ढ़ेर सारे पोषक तत्वों से भरपूर अलसी के बीज (flaxseeds benefits) अक्सर लोग खाने के लिए इस्तेमाल करते है। मगर इसमें मौजूद खूबियां स्किन केयर के लिए फायदेमंद साबित होती है। बारिश के दिनों में ज्यादातर लोगों को इचिंग, रेडनेस और स्किन डलनेस का सामना करना पड़ता है। इससे राहत पाने के लिए अलसी के बीज से तैयार फेसपैक (DIY flaxseeds face pack) बेहद कारगर साबित होता है। इससे स्किन के निखार को बढ़ाने के अलावा एजिंग (skin ageing) की समस्या से भी मुक्ति मिल जाती है। जानते हैं अलसी के बीज त्वचा (Flaxseed face mask) का कैसे रखते हैं ख्याल।
प्लांट बेस्ड प्रोटीन से भरपूर अलसी के बीज (flaxseeds) में एंटी इंफ्लामेटरी और एंटी एजिंग प्रॉपर्टीज़ पाई जाती हैं। इसमें मौजूद फैटी एसिड से त्वचा का लचीलापन बना रहता है। इसके अलावा अलसी के बीज के पाउडर (flaxseed powder) को चेहरे पर लगाने से अतिरिक्त ऑयल प्रोडक्टस को भी कम किया जा सकता है। डीप क्लींजिंग और एक्सफोलिएंटिंग गुणों से भरपूर अलसी के बीज को कई तरह से चेहरे पर अप्लाई किया जा सकता है।
इस बारे में ब्यूटी एक्सपर्ट रेखा कुमारी बताती हैं कि स्किन को हेल्दी और क्लीन बनाए रखने के लिए अलसी के बीज से तैयार फेसपैक (flaxseed face pack) का प्रयोग किया जाता है। इससे स्किन की इलास्टीसिटी मेंटेन रहने के अलावा त्वचा को मॉइश्चराइज़ रखने में मदद मिलती है। इसमें मौजूद फैटी एसिड से सीबम सिक्रीशन को रेगुलेट किया जा सकता है। इसके अलावा लार्ज पोर्स (lagre pores) की समस्या को हल करके त्वचा को किसी भी प्रकार की एलर्जी से बचाने में भी मदद मिलती है।
अलसी के बीज में एंटी माइक्रोबियल प्रॉपर्टीज़ पाई जाती है। इससे स्किन पर बढ़ने वाले इंफेक्शन की रोकथाम की जा सकती है। इसके लिए 1 चम्मच अलसी के बीज को सोक कर दें। अब अलसी के बीज के पानी को बिना फैकें उसमें शहद और नींबू का रस मिलाकर चेहरे पर लगाएं। इससे त्वचा पर बढ़ने वाले एक्ने की समस्या को कम किया जा सकता है। 5 से 7 मिनट तक चेहरे पर लगाने के बाद चेहरे पर को धो दें।
त्वचा को एजिंग के प्रभावों से बचाने के लिए 1 चम्मच अल्सी के बीज को पानी में डालकर गैस पर 1 से 2 मिनट तक गर्म करें। जब अलसी की जेल तैयार हो जाएं, तो उसे ब्लैंड करके उसमें चावल का आटा मिला दें। अब इसे चेहरे पर 10 से 15 मिनट के लिए अप्लाई करें। उसके बाद चेहरे पर हाथों से मसाज करके चेहरे को धो दें।
त्वचा में बढ़ने वाली मेलेनिन की मात्रा से स्किन पगिमेंटेशन की समस्या बढ़ने लगती है। ऐसे में स्किन में कोलेजन की मात्रा को बरकरार रखने के लिए दही में अलसी के बीज को डालकर कुछ देर के लिए रख दें। 1 मिनट के बाद उसमें दालचीनी पाउडर मिलाकर ब्लैंड कर दें। अब इस मिश्रण को चेहरे और गर्दन पर लगाकर छोड़ दें। इसकी थिन लेयर को 10 मिनट तक लगे रहने दें और फिर चेहरे को धो दें। सप्ताह में 2 बार इसका इस्तेमाल करने से त्वचा क्लीन और ग्लोई बन जाती है।
अलसी के बीज को पानी में डालकर 10 मिलट के लिए भीगने के लिए रख दें। अब उसमें मुल्तानी मिट्टी, शहद और आवश्यसकतानुसार गुलाब जल को मिला दें। इस पेस्ट को ब्लैण्ड करके चेहरे पर लगाएं और 10 मिनअ के लिए लगा रहने दें। उसके बाद हथेलियों पर पानी लेकर हल्के हाथों से मसाज करें और चेहरे को क्लीन कर लें। इससे त्वचा की क्लीनिंग में मदद मिलती है।
इसके लिए अलसी के बीज को पानी में 30 मिनट के लिए भिगोकर रखें। उसके बाद ओटमील पाउडर में मिलाकर एक पेस्ट तैयार कर लें। इसे पेस्ट को चेहरे पर लगाकर कुछ देर तक मसाज करें। इससे डेड स्किन सेल्स की समस्या से बचा जा सकता है। इससे त्वचा का निखार बढ़ता है और स्किन क्लीन और हेल्दी बन जाती है।