अक्सर सर्दियों की शुरूआत के साथ ड्राई फ्रूट का सेवन बढ़ जाता है। इनमें मौजूद फैटी एसिड शरीर को कई तरह से फायदा पहुंचाते है। काजू, बादाम और अखरोट के अलावा पिस्ता भी अमीनो उसिड से भरपूर इससे तन की मज़बूती के साथ बालों की ग्रोथ में भी मदद मिलती है। वे लोग जो सर्दियों की शुरूआत के साथ हेयरफॉल का सामना करते है, उन्हें इसके सेवन से खूब फायदा मिलता है। सबसे पहले जानते हैं पिस्ता क्यों है खास और हेयरफॉल को नियंत्रित (Pista to stop hair fall) करने में कैसे करता है मदद।
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ के अनुसार पिस्ता खाने से शरीर को सेचुरेटिड फैटी एसिड, पॉलीअनसेचुरेटिड फैटी एसिड और मोनोअनसेचुरेटिड फैटी एसिड की प्राप्ति होती है। इसमें मौजूद फैट कंटेट में आधे से ज्यादा ओलिक और लिनोलिक एसिड पाया जाता है। इसमें 21 फीसदी प्रोटीन होता है, जिसमें आवश्यक अमीनो एसिड होते हैं।
इसमें 10 फीसदी इनसॉल्यूबल और 0.3 फीसदी सॉल्यूबल फाइबर की मात्रा पाई जाती हैं। पिस्ता में मौजूद पोटेशियम, फास्फोरस, मैग्नीशियम, कैल्शियम और विटामिन ए व विटामिन ई पाया जाता है। इससे बालों को बीटा कैरोटीन और बायोटिन की प्राप्ति होती है, जिससे फॉलिकल्स को मज़बूती मिलती है, जिससे बालों का टूटना कम होने लगता है। इसके सेवन से शरीर को ल्यूटिन और ज़ेक्सैंथिनए कैरोटीनॉयड और एंथोसायनिन जैसे फ़्लेवोनोइड्स पाए जाते हैं। साथ ही फेनोलिक भी मौजूद हाते हैं, जो बालों की मज़बूती को बढ़ाते हैं।
इस बारे में डायटीशियन मनीषा गोयल बताती हैं कि हेयरलॉस से बचने में पिस्ता बेहद फायदेमंद साबित होता है। इसके सेवन से शरीर को विटामिन ई, विटामिन ए यानि बीटा कैरोटीन, विटामिन बी 7 यानि बायोटिन और प्रोटीन मतलब अमीनो एसिड की प्राप्ति होती है। इसमें मौजूद मैक्रोन्यूट्रिएंट्स बालों का झड़ना कम करके उसके टैक्सचर को इंप्रूव करने में मदद करते है। इसके नियमित सेवन से शरीर को प्लांट बेस्ड प्रोटीन की प्राप्ति होती है, जो हेयरग्रोथ में मदद करता है।
पिस्ता है ल्यूटिन और ज़ेक्सैंथिन जैसे एंटीऑक्सीडेंटस की मात्रा पाई जाती है। नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ के अनुसार इससे स्कैलप पर बढ़ने वाले फ्री रेडिकल्स के खतरे को कम किया जा सकता है। नियमित रूप से रोस्ट करके या पाउडर फॉर्म में इसका सेवन किया जा सकता है। इससे शरीर को पोषण की प्राप्ति होती है।
इसमें मौजूद फैटी एसिड हेयर फॉलिकल्स को पोषण देते हैं, जिससे वे मजबूत और लंबे बाल होते हैं। पिस्ता के नियमित सेवन से बालों के पतले होने की समस्या दूर होती और डेंसिटी में भी सुधार होता है। इसमें मौजूद प्लांट बेस्ड प्रोटीन अमीनो एसिड के रूप में बालों की जड़ों में पहुंचकर पोषण प्रदान करता है।
पिस्ता बायोटीन का रिच सोर्स है। इसमें मौजूद विटामिन बी 7 बायोटीन के रूप में बालों को फायदा पहुंचाता है। इससे हेयरग्रोथ को मदद मिलती है और त्वचा व नाखूनों का स्वास्थ्य भी उचित बना रहता है। पिस्ता के सेवन से बालों को नरिशमेंट मिलता है, जिससे बालों का टूटना और झड़ना कम होने लगता है।
विटामिन ई से बालों का रूखापन कम होता है और बालों की शाइन बनी रहती है। इसके सेवन से स्कैल्प पर बढ़ने वाली रफनेस को कम करके ब्लड सर्कुलेशन में मदद मिलती है। इससे स्कैल्प का पीएच मेंटेन रहता है और सदियों में बढ़ने वाली ड्राईनेस कम हो जाती है। इससे ऑक्सीडेटिव तनाव कम होने लगता है।
पिस्ता को अपनी डेली डाइट में शामिल करने का सबसे अच्छा तरीका है कि आप उसे नाश्ते में बनाए जाने वाले व्यंजनों में शामिल करें। आप इसे दलिया, स्मूदी, या सलाद में भी शामिल कर सकती हैं।
इसे पेस्ट के रूप में सब्जी या स्मूदी में एड करके सेवन कर सकते है। इससे स्वाद और पोषण की प्राप्ति होती है। पिस्ता को छीलकर उस पर मौजूद परत को जस का तस रहने दें और फिर आवश्सकतानुसार पानी या दूध मिलाकर पेस्ट बना लें।
मचिंग के लिए पिस्ता को सीमित मात्रा में घी डालकर रोस्ट करके खाने से फायदा मिलता है। इससे शरीर को ज़रूरी पोषण और हेल्दी फैट्स की प्राप्ति होती है। इससे ओवरऑल हेल्थ के साथ हेयरग्रोथ में भी मदद मिलती है। साथही बार बार भूख लगने की समस्या से बचा जा सकता है।
पिस्ता को पाउडर की फॉर्म तैयार कर लें और उसे दूध, दही व खीर में एड कर सकते है। इससे रेसिपी के स्वाद और टैक्सचर दोनों में बदलाव दिखने लगता है। इसके सेवन से त्वचा, नाखून और बालों को फायदा मिलता है।