अक्सर लोगों को एक्ने और दाग धब्बों (facial spots) की समस्या का सामना करना पड़ता है। चेहरे को क्लीन और क्लीयर रखने के लिए लोग कई उपाय करते है। मगर बावजूद इसके नाक पर ब्लैकहेड्स बनने लगते हैं। दरअसल, नाक पर दिखने वाले महीन ब्लैक स्पॉटस ब्लैकहेड्स (blackheads) कहलाते हैं। मगर इससे चेहरे की खूबसूरती फीकी लगने लगती है। हांलाकि स्किन केयर रूटीन फॉलो करने के बावजूद भी ब्लैकहेड्स (causes of blackheads) और व्हाइट हेड्स की समस्या बनी रहती है।
अधिकतर लोग इन्हें रिमूव करने के लिए नुकीले टूल्स का इस्तेमाल करने लगते हैं, स्किन को नुकसान पहुंचा सकते हैं। जानते हैं ब्लैकहेड्स कैसे बनते हैं और इन्हें रिमूव करने के कुछ आसान तरीके (ways to remove blackheads)।
इस बारे में ब्यूटी एक्सपर्ट रेखा कुमारी बताती हैं कि अक्सर स्किन पर बैक्टीरिया का प्रभाव पोर्स को क्लोज़ करके उसमें इंफेक्शन का कारण बनने लगता है, जिससे एक्ने में इंफ्लामेशन बढ़ती है। वहीं चेहरे पर मौजूद ओपन पोर्स (tips to deal with open pores) में जमा डस्ट और ऑयल से वो लॉक हो जाते हैं, जिससे ब्लैकहेड्स का रूप लेने लगते हैं। फ्री रेडिकल्स का प्रभाव त्वचा पर बढ़ने से ये समस्या बनी रहती है।
अमेरिकन एकेडमी ऑफ डर्मेटोलॉजी की रिसर्च के अनुसार 85 फीसदी लोगों के शरीर पर ब्लैकहेड्स पाए जाते हैं। आमतौर पर ये नाक के पास और फोरहेड पर देखने को मिलते हैं। स्किन पोर्स में सीबम ग्लैंडस होते हैं, जो स्किन को हाइड्रेट रखने में मदद करते हैं। सीबम को अतिरिक्त प्रोड्क्शन, डेड स्किन सेल्स और बैक्टीरिया से ब्लैकहेड्स बनने लगते हैं।
इसे अप्लाई करने से पहले चेहरे को वॉश कर लें या फिर हल्के गुनगुने पानी में भिगोकर कपड़े को कुछ देर के लिए चेहरे पर रखें। इससे पोर्स में जमा गंदगी को अनलॉक होने लगती है। अब एक्सट्रैक्टर को नाक पर सर्कुलर मोशन में चलाएं। इससे नाक पर जमा ब्लैकहेड्स को प्रैशर से रिमूव करने में मदद मिलती है। स्किन को डैमेज किए बिना इसकी मदद से ब्लैकहेड्स को रिमूव किया जाता है।
स्किन पोर्स में मौजूद जमा होने वाली डस्ट और पॉयूटेंटस को दूर करने के लिए पोर स्ट्रिप्स (How to use pore stripes) बेहद फायदेमंद हैं। इससे धूल मिट्टी को दूर किया जा सकता है। वे लोग जिनकी त्वचा अति संवेदनशील है, उन्हें पोर स्ट्रिप्स के ज्यादा इस्तेमाल से बचना चाहिए। इसमें इस्तेमाल की जाने वाली ग्लू एलर्जी का भी कारण बन सकती है।
चेहरे पर सीबम सिक्रीशन का बढ़ना ब्लैकहेड्स की समस्या को बढ़ाता है। इसके लिए 2 चम्मच दही में कुछ बूंद नींबू का रस मिलाकर पेस्ट बना लें। अब इसे नाक पर लगाकर 5 से 7 मिनट के लिए छोड़ दें। उसके बाद गुलाब जल से मसाज करें और फिर मास्क को रिमूव कर लें। इससे नाक और फोरहेड पर मौजूद ब्लैकहेड्स कम होने लगते हैं।
चावल के आटे में ग्लीस्रीन मिलाकर उसका पेस्ट बना लें और उससे स्क्रबिंग करें। इसके अलावा एंटीऑक्सीडेंटस से भरपूर कॉफी पाउडर में शुगर और पानी मिलाकर उससे ब्लैकहेड्स वाले पोर्शन पर स्क्रबिंग करने से कील मुहांसों से राहत मिलने लगती है। इससे स्किन पर मौजूद अतिरिक्त ऑयल से राहत मिल जाती है।
कुछ देर स्टीम लेने से चेहरे के पोर्स ओपन हो जाते है। इसके बाद ब्लैकहेड रिमूविंग क्रीम को नाम पर अप्लाई करें और कुछ देर तक मसाज करें। उससे ब्लैकहेड्स को रिमूव करने में मदद मिलती है। इससे स्किनटोन में निखार बढ़ने लगता है।
एक्सपर्ट के अनुसार वैक्सिंग की मदद से ब्लैकहेड्स को आसानी से रिमूव किया जा सकता है। इससे चेहरे पर बढ़ने वाली डेड स्किन सेल्स की समस्या से भी बचा जा सकता है। इसे चेहर पर अप्लाई करने से ब्लैकहेड्स और व्हाइटहेड्स को कम किया जा सकता है।