तरह तरह के हेयर ट्रीटमेंट लेने से बालों को कई तरह के नुकसान झेलने पड़ते हैं और उन्ही में से एक है तेज़ी से बालों का सफेद होना। केमिकल्स का लगातार इस्तेमाल करने से क्राउन एरिया पर दिखने वाले सफेद बाल (Grey hair on crown area) और हेयरफॉल की समस्या (tips to reduce hair fall) बढ़ने लगती है। ऐसे में बरसों पुरानी हर्ब हिना बालों को पोषण प्रदान कर कई फायदे देने में मदद करती है। अक्सर ब्यूटी को निखारने के लिए घरेलू नुस्खें पर भरोसा जताया जाता है। ठीक उसी तरह से ग्रे हेयर की समस्या को भी मेंहदी की मदद से कम किया जा सकता है। जानते हैं कि कैसे हिना ग्रे हेयर की समस्या (henna reduce early grey hair) को हल करने में होती है मददगार साबित।
इस बारे में ब्यूटी एक्सपर्ट भारती तनेजा बताती हैं कि मेंहदी में नेचुरल कंडीशनिंग गुण पाए जाते हैं। इससे बालों का रूखापन (Hair dryness) दूर होने लगता है और बालों की शाइन मेंटेन रहती है। गर्मी के मौसम में जहां मेंहदी से स्कैल्प को कूलिंग इफेक्ट (cooling properties) की प्राप्ति होती है। वहीं इसे लगाने से सफेद बालों की समस्या को हल किया जा सकता है। इससे हेयरफॉल (hair fall) की समस्या भी हल हो जाती है।
हिना की मदद से बालों की कंडिशनिंग (Heena for hair conditioning) से लेकर हेयर फॉलिकल्स की नरिशमेंट तक सभी चीजों में फायदा मिलता है। इस नेचुरल हेयर डाई (natural hair dye) से बालों का रंग और शाइन दोनों बरकरार रहते हैं। इससे बालों को मज़बूती मिलती है और बालों का टूटना व झड़ना कम हो जाता है। जानते हैं मेंहदी किस तरह से बालों के लिए है फायदेमंद।
ग्रे हेयर की समस्या से बचने के लिए नेचुरल कलरिंग एजेंट हिना (Heena natural coloring agent) बेहद फायदेमंद है। इससे बालों में कालापन बढ़ने लगता है और बालों की स्मूदनेस और शाइन बरकरार रहती है। इसमें मौजूद टैनिन्स की मात्रा बालों के कालेपन को बढ़ावा देती है। हिना की पत्तियों में पाई जाने वाली प्रोटीन और एंटीऑक्सीडेंटस की मात्रा ग्रे हेयर्स की समस्या हल कर देते हैं।
बालों पर हिना को अप्लाई करने से स्कैल्प इचिंग (scalp itching) और रूखेपन की समस्या हल हो जाती है। इसके अलावा मानसून के दौरान स्कैल्प पर बढ़ने वाली बैक्टीरियल इंफेक्शन की भी रोकथाम की जा सकती है। इसमें मौजूद एंटी फंगल गुण हेयरलॉस (tips to reduce hair loss) को कम करके बालों की मज़बूती को बढ़ाते हैं।
केमिकल बेस्ड शैम्पू से बालों में बढ़ने वाली रफनेस को हिना के ज़रिए दूर किया जा सकता है। इससे स्कैल्प मॉइश्चराइज़ रहता है और बाल मुलायम रहते हैं। इसमें पाई जाने वाली विटामिन ई की मात्रा बालों की जड़ों को पोषण प्रदान करती है। इससे स्कैल्प का पीएच लेवल मेंटेन रहता है।
स्कैल्प पर बढ़ने वाली डेड स्किन सेल्स की समस्या को दूर करने के लिए मेंहदी बेहद कारगर है। दसे बालों पर अप्लाई करने से डैंड्रफ से राहत मिल जाती है और बालों का वॉल्यूम भी बढ़ने लगता है। इसमें मौजूद नेचुरल ऑयल की मात्रा बालों में सीबम के प्रोडक्शन को रेगुलेट करने में मदद करती है, जिससे हेयर सेल्स बूस्ट होते हैं, जिससे हेयरग्रोथ बढ़ने लगती है।