बालों का टूटना, झड़ना और हेयर ग्रोथ में कमी वो आम समस्याएं जिससे हर दूसरा व्यक्ति जूझ रहा है। इन सब के अलावा बालों की असमान ग्रोथ भी चिंता का विषय बनने लगती है। अधिकतर लोग बालों की अनइवन ग्रोथ के चलते ट्रिमिंग और कैमिकल युक्त प्रोडक्टस का इस्तेमाल करने लगते हैं। इससे बालों में रूखे और बेजान होने लगते हैं। दरअसल, शरीर में पोषक तत्वों की कमी और वायुमंडल में मौजूद पाल्यूटेंट्स हेयरफॉल और बालों की असमान ग्रोथ का कारण बनते हैं। अगर आप भी ऐसी ही किसी समस्या का सामना कर रहीं हैं, तो जानते हैं कुछ ऐसी ही नेचुरल रेमिडीज़ जिनकी मदद से बालों की अनईवन ग्रोथ को नियमित किया जा सकता है (Home remedies for uneven hair growth)।
जीवाणुरोधी गुणों से समृद्ध नारियल तेल में कैल्शियम और मैग्नीशियम जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं। जो बालों के रोम को मज़बूत बनाकर ग्रोथ को बढ़ाते हैं। वहीं एंटी इंफ्लामेटरी गुणों से भरपूर करी पत्ता स्कैल्प संबधी समस्याओं को हल करके बालों को टूटने से बचाते हैं। इससे बालों की ग्रोथ सामान्य होने लगती है। इसके लिए एक कप नारियल के तेल में 8 से 10 करी पत्ते डालकर कुछ देर तक उबालें। जब तेल का रंग बदलने लगे, तो गैस बंद कर दें। सप्ताह में दो से तीन बार इससे बालों की चंपी करें।
मौसम बदलने के साथ हेयरफॉल और डैंड्रफ की परेशानी बढ़ने लगता है। ऐसे में हिबिस्कस यानि गुड़हल के फूलों में पाए जाने वाले फ्लेवोनोइड्स बालों को झड़ने से रोकते है। इसके अलावा ऑलिव ऑयल में पाए जाने वाले अमीनो एसिड डैंड्रफ को दूर करने में मदद करते हैं। इसके अलावा बालों में शाइन भी बरकरार रहती है। बालों में नमी को बरकरार रखने के लिए गुड़हल की पत्तियों को पीसकर ऑलिव ऑयल में मिलाएं और फिर कुछ देर पकने के लिए छोड़ दें। 10 से 15 मिनट के बाद तेल के गुनगुना होने के बाद बालों में मालिश करें। 30 मिनट के बाद बालों को माइल्ड शैम्पू की मदद से धोएं।
एंटीऑक्सीडेंटस से भरपूर ग्रीन टी से बालों को नई ताज़गी मिलती है। इससे मौसम के साथ बढ़ने वाला रूखापन कम होने लगता है और बाल शाइनी लगने लगते हैं। इसमें मौजूद एपिगैलोकैटेचिन गैलेट हेयर प्रॉबलम्स को सॉल्व करता है। इससे बालों का वॉल्यूम बढ़ता है और अनईवन ग्रोथ से राहत मिल जाती है। सेब के सिरके को ग्रीन टी में समान मात्रा में मिलाकर बालों में लगाएं और फिर बालों को 20 से 25 मिनट के बाद धोएं।
कच्चे दूध में केला और प्लेन ओटस को मिलाकर गाढ़ा पेस्ट बना लें और इसे बालों की जड़ों में लगाएं। इससे बालों में बढ़ने वाली रफनेस दूर होती है। इसमें मौजूद सैपोनिन बालों को मुलायम और टूटने से बचाता है। इसके अलावा इसमें पाया जाने वाला प्रोटीन बालों की मज़बूती को बढ़ाने लगता है। सप्ताह में दो बार इसका इस्तेमाल बालों की ग्रोथ को बूस्ट करता है।
सर्दी के मौसम में नहाने के लिए गुनगुने पानी का इस्तेमाल किया जाता है। मगर बालों के मॉइश्चर को बनाए रखने के लिए इसे माइल्ड शैम्पू लेकर ठण्डे पानी से ही धोएं। इससे ड्राईनेस की समस्रू बढ़ जाती है। इसके अलावा बालों के रोम भी कमज़ोर होने लगते हैं और इससे स्कैल्प पर खुजली की भी समस्या बढ़ जाती है।
जिस प्रकार त्वचा को हेल्दी और क्लीन बनाए रखने के लिए किसी और के टॉवल का प्रयोग नहीं करते हैं। ठीक उसी प्रकार से बालों को हेल्दी और जानदान बनाए रखने के लिए अपने अलग तौलिए का प्रयोग करें। अगर आप किसी अन्य व्यक्ति के तौलिए से बालों को सुखाती है। तो उसके बालों में मौजूद बैक्टीरिया समेत अन्य समस्याएं आपके बालों की सेहत को खराब कर सकती है।
इको फ्रेंडली वुडन कॉम्स स्कैल्प को नुकसान पहुंचाए बिना बालों को मजबूत बनाती है। इससे असमाल हेयरग्रोथ की समस्या से भी बचा जा सकता है। इससे सिर का ब्लड सर्कुलेशन बढ़ने लगता है। जो हेयरप्रोबल्मस को हल कर देता है।
अगर आपके बाल डब्ल्यू आकार में नज़र आने लगे हैं, तो बालों की ट्रिमिंग अवश्य करवाएं। इससे बालों की ग्रोथ समान रूप से होने लगती है। इसके अलावा हार्श कैमिकल्स को भी बालों में लगाना अवॉइड करें। अनईवन बालों की ग्रोथ से दो मुंहे बालों की समस्या भी बढ़ने लगती है और उससे बालों का वॉल्यूम भी प्रभावित होता है।
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