पिगमेंटेशन की समस्या में आमतौर पर त्वचा की रंगत बदलने लगती है। वहीं कहीं पर स्किन ज्यादा डार्क नजर आती है, तो कहीं पर लाइट। इसके कई कारण होते हैं। सूरज के हानिकारक किरणों से लेकर ब्रेकआउट, एक्ने और पिम्पल्स भी पिगमेंटेशन की समस्या का कारण बन सकती है। ऐसे में त्वचा काफी ज्यादा डल हो जाती है। अब आप सोच रही होंगी की आखिर इसके लिए क्या किया जाए।
तो आपको बताएं कि पिगमेंटेशन में त्वचा पर केमिकल युक्त प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करने से समस्या और ज्यादा बढ़ सकती है। ऐसे में घरेलू नुस्खों की मदद से बिना किसी साइड इफ़ेक्ट के इस समस्या को कम किया जा सकता है। तो आज जानेंगे, ऐसेही 4 घरेलू नुस्खों (home remedies for pigmentation) के बारे में जो इससे निजात दिलाने में आपकी मदद करेंगे।
मेलानिन का अधिक उत्पादन।
लंबे समय तक सूरज की किरणों के सीधे संपर्क में रहना।
पिंपल और एक्ने के दाग धब्बों के साथ डार्क स्पॉट भी पिगमेंटेशन का कारण बनते हैं।
कीमोथेरेपी से भी हो सकती है पिगमेंटेशन।
कई लोगों में जेनेटिकली भी पिगमेंटेशन की समस्या देखने को मिलती है।
प्रेगनेंसी और मेनोपॉज के दौरान होने वाले हार्मोनल बदलाव के कारण भी पिगमेंटेशन हो सकती है।
आलू में एंजाइम मौजूद होते हैं। जो पिगमेंटेशन के धब्बों को कम करने में मदद करते हैं। इसके साथ ही नींबू को इसके ब्लीचिंग प्रॉपर्टी के लिए जाना जाता है। जो त्वचा के रंगत को एक सामान्य रखता है। साथ ही स्किन को ग्लोइंग बनाता है।
आलू को अच्छे से कस लें। अब इसमें नींबू का रस मिलाएं।
इसे त्वचा पर अच्छी तरह लगाएं और 30 मिनट तक लगाए रखें।
उसके बाद हल्के गुनगुने पानी से त्वचा को साफ कर लें।
उचित परिणाम के लिए इसे नियमित रूप से अपनी त्वचा पर अप्प्लाई करें।
लाल प्याज में कई ऐसे महत्वपूर्ण पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो दाग धब्बे और पिगमेंटेशन को कम करने में मददगार हो सकते हैं। यह पिगमेंटेशन का कारण बनने वाले सेल्स एक्शन को ब्लॉक कर देती है। वहीं रिसर्च की मानें तो कई ऐसे स्कार्स लाइटनिंग क्रीम हैं, जिसमें रेड अनियन की मात्रा मौजूद होती है। वहीं प्याज की सूखी हुई त्वचा का इस्तेमाल स्किन पर हुए निशान को हल्का करने में प्रभावी रूप से इस्तेमाल की जाती है। ऐसे में पिगमेंटेशन की समस्या में आप इसका इस्तेमाल कर सकती हैं।
प्याज को 4 से 5 भाग में काट लें और इसे गर्म पानी में भिगोकर रख दें।
उसके बाद इसे ब्लेंड करें और इसके जूस को बाहर निकाल लें।
त्वचा के प्रभावित जगहों पर इसके जूस को लगाएं और 10 से 15 मिनट तक लगाकर छोड़ दें। उसके बाद त्वचा को साधारण पानी से साफ कर लें।
उचित परिणाम के लिए इसे हफ्ते में कम से कम दो से तीन बार जरूर लगाएं।
पब मेड सेंट्रल द्वारा प्रकाशित अध्ययन के अनुसार ब्लैक टी वॉटर का इस्तेमाल त्वचा पर हुए डार्क स्पॉट को कम करते हुए पिगमेंटेशन की समस्या में फायदेमंद होता है। इसका नियमित इस्तेमाल काफी असरदार माना जाता है।
बॉयलिंग वॉटर में काली चाय की ताजी पत्तियां डालें।
जब पानी अच्छी तरह उबल जाए तो इसे लगभग 2 घंटे के लिए रख कर छोड़ दें।
जब यह ठंडा हो जाए तो इसे किसी कंटेनर में स्टोर करके रख सकती हैं।
इसे अप्लाई करने के लिए कॉटन बॉल को तैयार की गई काली चाय में भिगोएं। और प्रभावित जगहों पर लगाएं।
उचित परिणाम के लिए इसे कम से कम दिन में दो बार इस्तेमाल करें।
मसूर दाल से बना फेस पैक पिगमेंटेशन और डार्क स्पॉट की समस्या के प्रभावी घरेलू उपायों में से एक है। इसमें मौजूद पोषक तत्व खास कर एंटीऑक्सीडेंट त्वचा कि समग्र सेहत को बनाए रखने में मददगार होते हैं।
मसूर दाल को रात भर के लिए पानी में भिगोकर छोड़ दें।
अब मसूर दाल और थोड़े से दूध को ब्लेंडर में डालें और एक स्मूद पेस्ट तैयार करें।
अब तैयार किए गए पेस्ट को त्वचा पर लगाएं।
इसे 20 मिनट तक लगाकर छोड़ दें। उसके बाद ठंडे पानी से त्वचा को साफ कर लें।
यह भी पढ़ें : इन 4 चीजों के साथ मिलाएं शहद और अपनी वेट लॉस जर्नी को बनाएं और भी आसान