गंदे बारिश के पानी में भीगे हुए गीले पैर सबसे बुरे होते हैं। झुर्रीदार त्वचा, गंदगी, पैरों से बदबू और इन सबसे ऊपर, त्वचा में इन्फेक्शन- ये कुछ चीजें हैं जो आपको मानसून की सुंदरता का आनंद नहीं लेने देती हैं। लेकिन सच्चाई यह है कि मानसून के दौरान पैरों की देखभाल बहुत जरूरी है और आपको इसका ख्याल रखना चाहिए। क्या आप जानती है क्यों? ऐसा इसलिए है क्योंकि यह फंगल संक्रमण और कई बीमारियों के लिए यह एक खुला निमंत्रण है।
प्रसिद्ध त्वचा विशेषज्ञ, डॉ अजय राणा के अनुसार, मानसून में हम गड्ढों में ठहरे हुए पानी से गुजरते हैं, जो हमारे पैरों की त्वचा को नुकसान पहुंचाता है। इस समय, हमें अपने पैरों के प्रति ज्यादा सतर्क रहने की आवश्यकता है।
इस समय आपकी त्वचा गंदी, गीली, चिपचिपी, संक्रमित और यहां तक कि ऊबड़-खाबड़ महसूस हो सकती है। नम, गीले और चिपचिपे वातावरण में गीले जूते, पसीने से तर पैर, फटे पैर की उंगलियों, फंगल संक्रमण, खुजली, एथलीट फुट और कई अन्य एलर्जी जैसी समस्याएं दे सकते हैं।
डॉ राणा बताते हैं, “मानसून के दौरान पैरों की सबसे आम समस्याएं बदबूदार पैर, नाखूनों की सिलवटों के आसपास सूजन और फंगल संक्रमण हैं। पानी के अत्यधिक संपर्क में आने से पैर सूज जाते हैं जिससे वह दरारों और संक्रमण की चपेट में आ जाते हैं।
मैलोडोरस फुट (malodorous feet) गीले जूतों के निरंतर उपयोग और जूतों या पैरों में बैक्टीरिया के होने के कारण होता हैं। नम वातावरण में बेक्टीरिया जल्दी पनपते हैं। जो लोग नंगे पैर चलते हैं, उनके पैरों में मस्से (warts) होने की संभावना बढ़ जाती है। ”
यदि आपके पैर गंदे बारिश के पानी में भीग गए हैं, तो सुनिश्चित करें कि इसके तुरंत बाद सूखे पैरों पर एक अच्छा एंटीफंगल टैल्कम पाउडर लगाएं और जूते या मोजे पहनने से पहले उन्हें कुछ समय के लिए छोड़ दें।
हर बार बाहर से घर आने पर अपने पैरों को लिक्विड वॉश से धोएं। नए जूते या मोजे पहनने से पहले अपने पैरों को पूरी तरह से सुखा लें।
हमेशा एक अच्छी फुट क्रीम या मॉइस्चराइजर लगाएं, जो आपके पैरों को हाइड्रेट रखता है, एलर्जी से बचाता है और एड़ियों को नरम और चिकना रखता है। सूखे पैरों पर दिन में दो बार (सुबह नहाने के बाद और रात को सोने से पहले) मॉइस्चराइजर लगाएं।
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पैरों के विभिन्न क्षेत्रों को अलग-अलग देखभाल की आवश्यकता होती है। एड़ी आम तौर पर फट जाती हैं। इन पर एक मॉइस्चराइजिंग क्रीम की जरूरत होती है। जिससे डेड सेल्स को हटाने के लिए स्क्रब से साफ़ करने की आवश्यकता होती है।
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कस्टमाइज़ करेंपैर की उंगलियों के बीच की जगह को साफ करना, सुखाना और पाउडर लगाना होता है। एक एंटीफंगल पाउडर इसके लिए बेहतर विकल्प है । लेकिन उंगलियों के बीच में हमेशा स्क्रब करने से बचें, क्योंकि इससे इनकी कोमल त्वचा में दरार आ सकती है। इससे फंगस बढ़ सकता है।
मानसून में आपके पैरों के लिए एक्सफोलिएशन बहुत मददगार होता है। एक्सफोलिएशन डेड सेल्स को हटाने में मदद करता है। यह त्वचा से सभी धूल और संक्रमणों को दूर कर सकता है, जिससे आपके पैर साफ और शुष्क हो जाते हैं।
पैर के नाखूनों को ट्रिम करवाते रहें, ताकि नाखूनों के नीचे कम गंदगी जमा हो और आपके पैरों की सफाई आसान हो जाए।
हमें उम्मीद है कि ये टिप्स आपके पैरों को हेल्दी और हैप्पी रहने में मदद करेंगे!
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