अमूमन लोग स्किनकेयर रूटीन में नियमित मात्रा में सनस्क्रीन, मॉइस्चराइज़र और फ़ेस वॉश का इस्तेमाल करते हैं। लेकिन अगर त्वचा में शुष्कता बढ़ रही है, तो इससे राहत पाने के लिए मॉइश्चराइज़र बदलने की जगह फ़ेस सीरम का इस्तेमाल फायदेमंद साबित हो सकता है। इससे केवन स्किन केयर रूटीन संतुलित होने लगता है बल्कि त्वचा का ग्लो हर मौसम में बरकरार रहता है। इससे न केवल सीबम सिक्रीशन की समस्या हल हो सकती है, बल्कि मुंहासे बनने और स्किन इंफ्लामेशन को भी रोकता है। साथ ही मुंहासे के निशान कम करने में मददगार साबित होता है (best serum for oily skin)।
ऑयली स्किन की समस्या को हल करने के लिए फेस सीरम में नियासिनमाइड, सैलिसिलिक एसिड और विटामिन सी की मात्रा स्किन को हेल्दी बनाए रखती है। इससे त्वचा पर बढ़ने वाला चिपचिपापन और चिकनाहट कम होने लगती है और नेचुरल ऑयल मेेंटेन रहता है। ऐसे में त्वचा दिनभर हाइड्रेट रहती है और दाग धब्बो से भी मुक्ति मिल जाती है।
डीकंस्ट्रक्ट फेस सीरम विटामिन सी एंड फिरूलिक एसिड के गुणों से भरपूर है जो मेलेनिन उत्पादन को उत्तेजित करने और काले धब्बों को साफ़ करने में मदद कर सकता है। इस सीरम के नियमित उपयोग से मुहांसे के निशान और हाइपरपिग्मेंटेशन को कम करने में मदद मिलती है। इससे त्वचा पर बढ़ने वाले सीबम सिक्रीशन को नियंत्रित (best serum for oily skin) किया जा सकता है। साथ ही दाग धब्बों और सन टैनिंग को रोकने में मदद मिलती है। ये सभी स्किन टाइप के लिए पूरी तरह से फायदेमंद है।
विटामिन सी की मात्रा 10 फीसदी
फेरुलिक एसिड 0.5 फीसदी
हाईऐल्युरोनिक एसिड से भरपूर
एंटी.इंफ्लेमेटरी गुण
सल्फेट मुक्त
अल्कोहल फ्री
चिपचिपेपन से राहत
सीबम को करे नियंत्रित
पिगमेंटेशन को करे दूर
वॉटर बेस्ड
नॉन इरिटेटिंग
इसकी गुणवत्ता, चमक और चिकनी बनावट के लिए स्किन सीरम (best serum for oily skin) को उपभोक्ता खूब पसंद करते हैं। इससे काले धब्बों और पिगमेंटेशन को हल्का करने में मदद मिलती है, जिससे उनकी त्वचा स्वस्थ और ग्लोइंग दिखती है। नॉन ग्रीसी टैक्सचर से त्वचा संतुलित बनी रहती है। लाइटवेट होने के अलावा कुछ उपभोक्ता विटामिन सी सामग्री की सराहना करते हैं।
वे लोग जिनकी त्वचा सेंसिटिव है, उन्हें इस्तेमाल करने से पहले डर्माटोलॉजिस्ट अवश्य सलाह लेनी चाहिए।
सभी प्रकार की त्वचा के लिए उपलब्ध मिनिमलिस्ट ऑयल कंट्रोल (best serum for oily skin) और एंटी एक्ने त्वचा को संतुलित बनाए रखता है। इससे दाग धब्बे दूर होते है और रोमछिद्रों की देखभाल में मदद मिलती है। इसमें नियासिनमाइड 10 फीसदी पाया जाता है। इसके अलावा जिंक भी मौजूद है, जिससे त्वचा की लोच बरकरार रहती है। नियमित रूप से इसका इस्तेमाल ब्रेकआउट की समस्या को हल करने में मदद करता है और त्वचा की नमी बनी रहती है।
एंटी एक्ने
ऑयल कंट्रोल
नियासिनमाइड की प्राप्ति
ब्रेकआउट से राहत
त्वचा की नमी करे मेंटेन
ओपन पोर्स की समस्या करे हल
सीबम सिक्रीशन करे नियंत्रित
ग्राहकों के अनुसार स्किन सीरम त्वचा की बनावट को बेहतर बनाने और पिगमेंटेशन को कम करने में मदद करता है। मुँहासों वाली और तैलीय त्वचा के लिए बेहद फायदेमंद हैं। इससे दाग ध् धब्बे कम होने लगते हैं। इसके अलावा त्वचा की रंगत में सुधार देखने को मिलता हैं। कई ग्राहक इसकी खुशबूए वजन और चमक की सराहना करते हैं। हालाँकि इसके मूल्य को लेकर अपनी अलग अलग राय है।
उपभोक्ताओं के अनुसार क्वालिटी बेहतर है, मगर इसका मूल्य भी अन्य सीरम की तुलना में ज्यादा है।
इस स्किन सीरम के इस्तेमाल से त्वचा पर बढ़ने वाली मुँहासों की समस्या को हल किया जा सकता है। इसके अलावा सीबम सिक्रीशन को नियंत्रित करने में मदद मिलती है। साथ ही त्वचा को नुकसान से बचाता है। ब्रेकआउट को रोकने में मददगार है और रोग छिद्रों में जमा गंदगी को रिमूव किया जा सकता है। इससे डेड स्किन सेल्स की समस्या हल होती है और अतिरिक्त सीबम सिक्रीशन को नियंत्रित किया जा सकता है।
मुंहासों को करे कम
सैलिसिलिक एसिड
विच हेज़ल है मौजूद
विलो बार्क
सीबम सिक्रीशन करे नियंत्रित
सल्फेट से मुक्त
पैराबेन और सल्फेट से मुक्त
पॉकिट फ्रेंडली
इस स्किन सीरम की नमी के स्तर के बारे में लोगों की राय बेहद अलग है।
ग्राहक बताते हैं कि स्किन सीरम मुंहासे और ऑयल को कम करने में मदद करता है। इससे उनकी रंगत और बनावट में सुधार होता है। उन्हें यह हल्का और किफ़ायती लगता है। सीरम की गुणवत्ता को लोग खूब पसंद करते है। हालाँकि, इसकी नमी के स्तर के बारे में राय अलग.अलग हैं।
सीटाफिल ब्राइट हेल्दी रेडिएंस ब्राइटनिंग ग्लो सीरम एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर है। एडवांस्ड पेप्टाइड के साथ मौजूद इस सीरम से डार्क स्पॉट और डलनेस को दूर किया जा सकता है। सीटाफिल ब्राइट हेल्दी रेडिएंस परफेक्टिंग सीरम सेंसिटिव स्किन के लिए बनाया गया है। इससे स्किन का ग्लो बना रहता है और 7 गुना अधिक शक्ति प्रदान करता है। जेंटलब्राइट टेक्नोलॉजी पर बेस्ड ये सीरम डार्क स्पॉट को कम करने के लिए सी डैफोडिल से भरपूर है। इसमें स्किन टोनिंग के लिए नियासिनमाइड के गुण भी मौजूद हैं। ये प्रोडक्ट 14 दिनों में डार्क स्पॉट कम करने का दावा करता है।
एडवांस्ड पेप्टाइड
डार्क स्पॉट करे दूर
नॉन कॉमेडोजेनिक
हाइपोएलर्जेनिक
सेंसिटिव स्किन के लिए तैयार
खुशबू रहित फ़ॉर्मूला
एक्ने को करे दूर
अत्यधिक सीबम सिक्रीशन से राहत
ये फेस सीरम ऑयली और सेंसिटिव स्किन के लिए बेहद फायदेमंद है। इससे एक्ने प्रोन स्किन की समस्या हल हो जाती है। नियमित रूप से इसका इस्तेमाल करने से पोर्स में कसावट बढ़ने लगती है। इसके इस्तेमाल से त्वचा का खुरदरापन कम होता है और स्किन हाइड्रेट बनी रहती है। इसमें मौजूद विटामिन ई की मात्रा त्वचा की नमी को बरकरार रखने में मदद करती है।
एंटी एक्ने
ऑयल कंट्रोल फेस सीरम
विटामिन ई की मात्रा
राइज़ वॉटर
लार्ज पोर्स की समस्या हल
मिल्की टैक्सचर
लाइटवेट सीरम
क्विक एबजॉर्बिंग
ये सीरम उपभोक्ताओं को ऑयली और सामान्य त्वचा के लिए फायदेमंद लगता है। ये त्वचा को चमकदार और काले धब्बों को हल्का करने में मदद करता है। इसमें मौजूद नियासिनमाइड की मात्रा चिपचिपाहट दूर करती है और लगाने में लाईटवेट है। हालाँकि कुछ ग्राहकों के पास त्वचा देखभाल और पैसे के मूल्य के बारे में अलग अलग विचार हैं।
सीरम में दिए गए फिल को लेकर लोगों की अलग अलग राय है। इस्तेमाल रकने में परेशानी का सामना करना पड़ता है।
त्वचा पर सीबम सिक्रीशन का अत्यधिक उत्पादन चिपचिपेपन की समस्या को बढ़ा देता है। ऐसे में फेस सीरम त्वचा को गहराई से हाइड्रेट करता है। साथ ही सेल रिन्यूअल में मदद मिलती है, जिससे त्वचा की नमी बरकरार रहती है। स्किन की स्मूदनेस को बढ़ाने और ऑयल को नियंत्रित रखने के लिए दिन में दो बार इसका इस्तेमाल करें।
उम्र बढ़ने के साथ त्वचा की इलास्टीसिटी कम होने लगती है जिससे पोर्स बड़े दिखाई देने लगते हैं। ऐसे में सीरम पोर्स टाइटनिंग में मदद करके त्वचा की इलास्टीसिटी को मेंटेन रखते है। इसके अलावा, पोर्स की क्लींजिंग के लिए सीरम में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट क्लॉग्ड पोर्स की समस्या को भी हल कर देते हैं। इससससे ब्लैकहेड्स और व्हाइटहेड्स से भी राहत मिलती है।
सीरम में एंटीऑक्सीडेंट की मात्रा अधिक होती है और इसमें रेटिनॉल, रेस्वेराट्रोल और विटामिन सी जैसे तत्व पाए जाते हैं। इससे चेहरे पर दिखने वाली झुर्रियों और महीन रेखाओं के लक्षणों से लड़ने में मदद मिलती हैं। इसके अलावा ये तत्व त्वचा की मरम्मत भी करते हैं, जिससे चेहरे की चमक बनी रहती है।
मौसम बदलने के साथ त्वचा को एलर्जी का सामना करना पड़ता हैं। इससे स्किन सेंसिटीविटी का सामना करना पड़ता है। ऐसे में त्वचा को हेल्दी बनाए रखने के लिए सीरम की मदद लें। जर्नल ऑफ़ क्लिनिकल एंड एस्थेटिक डर्मेटोलॉजी के अनुसार सीरम को मॉइस्चराइज़र और फेसवॉश के साथ मिलाकर लगाया जाता है, जिससे झुर्रियों को कम किया जा सकता हैं।
फेस सीरम को क्लींजिंग के बाद और मॉइस्चराइज़ करने से पहले लगाना चाहिए। इसका मतलब आमतौर पर अधिकतम लाभ के लिए सुबह और शाम की स्किनकेयर रूटीन में इसका उपयोग करना फायदेमंद है।
सीरम आपके चेहरे को ऑयली व चिकना नहीं बनाता है। हांलांकि, अगर आप इसका बहुत ज़्यादा इस्तेमाल करते हैं या अपनी त्वचा के हिसाब से ज़्यादा भारी सीरम का इस्तेमाल करते हैं, तो इससे तैलीयपन की समस्या हो सकती है। हमेशा सुझाई गई मात्रा का इस्तेमाल करें और अपनी त्वचा के हिसाब से सीरम चुनें।
सीरम की एक मटर के आकार की बूंद पूरे चेहरे के लिए पर्याप्त होती है। इससे ज़्यादा इस्तेमाल करने से त्वचा पर आसानी से एबजॉर्ब नहीं हो पाता है। सीमित मात्रा में इस्तेमाल करने से त्वचा के टैक्सचर में सुधार आने लगता है।
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