उम्र के साथ तजूरबा जरूर आता है लेकिन एक और चीज आती है जो है एंजिग के लक्षण एजिंग सबसे पहले चेहरे से ही दिखना शुरू होती है। कई लोगो में ये एजिंग के लक्षण कॉनफिडेंस के कम होने का कारण भी बनते है। रिंकल्स, फाइनलाइन कई लोगो को नाकारात्मक तरीके से प्रभावित करती है। वैसे तो सेल्फ लव बहुत जरूरी है मतलब आप जैसे है वैसे ही खुद को अपना लें लेकिन कई बार कुछ महिलाएं इसे नाकारातत्मक रूप में ले लेती है तो चलिए बताते है आपको एंटी एजिंग आयुर्वेदिक उपायों के बारे में।
ये जानने के लिए हमने बात की न्यूट्रिशनिस्ट और वेलनेस एक्सपर्ट करिश्मा शाह से। उन्होमे बताया कि आयुर्वेद के प्राचीन विज्ञान का दुनिया भर में बड़े पैमाने पर पालन किया जाता है। सुंदरता के प्राकृतिक मार्ग को अपनाने से लेकर समग्र स्वास्थ्य के प्रति इसके दृष्टिकोण तक, आयुर्वेद के गुण हमें आश्चर्यचकित करते रहते है।
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चंदन में एंटी एजिंग, एंटीऑक्सीडेंट गुण होते है जो स्किन को हेल्दी रखने के साथ-साथ स्किम सेल को भी हेल्दी रखता है। यह स्किन में दिखने वाले एजिंग के संकेतों को भी दूर रखता है। चंदन से स्किन मॉश्चराइज रहती है जिससे आपकी त्वचा ड्राई नहीं होती है। चंदन से स्किन में इलास्टिसिटी बनी रहती है जिससे स्किन ढीली नही होती है। फ्री रेडिकल्स से स्किन को बचाने में चंदन बेहद जरूरी है ये स्किन को फाइन लाइन और रिंक्लस से बचाता है।
उम्र बढ़ने के साथ त्वचा उम्र बढ़ने के लक्षण दिखाती है जिसमें झुर्रियां, ढीली त्वचा के परिणाम दिखते है। मुल्तानी मिट्टी के शक्तिशाली एंटी-एजिंग गुण झुर्रियों और फाइन लाइन को कम करने में मदद करते हैं और त्वचा को मजबूती प्रदान करते हैं। मुल्तानी मिट्टी को अंडे और थोड़े दही के साथ मिलाकर चेहरे पर लगाया जाता है, तो त्वचा में कसावट आती है और झुर्रियां दूर होती हैं। इस पैक को 2 घंटे के लिए अपने चेहरे पर लगा रहने दें और आपको झुर्रियां कम होती हुई दिखेगी।
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नींबू में विटामिन सी भरपूर मात्रा में पाया जाता है जो आपकी स्किन में इलास्टिसिटी को बढ़ाता है। उम्र बढ़ने के साथ स्किन सैगी हो जाते है और रिंकल्स भी बढ़ने लगते है। हल्दी में एंटी एजिंग गुण होते है जो स्किन पर उम्र के साथ बढ़ने वाले रिंकल्स को कम करता है। हल्दी के एंटीओक्सीडेंट गुण डैमेज स्किन को ठीक करने में मदद करता है।
पशुओं के पदार्थों में विटामिन ए होता है जो न केवल आपकी आंखो की रोशनी के लिए अच्छा है बल्कि आपके स्किन के स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद है। दूध में रेटीनॉल और विटामिन डी भी होता है जो एंटी एजिंग गुण है। दूध में मौजूद प्रोटीन इलास्टिसिटी को बढ़ाता है और लैक्टिक एसिड जो एक अल्फा हाइड्रॉक्सी एसिड होता है कोलेजन के उत्पादन में मदद करता है। इन्ही गुणों की वजह से दूध को एंटी एजिंग के लिए फायदेमंद माना जाता है।
शहद झुर्रियों और फाइन लाइन्स को खत्मकरता है। शहद से रूखी, बेजान और झुर्रियों वाली त्वचा को पोषण मिलता है । आप शहद से एक एंटी-एजिंग मास्क के तौर पर भी इस्तेमाल कर सकते है। एक चम्मच शहद में पपीता, दूध या दही मिला लें और मिश्रण को चेहरे पर 20 मिनट के लिए लगाएं। मास्क को फेस पर अच्छी तरह से मसाज करें ताकि यह रक्त प्रवाह में सुधार कर सके और त्वचा को टाइट कर सके। मास्क को गर्म पानी से निकालें और अपनी त्वचा को कपड़े से थपथपाकर सुखाएं।
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