हर दूसरी लड़की है हेयर फॉल से परेशान, जबकि आयुर्वेद में छुपे हैं 5 अचूक उपाय

हमारे बाल और बालों से जुड़ी समस्‍याएं कोई आज कल की नहीं हैं। इसलिए आयुर्वेद ने पहले ही इनका समाधान खोज निकाला है।
curry patte se bnaye baalon ko ghana aur lamba.
करी पत्ते से बनाएं बालों को घाना और लांबा। चित्र : शटरस्टॉक

क्या आप भी अपने झड़ते बालों से परेशान हैं? वक़्त आ गया है सारे कॉस्मेटिक प्रोडक्ट्स छोड़कर फिर से उन्ही हर्ब्‍स को अपनाने का, जो हमारी दादी-नानी हमेशा इस्तेमाल करने की सलाह देती रहीं हैं। ये औषधीय उपचार बालों को प्राकृतिक रूप से बढ़ने में मदद करेंगे और उन्हें मजबूती देंगे।

आइए जानते हैं आयुर्वेद में क्‍या है आपकी हेयर फॉल संबंधी समस्‍याओं का समाधान

1 आंवला

आंवला एक प्राकृतिक इम्युनिटी बूस्टर है और बालों के स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए सबसे बेहतर है। इसमें आवश्यक फैटी एसिड होते हैं, जो बालों के रोम को मजबूत करते हैं। जिससे आपके बालों को मजबूती और चमक मिलती है। इसमें विटामिन-C मौजूद होता है, जो समय से पहले बालों को सफेद होने से रोकता है।

इसके उच्च एंटीऑक्सिडेंट, गैलिक एसिड और कैरोटीन, सिर के रक्त परिसंचरण में सुधार करते हैं, जो बालों के विकास को बढ़ावा देता है और रूसी से राहत देता है।

जानिए हेयर फॉल में कैसे करना है आंवला का प्रयोग

1. इसका पेस्ट बनाने के लिए नींबू का रस और आंवला को मिक्सी में पीस लें।

2. अब अपने स्कैल्प और बालों पर इसकी हल्‍की मालिश करें।

3. अपने सिर को ढंकने के लिए शॉवर कैप का प्रयोग करें, ताकि पेस्ट सूख न जाए।

4. इसे एक घंटे तक रखें और फिर पानी से धो लें।

आंवला बालों के लिए बहुत फायदेमंद है। चित्र- शटरस्टॉक।
आंवला बालों के लिए बहुत फायदेमंद है। चित्र- शटरस्टॉक।

2 भृंगराज

बालों के लिए एक और चमत्‍कारिक हर्ब है भृंगराज। आपको अक्सर ब्यूटी थेरेपिस्ट मिल जाएंगे जो आपको नियमित रूप से भृंगराज तेल से अपने स्कैल्प की मालिश करने की सलाह देते हैं। क्योंकि यह तेजी से बालों को बढ़ाता है। हालांकि बाज़ार में भृंगराज के तेल आते हैं, लेकिन बेहतर परिणाम के लिए आप इसे घर पर बनाएं।

जानिए बालों पर कैसे करना है भृंगराज का इस्‍तेमाल

1. भृंगराज के थोड़े से पत्ते लें और उन्हें कुछ दिनों के लिए धूप में सुखाएं।

2. पत्तों को नारियल के तेल से भरे जार में डालें।

अपनी रुचि के विषय चुनें और फ़ीड कस्टमाइज़ करें

कस्टमाइज़ करें

3. एक-दो दिनों के लिए कंटेनर को धूप में छोड़ दें।

4. हल्के हरे रंग में बदलने के बाद इसका प्रयोग करें।

5. इसे सिर पर मसाज करें और रात भर रखें।

3 शिकाकाई

नेचुरल शैंपू के रूप में प्रचलित शिकाकाई हमेशा से हेयर केयर प्रोडक्‍ट में इस्‍तेमाल होता रहा है। अब हमने कोस्मेटिक प्रोडक्ट्स के आगे इसका इस्तेमाल करना छोड़ दिया है। विशेषज्ञों का कहना है कि शिकाकाई एंटीऑक्सिडेंट और विटामिन-A, C, K और D से भरपूर होता है, जो बालों को पोषण दे सकता है।

जानिए कैसे करना है शिकाकाई का प्रयोग

1. कुछ दिनों के लिए फली को धूप में सुखाकर घर पर शिकाकाई पाउडर बनाएं और फिर इसे मिक्सी में पीस लें।

2. इस पाउडर के 2 बड़े चम्मच लें और नारियल तेल के जार में डाल दें।

3. कंटेनर को लगभग 15 दिनों के लिए ठंडे स्थान पर रखें।

4. हफ्ते में कम से कम दो बार इससे अपने स्कैल्प की मसाज करें

आयुर्वेदिक औषधियां बालों को झड़ने से रोकती हैं. चित्र : शटरस्टॉक
आयुर्वेदिक औषधियां बालों को झड़ने से रोकती हैं. चित्र : शटरस्टॉक

4 ब्राह्मी

आयुर्वेदिक जड़ी बूटी ब्राह्मी के तेल में अल्कलॉइड प्रोटीन होता है, जो बालों को प्राकृतिक रूप से मजबूती देता है। यह आपके तनाव को भी शांत करता है और आपके मूड को बेहतर बनाता है। इसके साथ ही ब्राह्मी, रूसी का इलाज करने में भी मदद करता है।

जानिए कैसे करना है ब्राह्मी का इस्तेमाल

1.नारियल के तेल में ब्राह्मी की पत्तियों को मिलाएं

2.इसे गैस पर कम से कम आधा होने तक उबालें और स्टोर करें।

3.अब ब्राह्मी के तेल से सिर की मसाज करें।

4.ऐसा हफ्ते में 3-4 बार करें।

5 रीठा

रीठा एक अन्य घटक है जो सदियों से बालों की देखभाल के लिए उपयोग किया जा रहा है। रीठा एक तरह का सैपोनिन(साबुन) है जो आपके बालों को स्वस्थ रखने के लिए मददगार है। ये एक तरह का नेचुरल शैम्पू है जो बालों को बढ़ने में मदद करता है।

जानिए बालों के लिए रीठा को कैसे करना है इस्‍तेमाल

1. रीठा के कुछ टुकड़े लें।

2. उन्हें आधा लीटर पानी में उबालें।

3. ठंडा होने के लिए मिश्रण को रात भर छोड़ दें।

4. मिश्रण को छानकर शैम्पू के रूप में उपयोग करें।

यह भी पढ़ें : नीम और घी के साथ घर का बना हेयर मास्क, आपके बेजान बालों में ला देगा नई जान

  • 82
लेखक के बारे में

प्रकृति में गंभीर और ख्‍यालों में आज़ाद। किताबें पढ़ने और कविता लिखने की शौकीन हूं और जीवन के प्रति सकारात्‍मक दृष्टिकोण रखती हूं। ...और पढ़ें

अगला लेख