स्नेल म्यूसिन आजकल काफी ट्रेंड कर रहा है। खासकर सोशल मीडिया पर इसके खूब चर्चे हो रहे हैं। यदि आप अभी तक इस स्किन केयर के तरीके से परिचित नहीं हैं तो आपको सोशल मीडिया स्क्रॉल करके देखना चाहिए। यह एक प्रकार का कोरियाई स्किन केयर का तरीका है, जिसे अब सभी जगह इस्तेमाल किया जा रहा है। कई ऐसे ब्यूटी ब्रांड हैं, जिन्होंने स्नेल यानी कि घोंघे के अर्क से बने स्किन केयर प्रोडक्ट लांच कर इस ब्यूटी हैक को बेहद आसान बना दिया है।
अब आप सोच रही होगी क्या यह सुरक्षित है? यह त्वचा के लिए किस तरह काम करता है? तो आपके इन्हीं सवालों के जबाब के लिए हेल्थ शॉट्स ने मिरेकल क्लीनिक के संस्थापक और निर्देशक, डर्मेटोलॉजिस्ट डॉक्टर नवनीत हारोर से बात की। डॉक्टर ने स्नेल म्यूसिन (Snail mucin) के बारे में कुछ जरूरी जानकारी दी है। तो चलिए जानते हैं, यह त्वचा के लिए किस तरह काम करती है, साथ ही जानेंगे यह सुरक्षित है या नहीं।
स्नेल म्यूसिन ड्राई स्किन वालों के लिए एक बेहतरीन विकल्प साबित हो सकता है। आप चाहे तो स्नेल अर्क से बने प्रोडक्ट का भी इस्तेमाल कर सकती हैं। इसकी हाइड्रेटिंग प्रॉपर्टी स्किन बैरियर्स को मजबूत बनाती हैं और इन्हें मॉइश्चराइज रखती हैं। साथ ही साथ इसमें मौजूद ह्वालूरॉनिक एसिड त्वचा को फौरन हाइड्रेट करती हैं और ड्राइनेस के कारण होने वाली समस्याओं के खतरे को कम कर देती हैं। साथ ही साथ फाइन लाइन और रिंकल जैसे एजिंग के निशान को समय से पहले नहीं उभरने देती।
स्नेल म्यूसिन कोलेजन के प्रोडक्शन को बढ़ावा देता है। त्वचा में पर्याप्त कोलेजन होने की वजह से एजिंग के निशान समय से पहले नजर नहीं आते। वहीं बढ़ती उम्र के साथ यदि आप अपनी त्वचा को जवां रखना चाहती हैं, तो स्नेल म्यूसिन एक बेहतरीन विकल्प साबित हो सकता है।
स्नेल म्यूसिन में ग्लाइकोलिक एसिड पाई जाती है और यह एसिड कोलेजन फॉर्मेशन में मदद करते हैं। यह केवल फाइन लाइन और रिंकल्स को ही कम नहीं करते बल्कि आपकी त्वचा को एक अलग सा ग्लो भी प्रदान करते हैं साथ हो त्वचा लंबे समय तक यंग नजर आती है।
स्नेल म्यूसिन से घाव भरने की प्रक्रिया तेज हो जाती है, या यूं समझें कि यह हीलिंग पॉवर को बढ़ा देते हैं। साथ ही साथ यह त्वचा पर नजर आने वाले दाग धब्बों को भी हल्का कर देता है। इसमें एंटीबैक्टीरियल और एंटी इन्फ्लेमेटरी प्रॉपर्टी पाई जाती है, जो इसे हीलिंग के लिए अधिक खास बना देती हैं।
स्नेल म्यूसिन स्किन कैंसर को ट्रीट कर सकता है। बायोमेडिसिन और फार्माकोथेरेपी द्वारा प्रकाशित एक स्टडी के अनुसार स्नेल म्यूसिन मेलानोमा सेल्स को खत्म करने में मदद करता है और त्वचा संबंधी समस्याओं के खतरे को कम कर देता है।
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डॉक्टर के अनुसार स्नेल म्यूसिन में ग्लाइकोलिक एसिड पाई जाती है। यह आपके चेहरे से डेड स्किन सेल्स को हटाने में एक एक्सफोलिएट के रूप में कार्य करती हैं। वहीं इसमें एपिडर्मिस की परत को पोषण प्रदान करने वाले एंजाइम मौजूद होते हैं।
यदि स्नेल के अर्क वाले किसी प्रोडक्ट की तलाश में हैं तो आप स्नेल म्यूसिन सीरम का इस्तेमाल कर सकती हैं। आज के समय यह आसानी से मार्केट में उपलब्ध है। सीरम में सबसे अधिक कंसंट्रेशन में यह कंपाउंड पाया जाता है।
स्नेल म्यूसिन एसेंस एक पतला वॉटर बेस्ड प्रोडक्ट है, जिसे आप आसानी से अपने स्किन केयर रूटीन में शामिल कर सकती हैं।
स्नेल म्यूसिन क्रीम भी बाजार में उपलब्ध है। यह त्वचा को पर्याप्त नमी प्रदान करता है, और फाइनलाइन और रिंकल को कम करने में मदद करता है।
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