हर व्यक्ति चाहता है कि उसकी स्किन साफ़-सुथरी हो। स्किन पर उम्र के निशान नहीं पड़ें। स्किन को युवा बनाए रखने के लिए कुछ विशेषज्ञ रेटिनॉल को स्किन पर अप्लाई करने की सलाह देते हैं। झुर्रियों और मुंहासे जैसी स्किन संबंधी समस्या से लड़ने में रेटिनॉल को प्रभावी माना जाता है। हमें स्किन पर इसे अप्लाई करने से पहले यह जानना होगा कि वास्तव में रेटिनॉल क्या है और यह स्किन पर कैसे काम करता (Retinol for skin) है? क्या यह रेटिनोइड्स से अलग है?
एमडी और डर्मेटोलोजिस्ट डॉ. कशिश कालरा बताते हैं, ‘रेटिनॉल विटामिन ए का घटक है, जो कोशिकाओं को पुनर्जीवित करने में मदद करता है।’
डॉ. कशिश कहते हैं, ‘रेटिनोइड्स रेटिनॉल के परिवार से ही संबंधित है। इसे पहली बार 1971 में मुंहासे, सोरायसिस, झुर्रियों और उम्र बढ़ने के लक्षणों और कुछ कैंसर के इलाज के रूप में भी प्रयोग किया गया था। हार्वर्ड हेल्थ पब्लिशिंग के अनुसार, सबसे पहले रेटिनोइड ट्रेटीनोइन टॉपिकल का उपयोग मुंहासे के इलाज के लिए किया जाता था। बाद में पाया गया कि यह कोशिका परिवर्तन को बढ़ावा देता है और स्किन पर पिगमेंटेशन के धब्बे मिटाता है।’
रेटिनॉल और रेटिनोइड्स दोनों स्किन एजिंग को कम कर सकते हैं। रेटिनोइड्स और रेटिनॉल्स दोनों विटामिन ए परिवार के सदस्य हैं, लेकिन दोनों की इंटेंसिटी अलग-अलग है। रेटिनॉल मूल रूप से रेटिनोइड का एक कमजोर रूप है। यही कारण है कि वे ओवर-द-काउंटर हैं। दूसरी ओर रेटिनोइड हाई कंसंट्रेशशन में उपलब्ध रहते हैं।
रेटिनॉल कोलेजन के टूटने को धीमा करता है और लोच बढ़ाता है। इससे स्किन मजबूत और कोमल दिखती है। यह स्किन की बनावट और रंगत को एकसमान बनाने में मदद कर सकता है। कुछ लोगों को इससे एलर्जी हो जाती है। इससे स्किन में जलन पैदा हो सकती है। इसलिए इसका इस्तेमाल विशेषज्ञ की सलाह पर करें।
रेटिनॉल पिम्पल्स और एक्ने को साफ़ करने में मदद करता है। यह जल्दी ठीक नहीं होता है। त्वचा में सुधार होने में कुछ सप्ताह या कुछ महीने लग सकते हैं। शुरुआत में रेटिनॉल का उपयोग करने पर पिम्पल्स ज्यादा भी हो सकते हैं।
यदि नियमित रूप से इसका उपयोग किया जाता है, तो पहले कुछ हफ्तों के भीतर स्किन की टोन, चिकनाई और ब्रेकआउट में सुधार दिखाई देता है। फाइन लाइन्स और छोटी-मोटी दिक्कत खत्म करने में कई हफ्तों से लेकर महीनों तक का समय लग सकता है। गहरी रेखाएं और हाइपरपिग्मेंटेशन खत्म होने में कई महीने लग सकते हैं।
त्वचा के खुरदरे धब्बों को खत्म करने के साथ-साथ एजिंग के निशान को भी खत्म कर सकता है रेटिनॉल। हालांकि झुर्रियों में सुधार दिखने में कम से कम 3-6 माह लग सकते हैं। कुछ मामलों में 12 महीने भी लग सकते हैं। इसके लिए नियमित उपयोग बेहद जरूरी है।
यदि कोलेजन से इसकी तुलना की जाए, तो यह स्किन की सबसे ऊपरी परतों में प्रवेश नहीं कर पाता है। यह हेल्दी स्किन को रीजुवेनेट नहीं कर सकता है। इसकी बजाय यह स्किन की दिखावट को निखारने के लिए स्किन की कोशिकाओं के बाहर काम करता है। रेटिनॉल कोलेजन से अधिक शक्तिशाली माना जा सकता है। यह लंबे समय में बेहतर परिणाम देता है। इसके कुछ साइड इफेक्ट्स भी हो सकते हैं।
रेटिनॉल स्किन में जलन पैदा कर सकता है। स्किन पर रेडनेस या खुजली का अनुभव हो सकता है। जैसे-जैसे स्किन उपचार की आदी हो जाती है, ये लक्षण दूर हो जाते हैं। इसलिए धीरे-धीरे शुरुआत करनी चाहिए। पैच परीक्षण के बाद कुछ दिनों का गैप देकर उपयोग किया जा सकता है। धीरे-धीरे इसे प्रति दिन एक या दो बार तक बढ़ाया जा सकता है।
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