डार्क लिप्स्टिक में सजे होंठ आपके चेहरे के आकर्षण को बढ़ा सकते हैं। पर जब आप नेचुरल रहने का चुनाव करती हैं, तो लिप्स्टिक से भी दूरी बनाना चाहती हैं। पर क्या ऐसे में गहरे काले होंठ आपको परेशान करते हैं? क्या लिप्स्टिक लगाए रखना अब आपकी मजबूरी हो गई है? अगर इन सभी सवालों का जवाब हां है, तो आपको अपने होंठों पर ध्यान देने की जरूरत है। आपकी कुछ आदतें इनकी प्राकृतिक रंगत छीन रहीं हैं। एक्सपर्ट से जानते हैं लिप पिगमेंटेंशन (Lip pigmentation causes and home remedies) के कारण और इससे बचने के उपायों के बारे में।
हमारी नियमित दिनचर्या की कई ऐसी आदतें है जो पिगमेंटेड लिप्स का प्रमुख कारण होती है।
डर्मेटोलॉजिस्ट डॉक्टर सुयोमी उर्फ डॉ सु ने अपने इंस्टाग्राम पोस्ट के जरिए पिगमेंटेड लिप्स से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण बातें बताई हैं। उन्होंने अपनी पोस्ट में पिगमेंटेड लिप्स के कारण बताने के साथ ही इससे छुटकारा पाने के कुछ प्रभावी उपायों पर भी चर्चा की है। तो चलिए जानते हैं किस तरह अपनी त्वचा की खूबसूरती को बनाए रखने के साथ ही होठों की सेहत का भी खयाल रख सकती हैं।
डॉक्टर सुयोमी ने लिप्स पिगमेंटेशन होने का एक सबसे बड़ा कारण स्मोकिंग को बताया है। तम्बाकू में मौजूद निकोटीन स्मोक करने से स्किन में मेलानिन प्रोडक्शन बढ़ता है। धीरे-धीरे समय के साथ यह होठों की प्राकृतिक रंगत को छीन कर इसे काला कर सकता है।
डर्मेटोलॉजी डॉक्टर सु के अनुसार प्रेगनेंसी के दौरान महिलाओं के स्किन में कई तरह के बदलाव देखने को मिलते हैं। इस दौरान शरीर में होने वाले हार्मोनल चेंजेज इसका कारण हो सकते हैं। वहीं प्रेगनेंसी में शरीर के कुछ एरियाज जैसे कि लिप्स, निप्पल, फोरहेड और चीक्स के पास पैचेज और डार्क स्किन जैसी समस्याएं उत्पन्न हो जाती हैं।
डॉक्टर के अनुसार शरीर में ऑक्सीजन की कमी और पुअर ब्लड सर्कुलेशन भी स्किन और लिप्स पिगमेंटेशन का कारण बन सकता है। इसे साइनोसिस कहते हैं।
शरीर में आयरन की कमी के कारण आयरन डेफिशिएंसी एनीमिया होने की संभावना होती है। ऐसे में आयरन डिफिशिएंसी के कारण भी लिप्स डार्क हो सकती है।
डर्मेटोलॉजिस्ट डॉक्टर सु कहती है कि कुछ प्रकार की दवाइयां भी हाइपरपिगमेंटेशन का कारण बन सकती हैं। ऐसी परिस्थिति में दोबारा होंठ अपने प्राकृतिक रंगत ने दवाइयों के बंद होने पर ही आ पाते है। वहीं कुछ लोगों में दवाइयों के बंद होने के बाद भी यह लंबे समय तक बना रहता है।
डॉक्टर ने बताया कि आपकी ओरल कंडीशन भी लिफ्ट पिगमेंटेशन का कारण बन सकती है। यदि आपके मुंह में कैंडिडा नामक फंगस उत्पन्न हो गया है तो, यह गाल, जीभ, मसूड़े एवं होठों पर लाल और सफेद रंग के दाग छोड़ जाता है।
1 डॉक्टर सुयोमी ने होठों की प्राकृतिक रंगत बनाए रखने के लिए सुझाव देते हुए बताया की अपने लिप्स को हाइड्रेटेड रखें और नियमित रूप से इसे मॉइस्चराइज करना न भूलें। डैमेज और ड्राई लिप्स अपनी प्राकृतिक रंगत को खोकर डार्क कलर में बदलने लगती हैं।
2 जिस तरह बाहर जाने से पहले अपनी स्किन को सूरज की हानिकारक किरणों से प्रोटेक्ट करने के लिए सनस्क्रीन का प्रयोग करती हैं। ठीक उसी प्रकार एसपीएफ कंटेनिंग लिप बाम का प्रयोग करें।
3 डर्मेटोलॉजिस्ट कहती है की होठों के काले पड़ने का एक सबसे बड़ा कारण स्मोकिंग, तंबाकू चवाना और कैफीन का अधिक सेवन करना हो सकता है। ऐसे में इन सभी चीजों को अवॉइड करने की कोशिश करें। बार-बार अपने होठों को लीक करने की आदत भी लिप्स के प्राकृतिक रंगत को छीन लेती है। वहीं एक्सपायर्ड मेकअप प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करने से बचें।
4 डॉक्टर के अनुसार यदि आप नियमित रूप से लिपस्टिक का इस्तेमाल करती हैं, तो यह सुनिश्चित करना जरूरी है कि आपके लिपस्टिक में विटामिन ई की मात्रा मौजूद हो। यह लिप्स को मुलायम बनाए रखने और उसके प्राकृतिक रंगत को बनाए रखने में मदद करती है।
5 भूलकर भी रात को लिपस्टिक लगाकर न सोएं। डॉक्टर सु ने सलाह देते हुए बताया कि रात को सोने से पहले कॉटन बॉल को ऑलिव ऑयल या बादाम के तेल में डीप करके अपने लिप्स को अच्छी तरह साफ कर लें। यह आपके लिपस्टिक को पूरी तरह हटा देता है।
6 कभी भी फ्रेगरेंस वाली लिपस्टिक का इस्तेमाल न करें। इसके साथ ही नियमित रूप से स्किन के साथ साथ लिप्स को भी एक्सफोलिएट करें। यह आपके लिप्स की ड्राई स्किन को निकालने में मदद करेगा और आपके लिप्स को हेल्दी और सॉफ्ट रखेगा।
7 कहीं भी बाहर जाते वक्त अपने साथ एक लिप बाम रखना न भूलें। जब कभी भी लिप्स ड्राई लगे तो इसे लगा लें, क्योंकि ज्यादा देर तक लिप्स को ड्राई छोड़ना होठों की ऊपरी त्वचा को खराब कर देता है।
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