गर्मी के मौसम में त्वचा बेहद ऑयली और चिपचिपी हो जाती है। वहीं यदि आपकी स्किन पहले से ऑयली है, तो गर्मी के मौसम में त्वचा संबंधी समस्याएं आपको परेशान करना शुरू कर देती हैं। गर्मियों में ऑयली स्किन को मैनेज करना बेहद मुश्किल हो जाता है और ऐसे में लोग बेहद परेशान हो जाते हैं। हालांकि, ऐसा नहीं है की इस स्थिति पर नियंत्रण पाना नामुमकिन है, यदि सही देखभाल की जाए तो ऑयल को कंट्रोल किया जा सकता है। तो फिर इस गर्मी हेल्थ शॉट्स के सुझाए इन टिप्स को फॉलो करें। ये टिप्स आपकी त्वचा पर नजर आने वाले एक्स्ट्रा ऑयल को मैनेज करने में मदद करेंगे (Tips to manage oily skin in summer)।
गर्मी के मौसम में बहुत से लोग मॉइश्चराइजर अप्लाई करना छोड़ देते हैं। खासकर जिनकी त्वचा पहले से ऑयली है, वे मॉइश्चराइजर को स्कीप कर देते हैं, ये बिल्कुल भी उचित नहीं है। गर्मियों में भी मॉइश्चराइजर अप्लाई करना बेहद महत्वपूर्ण है, ताकि त्वचा में हाइड्रेशन और मॉइश्चर बरकरार रह सके। इसके लिए आप वॉटर बेस्ड लाइट मॉइश्चराइजर का इस्तेमाल कर सकती हैं। यदि आपकी त्वचा ऑयली है, तो ऑयल वेस्ट मॉइश्चराइजर को अवॉइड करें। मॉइश्चराइजर आपकी त्वचा को हाइड्रेशन प्रदान करता है और एक्सेस सिबम प्रोडक्शन को रोकता है, जिससे कि ऑयल प्रोडक्शन भी कम होता है। ऐसे में त्वचा कम चिपचिपी नजर आती है।
गर्मियों के मौसम में यदि आप कहीं बाहर जा रही हैं, तो अपने साथ ब्लोटिंग पेपर जरूर रखें। खासकर यदि आपकी त्वचा ऑयली है, तो आपको इसे जरूर कैरी करना चाहिए। क्योंकि अक्सर एक्सेस ऑयल प्रोडक्शन की वजह से त्वचा काफी चिपचिपी नजर आना शुरू हो जाती है। ऐसे में ब्लोटिंग पेपर से स्किन पर टैप कर आप वापस से एक नॉर्मल स्किन टेक्सचर प्राप्त कर सकती हैं। ब्लोटिंग पेपर एक्सेस सिबम को अवशोषित कर लेता है और त्वचा को ग्लोइंग बनाता है।
यदि आप त्वचा पर नजर आने वाले एक्सेस ऑयल से परेशान हैं, या आपकी त्वचा ऑयली है, तो ऐसे में टोनर को भूल कर भी इग्नोर न करें। अपनी नियमित स्किन केयर रूटीन में टोनर को शामिल करें। यह खुले हुए पोर्स को सिकुड़ने में मदद करता है, जिससे कि एक्सेस ऑयल प्रोडक्शन पर नियंत्रण पाना आसान हो जाता है। असल में टोनर पोर्स को टाइट कर देता है, इतना ही नहीं यह आपकी स्किन को पूरी तरह से क्लीन करता है और एक्सेस ऑयल के साथ-साथ अन्य धूल, गंदगी, प्रदूषण को भी निकालता है। आप चाहे तो घर पर भी टोनर तैयार कर सकती हैं।
ऑयली स्किन की वजह से बहुत सी महिलाएं सनस्क्रीन स्किप कर देती हैं। सनस्क्रीन स्किप करना सबसे बड़ी बेवकूफी साबित हो सकती है। अपनी त्वचा को हानिकारक यूवी किरणों से बचाने के लिए 30 या उससे अधिक एसपीएफ वाला गैर-कॉमेडोजेनिक, ब्रॉड-स्पेक्ट्रम सनस्क्रीन चुनें। ये सन डैमेज से प्रोटेक्ट करता है, साथ ही साथ स्किन में ऑयल प्रोडक्शन को भी कंट्रोल करता है।
यह भी पढ़ें: वुडन कॉम्ब से लेकर फुट स्क्रबर तक, यहां हैं दादी-नानी के समय के 5 ब्यूटी उत्पाद
यदि आपकी त्वचा पूरी तरह से हाइड्रेटेड है, तो सिबम प्रोडक्शन भी सीमित रहता है। शरीर में पानी की कमी होने की वजह से भी स्किन अधिक ऑयल प्रोड्यूस कर सकती है। इसलिए पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं और अन्य हाइड्रेटिंग फल एवं ड्रिंक की मदद से खुद को हाइड्रेटेड रखें। हाइड्रेशन ऑयल कंट्रोल करने के साथ ही स्किन इलास्टिसिटी को मेंटेन रखता है और बॉडी टॉक्सिंस को बाहर निकलता है, जिससे कि आपकी स्किन टेक्सचर और कांप्लेक्शन इंप्रूव होती है।
ऑयली स्किन से परेशान रहती हैं, तो फ्राइड और प्रोसेस्ड फूड्स से दूरी बनाए रखें। ऑयली फूड्स की वजह से त्वचा अधिक ऑयली हो जाती है। ऐसे में इनकी जगह हाइड्रेटिंग फल, ड्रिंक्स और लीन प्रोटीन लें। साथ ही साथ एंटीऑक्सीडेंट, ओमेगा 3 फैटी एसिड और विटामिन युक्त खाद्य पदार्थ लें। ये त्वचा स्वास्थ्य को बढ़ावा देती है और ऑयल प्रोडक्शन को रेगुलेट करते हैं।
शहद, ओटमील, एग व्हाइट, लेमन जूस, एलोवेरा और टमाटर को फेस पैक के तौर पर अपनी त्वचा पर अप्लाई कर सकती हैं। ये सभी घरेलू नुस्खे ऑयल प्रोडक्शन को कंट्रोल करते हैं और आपकी त्वचा को ग्लोइंग बनाते हैं। साथ ही ये स्किन कंप्लेक्सन में भी सुधार करते हैं।
यह भी पढ़ें: Puffy skin : सुबह उठते के साथ त्वचा में सूजन नजर आती है, तो इन टिप्स को जरूर करें फॉलो
डिस्क्लेमर: हेल्थ शॉट्स पर, हम आपके स्वास्थ्य और कल्याण के लिए सटीक, भरोसेमंद और प्रामाणिक जानकारी प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इसके बावजूद, वेबसाइट पर प्रस्तुत सामग्री केवल जानकारी देने के उद्देश्य से है। इसे विशेषज्ञ चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार का विकल्प नहीं माना जाना चाहिए। अपनी विशेष स्वास्थ्य स्थिति और चिंताओं के लिए हमेशा एक योग्य स्वास्थ्य विशेषज्ञ से व्यक्तिगत सलाह लें।