एक 25 साल की ब्रिटिश ब्यूटीशियन की कहानी तब वायरल हुई जब उसके माथे की स्किन लंबे वक़्त तक धूप में रहने के बाद प्लास्टिक की तरह नज़र आने लगी। इस मामले ने स्किन की सुरक्षा के लिए सनस्क्रीन के महत्व पर ध्यान आकर्षित किया है। धूप में या तो दैनिक कामों के लिए या काम के लिए, बाहर जाना तो लाजमी है, लेकिन सूरज की रोशनी के संपर्क में लंबे समय तक रहना आपकी स्किन पर कहर बरपा सकता है, जिससे कुछ गंभीर स्थितियां पैदा हो सकती हैं।
ब्यूटीशियन सिरिन मुराद को बल्गेरियाई समुद्र तट पर बिना सनस्क्रीन के 21 डिग्री सेल्सियस के तापमान पर धूप में बाहर सोने के बाद ‘प्लास्टिक स्किन’ का सामना करना पड़ा।
इसलिए आपकी स्किन को यूवी किरणों के हानिकारक प्रभाव से बचाने के लिए बरती जाने वाली सावधानियों को जानना महत्वपूर्ण है।
हेल्थ शॉट्स ने स्किन स्पेशलिस्ट डॉ अनुप्रिया गोयल, बर्कॉविट्स हेयर एंड स्किन क्लिनिक से संपर्क किया, ताकि सूर्य के संपर्क के दुष्प्रभावों और जरूरी सावधानियों के बारे में जानकारी प्राप्त की जा सके।
विशेषज्ञ के मुताबिक, सीधे सूर्य के संपर्क में आने से आप यूवी-ए और यूवी-बी किरणों के संपर्क में आ सकते हैं।
यूवी-ए किरणें वक़्त से पहले स्किन की उम्र बढ़ने की वजह बन सकती हैं। यह स्किन की गहरी परत के स्तर पर भी परिवर्तन का कारण बनता है जो कोलेजन को नुकसान पहुंचाता है और स्किन की लोच को भी कम करता है।
यूवी-बी किरणें स्किन की टैनिंग की वजह बनती हैं और स्किन कैंसर के लिए भी जिम्मेदार हो सकती हैं। सौभाग्य से, भारतीयों की त्वचा में उच्च मेलेनिन कोशिकाएं होती हैं, जो हमें स्किन कैंसर के प्रति कम संवेदनशील बनाती हैं।
आपको सूरज की रोशनी के संपर्क में आने के उच्च जोखिम से बचाने के लिए सनस्क्रीन आपका असली हथियार है। कहने की जरूरत नहीं है कि आपकी ब्यूटी वैनिटी या आपका डेली बैग में कभी भी सनस्क्रीन की कमी नहीं होनी चाहिए। बाहर निकलने से पहले ध्यान रखने वाली सबसे जरूरी बात यह है कि मौसम चाहे जो भी हो, अपने चेहरे पर सनस्क्रीन का प्रयोग करें।
डॉ गोयल कहती हैं, “सुनिश्चित करें कि आप हमेशा एक ऐसा सनस्क्रीन चुनें जो कम से कम एसपीएफ़ -30 होना चाहिए। पीए स्टार रेटिंग श्रेणी यूवीए किरणों के खिलाफ स्किन की केयर करने में मदद करती है, जबकि एसपीएफ़ हानिकारक यूवीबी किरणों के खिलाफ स्किन की केयर करता है। पीए स्टार श्रेणी कम से कम तीन स्टार होनी चाहिए। इसके अलावा, सुनिश्चित करें कि आप धूप में बाहर निकलने से कम से कम 30 मिनट पहले अपना सनस्क्रीन लगा लें। यदि आप सीधी धूप में हैं तो आपको इसे हर 2 घंटे में दोबारा लगाना चाहिए।
प्रो टिप: एक और चीज जिसका ध्यान रखने की जरूरत है, वह है कि आप रोजाना कितनी मात्रा में सनस्क्रीन लगाते हैं। आपको अपने चेहरे पर कम से कम आधा चम्मच या 3ml सनस्क्रीन लगाना चाहिए।
चिलचिलाती गर्मी में खुद को लू लगने से बचाने के लिए आप सनस्क्रीन लगाने के अलावा ढके हुये कपड़े भी पहन सकते हैं। तो, आप पूरी बाजू की सूती शर्ट पहन सकते हैं, गर्मी की टोपी पहन सकते हैं, या गर्मी को मात देने के लिए छाता ले जा सकते हैं। अपने शरीर को ढकने से आपकी स्किन को कड़ी धुप की रोशनी से सुरक्षित रखने में काफी सहायता मिल सकती है।
दूसरी ओर, यदि आप पूरे शरीर से ढके कपड़े नहीं पहन सकते हैं, तो आप अपने शरीर के खुले हिस्सों जैसे बाहों या गर्दन पर सनस्क्रीन लगा सकते हैं।
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