आज के समय में एक्ने की समस्या बेहद आम हो गई है। वहीं आप में से बहुत सी महिलाएं ऐसी होंगी जिन्हें आमतौर पर फोरहेड पर काफी ज्यादा एक्ने निकलता होगा। गालों की एक्ने को ट्रीट करने का अलग तरीका है। फोरहेड के एक्ने (acne on forehead) कहीं न कहीं आपकी स्किन प्रॉब्लम से जुड़े होने के साथ ही बालों से जुड़ी समस्याओं की वजह से भी होते हैं। ऐसे में आपको कुछ अन्य तरीकों से इसे डील करना होगा।
हालांकि, पहले आपको एक्ने के कारणों का पता होना जरूरी है, तभी आप इसे बेहतर तरीके से ट्रीट कर पाएंगी। डर्मेटोलॉजिस्ट डॉक्टर सुयोमि उर्फ डॉक्टर सु ने अपने इंस्टाग्राम पोस्ट के जरिए फोरहेड एक्ने के कारण तथा, उनसे निजात पाने के कुछ प्रभावी उपायों पर बात की है। तो चलिए जानते हैं इस बारे में अधिक विस्तार से।
विशेष रूप से, मेल सेक्स हार्मोन या एण्ड्रोजन के प्रोडक्शन के बढ़ने से ऑयल ग्लैंड (तेल ग्रंथियां) बड़ी हो जाती हैं और अधिक मात्रा में ऑयल प्रोड्यूस करती हैं, जिससे फोरहेड एक्ने ट्रिगर हो सकते हैं।
कुछ दवाएं, जैसे सिंथेटिक हार्मोन और कॉर्टिकोस्टेरॉइड, के साइड इफेक्ट्स के तौर पर एक्ने ट्रिगर हो सकते हैं।
स्टडी की मानें तो एक्ने से पीड़ित लगभग 50% लोगों में विटामिन डी की कमी थी। इसके अलावा कॉमन न्यूट्रीशनल डिफिशिएंसी जैसे कि आयरन लेवल का काम होना, कैल्शियम की कमी और अन्य महत्वपूर्ण विटामिन और मिनरल्स की कमी होने से भी एक्ने निकल आ सकते हैं।
यदि आप हेयर फॉल से परेशान हैं और इसके लिए हेयर केयर प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल कर रही हैं, तो उन्हें ध्यान से चुने, क्योंकि ऑयली हेयर को ट्रीट करने वाले हेयर केयर प्रोडक्ट्स फोरहेड एक्ने का कारण बन सकते हैं। कॉस्मेटिक प्रोडक्ट्स के कारण होने वाले एक्ने को कॉस्मेटिक एक्ने के रूप में जाना जाता है। यदि संभव हो, तो पोमाडे जैसे तैलीय उत्पादों के साथ-साथ संभावित रूप से परेशान करने वाले शैंपू और कंडीशनर से बचें।
फोरहेड एक्ने अक्सर त्वचा में जलन या पसीने के ट्रैप होने के कारण होते हैं। यह कॉस्मेटिक प्रॉडक्ट जैसे मेकअप, बैंड, कैप, वाइज़र या हेडबैंड के कारण हो सकता है।
कुछ लोगों की त्वचा के टी-ज़ोन एरिया में बड़े पोर्स या अतिरिक्त तेल उत्पादन होता है, जिसमें फोरहेड भी शामिल है।
रेगुलर क्लींजिंग रूटिंग मेंटेन करना बहुत जरूरी है, इसके लिए माइल्ड और जेंटल क्लींजर का प्रयोग करें। खासकर यदि एक्ने की समस्या रहती है, तो सैलिसिलिक एसिड युक्त क्लींजर अधिक प्रभावी साबित हो सकते हैं। यह डेड स्किन सेल्स को रिमूव करते हैं और सिबम प्रोडक्शन को कंट्रोल करने में मदद करते हैं। यह जानना बहुत जरूरी है, कि ऑयली स्किन एक सबसे बड़ा एक्ने ब्रेकआउट ट्रिगर है।
टी ट्री ऑयल में एंटीबैक्टीरियल प्रॉपर्टीज पाई जाती है, जो एक्ने को ट्रीट करने का एक प्रभावी तरीका है। टी ट्री ऑयल को पानी के साथ डाइल्यूट करके प्रभावित एरिया पर अप्लाई करें, इससे स्वेलिंग और रेडनेस कम होने के साथ ही एक्ने की स्थिति में भी सुधार देखने को मिलेगा।
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एलोवेरा जेल में एंटी इन्फ्लेमेटरी प्रॉपर्टी पाई जाती है, जो इसे एक प्रभावी और प्राकृतिक एक्ने ट्रीटमेंट बनाती हैं। एलोवेरा जेल का नियमित इस्तेमाल त्वचा को सूदिंग प्रॉपर्टी प्रदान करता है। साथ ही साथ इन्फ्लेमेशन को कम करते हुए इसे हिल होने में मदद करता है।
हर रोज नियमित रूप से पर्याप्त मात्रा में पानी पीकर अपने बॉडी को पूरी तरह से हाइड्रेटेड रखने का प्रयास करें। इससे आपकी त्वचा की सेहत बरकरार रहती है। साथ ही साथ एक्ने ब्रेकआउट की समस्या आपको परेशान नहीं करती। जब बॉडी हाइड्रेटेड रहती है, तो शरीर में टॉक्सिंस जमा नहीं होते और खून पूरी तरह से साफ रहता है, इससे आपकी सेहत बनी रहती है, और त्वचा पर भी इसका सकारात्मक असर देखने को मिलता है।
ग्रीन टी में एंटी इन्फ्लेमेटरी प्रॉपर्टी पाई जाती है, जिनके इस्तेमाल से ट्रिगर्ड एक्ने को कम करने में मदद मिलती है। इसके अलावा ग्रीन टी की कूलिंग इफेक्ट एक्ने की स्थिति में सुजान, रेडनेस और दर्द से राहत प्रदान करती हैं। अपनी त्वचा की प्रभावित हिस्सों से कॉटन की मदद से ग्रीन टी अप्लाई करें। इसके नियमित इस्तेमाल से बहुत जल्द आपको फायदा नजर आएगा।
यदि आपके बाल ऑयली हैं, तो फोरहेड एक्ने अधिक फ्रिक्वेंटली आपको परेशान कर सकता है। इसलिए ऑयली बालों को हर 2 से 3 दिन पर शैंपू करना जरूरी है, अन्यथा ऑयल स्किन पर आना शुरू हो जाते हैं और यह सबसे पहले फोरहेड पर नजर आते हैं। इसके अलावा यदि आप किसी प्रकार के हेयर ऑयल का इस्तेमाल कर रही हैं, तो यह जरूर चेक करें कि वे स्किन फ्रेंडली हों, क्योंकि हेयर ऑयल आपकी फोरहेड स्किन पर आते हैं और एक्ने को ट्रिगर कर सकते हैं।
यदि आप बैंग्स रखती हैं, तो यह कहीं न कहीं एक्ने को ट्रिगर कर सकता है। यदि चेहरे पर बार-बार बाल आते रहते हैं, तो स्किन इरिटेट होती है। जिसकी वजह से इचिंग, एक्ने ,रेडनेस आदि जैसी समस्याएं हो सकती है। इसलिए ज्यादा से ज्यादा समय के लिए अपने बालों को पीछे की ओर बांध कर रखें, ताकि यह त्वचा पर न आए। वही शैंपू, कंडीशनर स्कैल्प सीरम हेयर मास्क आदि का इस्तेमाल करते हुए यह सुनिश्चित करें कि ये आपकी फोरहेड स्किन पर न लगे, अन्यथा इंफेक्शन, इचिंग और एक्ने ट्रिगर हो सकते हैं।
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