आजकल त्वचा संबंधी समस्याएं तेजी से बढ़ रही हैं। इन बढ़ती समस्याओं के पीछे कोलेजन की कमी जिम्मेदार हो सकती है। कोलेजन एक महत्वपूर्ण प्रोटीन है, जो त्वचा, स्कैल्प सहित हड्डियों के विकास एवं शरीर के अन्य फंक्शंस के लिए बेहद फायदेमंद होते हैं। आपकी लाइफ स्टाइल हैबिट्स और कुछ एनवायरमेंटल फैक्टर्स त्वचा से कोलेजन को छीन लेते हैं, जिसकी वजह से त्वचा संबंधी समस्याएं आपको परेशान करना शुरू कर देती हैं।
एक स्वस्थ और ग्लोइंग त्वचा के लिए पर्याप्त मात्रा में कोलेजन की आवश्यकता होती है। हालांकि, शरीर कोलेजन का उत्पादन प्राकृतिक रूप से करता है, परंतु यदि इसमें कमी आ रही है तो आप कुछ प्रभावी तरीकों की मदद से आसानी से इन्हें प्रिजर्व कर सकती हैं। साथ ही साथ यह तरीके कोलेजन प्रोडक्शन को बूस्ट करने में आपकी मदद करेंगे। चलिए हेल्थ शॉट्स के साथ जानते हैं कोलेजन को प्रिजर्व और बूस्ट करने के कुछ प्रभावी टिप्स (collagen boosting tips)।
सनस्क्रीन केवल त्वचा को कैंसर से नहीं बचाती बल्कि यह त्वचा को यंग और ग्लोइंग रहने में भी मदद करती है। सूरज की हानिकारक किरणों का प्रभाव कोलेजन को तोड़ देता है, जिसकी वजह से फाइन लाइन और रिंकल्स समय से पहले नजर आना शुरू हो जाते हैं। अमेरिकन एकेडमी ऑफ़ डर्मेटोलॉजी कम से कम 30 एसपीएफ और उससे अधिक वाले ब्रॉड स्पेक्ट्रम सनस्क्रीन का इस्तेमाल करने की सलाह देते हैं। इनका इस्तेमाल सूरज की हानिकारक किरणों के प्रभाव से कोलेजन को प्रोटेक्ट करता है और त्वचा में कोलेजन की मात्रा बनी रहती है।
रोज सुबह त्वचा पर विटामिन सी सिरम का इस्तेमाल करें। विटामिन सी एक एंटीऑक्सीडेंट है, जो सूरज की हानिकारक किरणों से त्वचा को प्रोटेक्ट करते हुए कोलेजन की क्षति को रोकता है। साथ ही साथ त्वचा में पहले से मौजूद कोलेजन प्रोटीन को त्वचा में प्रिजर्व रखता है।
केमिस्ट स्टोर पर आपको कई सारे कोलेजन सप्लीमेंट्स मिल जाएंगे, वहीं कोलेजन पाउडर भी उपलब्ध होते हैं। आप इसे अपनी नियमित स्मूदी और कॉफी के साथ मिलकर ले सकती हैं। जर्नल ऑफ़ ड्रग्स इन डर्मेटोलॉजी में प्रकाशित एक स्टडी के अनुसार इन सप्लीमेंट्स का सेवन स्किन में इलास्टिसिटी को बरकरार रखता है और त्वचा को पर्याप्त हाइड्रेशन प्रदान करता है। ऐसे में कोलेजन डेंसिटी बढ़ती है और त्वचा ग्लोइंग और मुलायम नजर आती है।
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प्रोटीन से भरपूर खाद्य पदार्थों को अपने नियम की डाइट का हिस्सा बनाएं। हाई प्रोटीन फूड्स में अमीनो एसिड की पर्याप्त मात्रा पाई जाती है, जो कोलेजन को सिंथेसिस करने में मदद करते हैं। मछली, सीफूड्स, स्किनलेस चिकन ब्रेस्ट लीन प्रोटीन का एक अच्छा स्रोत है।
अधिक मात्रा में शुगर से भरपूर खाद्य पदार्थों के सेवन से एडवांस्ड ग्लाइसेशन का फार्मेशन होता है। यह कोलेजन को ब्रेक कर देता है, जिसकी वजह से त्वचा डल और बेजान नजर आती है। इस स्थिति से बचने के लिए अपने नियमित शुगर इंटेक पर नियंत्रण रखें, पैकेज्ड और एडेड शुगर युक्त ड्रिंक से पूरी तरह परहेज रखें। किसी भी प्रोडक्ट को खरीदने से पहले उसका इनग्रेडिएंट लेवल और न्यूट्रिशन लिस्ट जरूर चेक करें।
नियमित रूप से सिगरेट पीने से आपकी त्वचा उम्र से पहले बूढ़ी होने लगती है। स्मोकिंग त्वचा में ब्लड फ्लो को कम कर देती है जिससे कि त्वचा तक पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं पहुंच पाता। इसके अलावा यह टॉक्सिक फ्री रेडिकल्स क्रिएट करती है जो कोलेजन और इलास्टिन फाइबर्स को डैमेज कर देते हैं। इस स्थिति से बचने के लिए स्मोकिंग से पूरी तरह परहेज करें।
स्ट्रेस इन्फ्लेमेशन और कमजोरी का कारण बनता है, जिससे कि बॉडी खुद से रिपेयर नहीं हो पाती। वहीं तनाव हॉर्मोन्स को असंतुलित कर देता है जिससे कोलेजन का निर्माण पूर्ण रूप से नहीं हो पता। ऐसे में खुद को डिस्ट्रेस करने के साथ ही शारीरिक गतिविधियों पर ध्यान दें, यह आपको मानसिक रूप से संतुलित रखने के साथ ही त्वचा में कोलेजन के उत्पादन को बढ़ावा देती है। इसके साथ ही यह आपकी त्वचा को लंबे समय तक यंग और ग्लोइंग बनाए रखती है।
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