एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर ग्रीन टी तमाम रूपों में आपके लिए फायदेमंद होता है। ज्यादातर लोग ग्रीन टी को मॉर्निंग ड्रिंक के तौर पर लेते हैं क्योंकि यह शरीर को अंदर से डिटॉक्स कर पाचन क्रिया को स्वस्थ रखता है साथ ही मेटाबॉलिज्म को बूस्ट कर वेट लॉस में भी आपकी मदद करता है। हालांकि, इसके फायदे यही तक सीमित नहीं हैं यह त्वचा संबंधी समस्याओं में भी बेहद प्रभावी रूप से कार्य करता है। आप इसे चाय के रूप में लेने के साथ ही टोनर की तरह त्वचा पर अप्लाई कर सकती हैं। ग्रीन टोनर के कई फायदे हैं। त्वचा पर नजर आने वाले जिद्दी दाग धब्बों को कम कर यह त्वचा को प्राकृतिक ग्लो प्रदान करता है।
त्वचा पर इसके महत्वपूर्ण फायदों पर शोध करने के बाद हेल्थ शॉट्स आपके लिए लेकर आया है ग्रीन टी टोनर (green tea face toner) अप्लाई करने के कुछ महत्वपूर्ण फायदों की जानकारी। इसके साथ ही जानेंगे ग्रीन टी टोनर को स्किन पर किस तरह अप्लाई कर सकती हैं। तो फिर देर किस बात की आज ही इसे अपने केमिकल युक्त टोनर से बदलें।
नेशनल लाइब्रेरी ऑफ़ मेडिसिन के अनुसार पॉलीफेनोल्स से भरपूर ग्रीन टी में एंटी इंफ्लेमेटरी प्रॉपर्टी पाई जाती है। यह आपकी त्वचा पर इरिटेशन और जलन के कारण होने वाले रेडनेस में प्रभावी रूप से कार्य करते हुए आपकी त्वचा की सूजन को भी कम करता है। छोटे कट या सनबर्न पर ग्रीन टी टोनर या जेल का इस्तेमाल हमेशा मददगार होता है।
शोध की माने तो ग्रीन टी कई त्वचा संबंधी समस्याओं को हल कर सकती है। सोरायसिस, रोसैसिया, डर्मेटाइटिस जैसी त्वचा की स्थिति में अधिक खुजली और जलन होती है। ऐसे में ग्रीन टी का इस्तेमाल खुजली को कम करता है और जलन से राहत प्रदान करता है।
ग्रीन टी एक पावरहाउस है जिसमें एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं, साथ ही यह एंटीबैक्टीरियल और एंटी इंफलेमेट्री भी है। इसकी प्रॉपर्टीज इसे एक्ने संबंधी समस्यायों के लिए बेहद खास बनाती हैं। ग्रीन टी में मौजूद पॉलीफेनोल्स सीबम तेल उत्पादन को कम कर सकते हैं, जो एक्ने निकलने का एक प्रमुख कारण है। एक बार जब आपकी त्वचा में तेल का संतुलन सामान्य हो जाता है, तो इससे मुंहासे निकलने का खतरा कम हो जाता है।
फ्री रेडिकल्स बेहद खतरनाक होते हैं, जो आपकी त्वचा और स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा सकते हैं। ऐसा अत्यधिक प्रदूषण और यूवी रेज जैसे पर्यावरणीय तनावों के कारण होता है। फ्री रेडिकल्स आपके डीएनए को नुकसान पहुंचाते हैं, जिससे स्किन कैंसर जैसी घातक बीमारी हो सकती है। ऐसे में ग्रीन टी में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट फ्री रेडिकल्स के प्रभाव को कम कर देते हैं।
ग्रीन टी एंटीऑक्सीडेंट का एक उत्कृष्ट स्रोत है और इसमें कई ऐसे अन्य कंपाउंड पाए जाते हैं, जो फ्री रेडिकल्स के खिलाफ काम करते हैं। एपिगैलोकैटेचिन गैलेट (ईजीसीजी) और एपिकैटेचिन गैलेट (ईसीजी) दो मजबूत और उच्च क्षमता वाले कैटेचिन हैं जो फ्री रेडिकल्स से रक्षा प्रदान करते हैं।
ग्रीन टी में मौजूद एपिगैलोकैटेचिन गैलेट (ईजीसीजी) डेड स्किन सेल्स को पुनर्जीवित होने में मदद करता है। यह त्वचा की क्षतिग्रस्त कोशिकाओं की मरम्मत करता है और नई कोशिकाओं के निर्माण में मदद करता है, जो आपकी त्वचा को युवा बनाए रखता है और फाइन लाइन और रिंकल्स जैसे उम्र बढ़ने के संकेतों से मुक्त रखता है।
ग्रीन टी कई महत्वपूर्ण विटामिन और आवश्यक मिनरल्स का एक बेहतरीन स्रोत है। इसमें मौजूद विटामिन ए और विटामिन ई, आपकी त्वचा में पर्याप्त नमी को बनाये रखता है और त्वचा को स्वस्थ रखता है। ग्रीन टी के अर्क को लगाने से त्वचा का खुरदरापन और रूखापन कम हो जाता है। इससे आपको कोमल और मुलायम त्वचा पाने में मदद मिलती है।
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कस्टमाइज़ करेंग्रीन टी
नींबू का रस
पानी
बोतल
ग्रीन टी बैग या ग्रीन टी की पात्तियों को गर्म पानी में डालकर उबाल लें।
जब पानी उबल जाए तो इसे छान कर ठंडा होने के लिए रख दें।
जब ग्रीन टी ठंडा हो जाए तो इसमें नींबू का रस मिला लें।
आपका टोनर तैयार है इसे स्प्रे बोतल में स्टोर कर लें।
ग्रीन टी टोनर को लंबे समय तक इस्तेमाल करने के लिए इसे रेफ्रिजरेटर में स्टोर करके रखें।
अपने चेहरे को अच्छी तरह से साफ कर लें।
अब कॉटन पैड की मदद से ग्रीन टी टोनर को स्किन पर अच्छी तरह अप्लाई करें।
आप चाहें तो स्प्रे बोतल से इसे स्प्रे भी कर सकती हैं।
इसे सुबह और रात को सोने से पहले अपनी त्वचा पर अप्लाई करें।
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