइयों मेलास्मा के कारण होती हैं। जिसे प्रेग्नेंसी का मास्क भी कहा जाता है। मेलास्मा एक भूरे रंग का पैच है जो आमतौर पर गर्भावस्था के समय महिलाओं में दिखाई देता है। मेलास्मा चेहरे पर एकत्रित भूरे रंग के धब्बे जैसा दिखाई देता है। रंग का यह जमाव रंग को उत्पन्न करने वाली कोशिकाओं, मेलानोसाइट्स, द्वारा मेलेनिन के अति उत्पादन के फलस्वरूप होता है।
इसके अलावा आपको स्किन इंफेक्शन जैसे- मुंहासे, दाद, टिनिया वर्सिकलर (tinea versicolor), कैंडिडिआसिस (candidiasis) जैसी समस्याएं हो सकती हैं। साथ ही कई मेडिकल कंडीशन और हार्मोनल परिवर्तन के कारण भी आपको त्वचा पर झाइयां और काले धब्बे हो सकते हैं।
ज्यादातर मामलों में त्वचा की झाइयों से कोई नुकसान नहीं होता है। लेकिन कभी-कभी ऐसा होने का कारण कुछ मेडिकल कंडीशन भी हो सकती हैं। स्किन पिगमेंटेशन कई तरह की होती हैं। जैसे ऐज स्पॉट्स (age spots), सोलर लेंटिगिनोसिस (solar lentiginosis), मेलास्मा या क्लोमा, झाई और पोस्ट-इन्फ्लेमेटरी हाइपरपिग्मेंटेशन (post-inflammatory hyperpigmentation (PIH)।
हर 4 घंटे के बाद सनस्क्रीन लगाएं या फिजिकल सनस्क्रीन का इस्तेमाल करें क्योंकि यह लंबे समय तक सुरक्षा प्रदान करता है। यह त्वचा पर रंजकता या किसी भी प्रकार के काले धब्बे को रोकने और उपचार करने की दिशा में पहला और सबसे महत्वपूर्ण कदम है।
यह स्किन पिगमेंटेशन या स्किन पर किसी भी तरह के काले धब्बों को रोकने और उपचार करने की दिशा में पहला और सबसे महत्वपूर्ण कदम है।
अपने स्किनकेयर रूटीन के एक हिस्से के रूप में रोजाना एप्पल साइडर विनेगर का इस्तेमाल करें। इसमें पॉलीफेनोलिक यौगिक होते हैं जो पिगमेंटेशन को मैनेज करने के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं।
विटामिन-सी या ग्लूटाथिओन (glutathione) जैसे ओरल सप्लीमेंट लें। विटामिन-सी या ग्लूटाथियोन सूर्य की हानिकारक यूवी किरणों से त्वचा की रक्षा करता है। साथ ही त्वचा को अधिक लचीला बनाने में मदद करता है।
हमेशा ओटीसी उत्पादों (OTC products) का उपयोग करें जिनमें ग्लिसरीन, हयालुरोनिक एसिड और रेटिनोल जैसे मॉइस्चराइजिंग एजेंट शामिल हों। यह स्किन सेल्स को बढ़ाने में मदद करता है। साथ ही स्किन पिगमेंटेशन और काले धब्बों से राहत पाने में मदद करता है।
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कस्टमाइज़ करेंहमेशा ऐसे प्रोडक्ट्स की तलाश करें जिनमें अल्फा हाइड्रोक्सी एसिड (alpha hydroxy acid AHA) हो। क्योंकि यह पिगमेंटेशन को कम करने के लिए अच्छा है। उन उपचारों को लागू करें जिनमें विटामिन-सी, लीकोरिस रूट (licorice root) और कोजिक एसिड जैसे तत्व होते हैं।
जो टायरोसिनेस (tyrosinase) को रोककर हाइपरपिगमेंटेशनस (hyperpigmentation) को कम करने में मदद करता है। यह एक एंजाइम है जो त्वचा की रंगत को काला करने के लिए जिम्मेदार होता है। इसे मेलेनिन कहते हैं।
त्वचा पर काली चाय का पानी लगाएं। एक कॉटन बॉल लें और उसे काली चाय के पानी में भिगोएं। इसे दिन में कम से कम दो बार पिगमेंटेड त्वचा पर लगाएं।
पिगमेंट स्किन या स्पॉट पर रगड़ने से त्वचा पर सूजन हो सकती है। जिससे त्वचा और पैचिस का रंग अधिक गहरा हो सकता है। जितनी जल्दी आप स्किन पिगमेंटेशन का इलाज करते हैं, उतनी ही आसानी से यह ठीक भी हो जाएगा। भूरे रंग के धब्बे समय के साथ और भी गहरे हो सकते हैं। इसलिए, हमेशा इसका जल्द से जल्द इलाज करने की कोशिश करें।
हमेशा सॉफ्ट स्किनकेयर उत्पादों से चिपके रहें। जो स्किन पर जलन नहीं करते हैं। ऐसे प्रोडक्ट्स से बचें जो आपकी त्वचा पर जलन करते हैं। इससे मेलास्मा पैच खराब हो सकते हैं। मुंहासों से लड़ने के लिए मुंहासे की दवा का उपयोग करें। किसी भी अन्य आम त्वचा को गहरा करने वाले एजेंटों से बचाएं।
यदि ये टिप्स आपके लिए मददगार साबित नहीं होते हैं तो एक त्वचा विशेषज्ञ से परामर्श करें जो आपको इसके लिए सबसे अच्छा तरीका बताने में मदद करेगा।
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