ये 3 हेयर स्टाइलिंग ट्रीटमेंट हैं सबसे ज्यादा ट्रेंड में, ट्राई करने से पहले जान लें इनके फायदे और नुकसान

खुद को बेहतरीन लुक देने और ट्रेंड सेटर बनने के लिए यूं तो बाज़ार में कई प्रकार के हेयर ट्रीटमेंट आ चुके हैं, मगर अक्सर लोग उनके चयन को लेकर कंफ्यूज हो जाते हैं। जानते हैं ट्रेंडिंग हेयर ट्रीटमेंट के फायदों और नुकसान के बारे में
सभी चित्र देखे Hair treatment ke baare mei jaanein
बालो को बेहतरीन लुक देने के लिए कैराटीन, स्ट्रेटनिंग और रिबॉन्डिंग हेयर ट्रीटमेंट का चलन दिनों दिन बढ़ रहा है। चित्र : शटरस्टॉक
ज्योति सोही Published: 6 Jul 2024, 02:00 pm IST
  • 140

शाइनी, स्ट्रेट और मुलायम बाल हर किसी की पहली पंसद होते हैं। बालों को नया लुक देने के लिए लोग तरह तरह की ट्रीटमेंट की मदद लेते हैं। इससे बालों में नयापन बढ़ने लगता है और ओवरऑल पर्सनेलिटी में सुधार आ जाता है। खुद को बेहतरीन लुक देने और ट्रेंड सेटर बनने के लिए यूं तो बाज़ार में कई प्रकार के हेयर ट्रीटमेंट (Hair treatment) आ चुके हैं, मगर अक्सर लोग उनके चयन को लेकर कंफ्यूज हो जाते हैं। वे इस बात को तय नहीं कर पाते हैं कि उन्हें अपने लिए किस ट्रीटमेंट को चुनना चाहिए। तो चलिए जानते हैं इस लेख में इन दिनों ट्रेंडिंग हेयर ट्रीटमेंट (Hair treatment) और उनके फायदों और नुकसान दोनों के बारे में भी।

मानसून की शुरूआत के साथ ही बालों में फ्रिजीनेस का खतरा बढ़ने लगता है। मगर बालो को बेहतरीन लुक देने के लिए कैराटीन, स्ट्रेटनिंग और रिबॉन्डिंग (Hair rebonding) का चलन दिनों दिन बढ़ रहा है। इससे हेयर स्टाइलिंग का झंझट खत्म हो जाता है और बाल स्मूद दिखने लगते है। केमिकल्स के प्रयोग से की जाने वाली इन हेयर ट्रीटमेंट (hair treatment) के कुछ नुकसान भी हैं।

इस बारे में सर्टिफाइड ब्यूटी एक्सपर्ट रेखा कुमारी बता रही हैं कि हेयर ट्रीटमेंट से बालों को नई संरचना और लुक मिलता है। इससे बालों की फ्रिज़ीनेस को कम करके उन्हें स्मूद और शाइनी बनाया जाता है। जानते हैं हेयर ट्रीटमेंट किस प्रकार बालों को करते हैं प्रभावित।

hair rebonding kise kehte hain
हेयर रीबॉन्डिंग एक केमिकल प्रक्रिया है जो बालों के नेचुरल टैक्सचर को बदलकर उन्हें स्ट्रेट और स्मूद बना देते हैं। चित्र शटरस्टॉक

जानते हैं इन हेयर ट्रीटमेंट के बारे में विस्तार से (Types of hair treatment)

1. हेयर रिबॉन्डिंग क्या है (What is Hair Rebonding)

हेयर रीबॉन्डिंग एक केमिकल प्रक्रिया है जो बालों के नेचुरल टैक्सचर को बदलकर उन्हें स्ट्रेट और स्मूद बना देते हैं। इस प्रोसेस को केमिकल स्ट्रेटनिंग (chemical straightening भी कहा जाता है। हेयर रीबॉन्डिंग (Hair rebonding) कॉस्मेटोलॉजिस्ट करते हैं, जिसमें मल्टीस्टेप के ज़रिए हेयर फॉलिकल्स में मौजूद प्राकृतिक बॉन्ड को नष्ट किया जाता है। नेचुरल बॉन्ड को तोड़कर बालों को मन मुताबिक आकार दिया जाता है।

जानते हैं हेयर रिबॉन्डिंग के फायदे (Benefits of Hair Rebonding)

  1. इस प्रक्रिया के बाद बालों में स्मूदनेस बढ़ जाती है, जिससे रूखेपन से राहत मिलती है और बाल ग्लॉसी दिखने लगते हैं।
  2. बार बार हीटिंग टूल्स के प्रयोग की आवश्यकता महसूस नहीं होती है। अब बाल बिना स्आइल के भी खूबसूरत दिखते हैं।
  3. हेयरवॉश की आवश्यकता महसूस नहीं होती है।

हेयर रिबॉन्डिंग के साइड इफैक्ट (Side effects of Hair Rebonding)

  1. बालों पर केमिकल्स के प्रयोग के बाद की गई हेयर रिबॉन्डिंग (Hair rebonding) से बालों का टूटना और झड़ना आरंभ हो जाता है। इससे बालों के वॉल्यूम पर असर दिखता है।
  2. बालों में डलनेस बढ़ जाती है। रिबॉन्डिंग की प्रक्रिया के बाद स्कैल्प की ड्राईनेस बढ़ जाती है और बाल डैमेज दिखने लगते हैं।
  3. रिबॉन्डिंग के बाद बालों को सामान्य शैम्पू की जगह बालों की मेंटेनेंस के अनुसार शैम्पू और हेयर मास्क का प्रयोग किया जाता है।

2. हेयर स्मूदनिंग किसे कहते हैं (What is Hair smoothening)

हेयर स्मूदनिंग (Hair smoothening) एक ऐसी तकनीक है, जिसमें बालों की फ्रिज़ीनेस को खत्म करके टेकस्चर को स्मूद लुक दिया जाता है। इसके लिए केमिकल को बालों पर अप्लाई करके रूखेपन को कम किया जाता है और फिर उसे लॉक करने के लिए स्ट्रेटनर का इस्तेमाल करते हैं। इससे बालों के बॉन्ड में कोई परिवर्तन नहीं किया जाता है। 2 से लेकर 5 महीनों तक इस केमिकल का प्रभाव बालों पर देखने को मिलता है।

जानें इसके फायदे (Benefits of Hair smoothening)

  1. स्मूदनिंग से बालों की शाइन बनी रहती है और फ्रिज़ीनेस कम होने लगती है।
  2. बालों की प्राकृतिक बनावट में कोई बदलाव नहीं लाया जाता है।
  3. इसके लिए बालों पर सीमित मात्रा में केमिकल्स का इस्तेमाल किया जाता है।

स्मूदनिंग के नुकसान (Side of Hair smoothening)

  1. हीटिंग टूल्स के प्रयोग से बालों का नेचुरल ऑयल कम होने लगता है।
  2. इससे स्कैल्प के रूखेपन की समस्या बढ़ जाती है।
  3. बाल का टैक्सचर इससे प्रभावित होने लगता है।
hair smoothening ka baalon par prabhaav
हेयर स्मूदनिंग एक ऐसी तकनीक है, जिसमें बालों की फ्रिज़ीनेस को खत्म करके टेकस्चर को स्मूद लुक दिया जाता है। चित्र- अडोबी स्टॉक

3. केराटिन ट्रीटमेंट (What is Keratin treatment)

केराटिन ट्रीटमेंट की मदद से बालों को प्रोटीन तत्व मिलता है। कैराटीन वो तत्व होता है, जो शरीर नेचुरली प्रोड्यूस करता है, जिससे स्किन, बालों और नाखूनो की देखरेख में मदद मिलती है। बालों पर कैराटीन करने के लिए कैराटीन बेस्ड प्रोडक्टस को बालों पर लगाकर उसे आयरन से सील कर दिया जाता है।

जानें इसके फायदे (Benefits of Hair keratin)

  1. इससे बालों को मज़बूती मिलती है।
  2. बालों में रूखेपन की समस्या कम हो जाती है।
  3. कैराटीन से बालों के लुक में परिवर्तन आने लगता है।

केराटिन ट्रीटमेंट के नुकसान (Side effects of Hair keratin)

  1. हीटिंग टूल्स का प्रयोग करने से हेयर डैमेज का खतरा बढ़ने लगता है।
  2. केमिकल्स का प्रभाव बालों पर बना रहता है, जिससे बालों के टैक्सचर में चेंजिज़ आते हैं।

ये भी पढ़ें- केराटिन ट्रीटमेंट के बाद बढ़ने लगा है हेयर फॉल, तो ये 5 एक्सपर्ट टिप्स आएंगे आपके काम

  • 140
लेखक के बारे में

लंबे समय तक प्रिंट और टीवी के लिए काम कर चुकी ज्योति सोही अब डिजिटल कंटेंट राइटिंग में सक्रिय हैं। ब्यूटी, फूड्स, वेलनेस और रिलेशनशिप उनके पसंदीदा ज़ोनर हैं। ...और पढ़ें

अगला लेख