धूप, गर्मी और चिपचिपाहट बालों को ग्रीसी बनाने का काम करते हैं। मौसम में आने वाले बदलाव के चलते स्कैल्प पर ऑयल महसूस होता है। इससे बालों में रूसी और इचिंग की समस्या बढ़ने लगती है। समय रहते इन समस्याओं को न सुलझाने पर बालों का झड़ना, सफेद होना और हेयर टैक्सचर पर गहरा प्रभाव नज़र आने लगता है। कई बार बालों पर कई तरह के प्रोडक्टस का इस्तेमाल भी ग्रीसी हेयर (Grease hair) का कारण बन जाता है। जानते हैं वो आसान टिप्स जिनकी मदद से आप बालों की समस्या से छुटकारा पा सकते है।
कोई भी ऐसे सीरम (Hair serum) या स्प्रे का इस्तेमाल करने से बचें, जिससे बालों में चिपचिपाहट महसूस हो। इन चीजों के इस्तेमाल से बालों और स्कैल्प में बहुत जल्द ऑयल फील होने लगता है। ऐसे में ग्रीसी हेयर की समस्या को हल करने के लिए कम से कम प्रोडक्टस का प्रयोग करें। इस बात को भी ध्यान में रखें कि हेयर स्टाइलिंग प्रोडक्टस को रूट्स में लगाने से बचें। इन्हें बालों की लेन्थ पर लगाएं। इससे बालों को कम से कम नुकसान पहुंचता है।
अगर आपके बाल रोज़ाना ग्रीसी रहते हैं और आप बालों को धोना नहीं चहती हैं, तो इसके लिए बालों में ड्राई शैम्पू अप्लाई करें। बालों की रूटस में इसे अप्लाई करने से बालों में मौजूद तेल दूर होने लगता है। इससे बाल खूबसूरत लगने लगते है। साथ ही जमा तेल भी दूर हो जाता है। इसे बालों में लगाने के बाद कॉम्ब कर लें।
ऑयली बालों की समस्या को दूर करने के लिए ब्लॉटिंग पेपर का इस्तेमाल करें। बालों की रूटस में मौजूद ऑयल को दूर करने के लिए ब्लॉटिंग पेपर से हेयर क्लीनिंग ज़रूरी है। इससे स्कैप्ल और बालों में मौजूद अत्यधिक ऑयल बाहर आने लगेगा। इसे बालों पर कुछ देर तक चिपकाकर रखें। उसके बाद बालों से उतार दें। ये पेपर बालों में मौजूद तेल को सोख लेता है।
ग्रीसी बालों को अगर आप इंस्टैटली नॉर्मल करना चाहते हैं, तो उसके लिए ड्रायर भी एक बेहतरीन विकल्प है। बालों को कुछ देर ब्लो ड्राई करने से जमा तेल अपने आप निकल जाता है। इससे बाल फ्लफी लगने लगते है। ब्लो ड्राई करने के लिए आप फोरहेड से लेकर बालों की लेंथ तक बालों पर ड्रायर का प्रयोग करें। इससे बालों का वॉल्यूम भी बढ़ा हुआ लगने लगता है।
अधिकतर टोनर का इस्तेमाल चेहरे पर किया जाता है। अगर आपके बाल ऑयली हैं, तो टोनर को बालों पर अप्लाई करें। इसे चिपचिपा पन अपने आप दूर होने लगता है। इसे बालों की लेंथ के अलावा जड़ों तक लगाएं। इसे स्प्रे या कॉटन की मदद से लगाया जा सकता है। टोनर बालों में मौजूद तेल को सोख लेता है। इससे बालों के लुक में बदलाव आने लगता है।
अगर आपके बालों में ऑयल नज़र आता है, तो चिपचिपे स्कैल्प से राहत पाने के लिए लीव इन कंडीशनर के इस्तेमाल से बचें। इससे बालों में ऑयल की समस्या ज्यों की त्यों रहती है। दरअसल, फ्रीजी बालों की समस्या से मुक्ति पाने के लिए अक्सर लीव इन कंडीशनर प्रयोग में लाया जाता है। अगर आपके बाल पहले से ही ऑयली है, तो आपके बालों को इसकी आवश्यकता नहीं है।
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