वर्ष 2005 में, अमेरिकी त्वचा विशेषज्ञों ने पता लगाया कि मुहांसों, तैलीय त्वचा, आंखों के नीचे काले घेरे, हाइपरपिग्मेंटेशन और यहां तक कि ड्राय स्किन से बिना किसी महंगी कॉस्मेटिक्स के छुटकारा पाना संभव है। इसके लिए आपको बस अपने आहार में कुछ प्रकार के भोजन को शामिल करने की जरूरत है।
हम यहां आपके साथ त्वचा विज्ञान विशेषज्ञ द्वारा सुझाए कुछ ऐसे संतुलित आहार शेयर कर रहे हैं, जो आपकी त्वचा के लिए बेहद फायदेमंद साबित हो सकते हैं। यकीन मानिए, आपको फिर से अपने कंसीलर को बदलने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
हाइपरपिग्मेंटेशन विटामिन की कमी का संकेत हो सकता है, खासकर विटामिन बी12। पशु-आधारित खाद्य पदार्थ इस विटामिन से भरपूर होते हैं। लेकिन मांस के बिना भी पिग्मेंट स्पॉट की समस्या से छुटकारा पाना संभव है, इसके लिए आपको बस उचित आहार की आवश्यकता है।
विटामिन-सी और ई और एंटीऑक्सिडेंट जैसे एलीजिक एसिड और अंगूर के बीज का अर्क, आपकी त्वचा से पिगमेंट स्पॉट को हटाने में मदद कर सकता है। आप इन उपयोगी तत्वों को बड़ी मात्रा में खट्टे फल, स्ट्रॉबेरी, कीवी, टमाटर और अनार में पा सकते हैं।
यदि आप धूप में बहुत समय बिताती हैं तो पिग्मेंटेशन अधिक दिखाई देती है। आपनी त्वचा को यूवी किरणों से बचाने के लिए एंटीऑक्सिडेंट से भरपूर खाद्य पदार्थों का सेवन करें: जामुन, अंगूर, अनानास, आलूबुखारा, ब्रसेल्स स्प्राउट्स, गोभी, बेल पेपर्स, पालक, और बकव्हीट।
यह जान लेना जरूरी है कि उच्च ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले खाद्य पदार्थ वसामय ग्रंथियों (sebaceous glands) की उत्पादकता को बढ़ाते हैं। नतीजतन, वे त्वचा में अधिक तेल का उत्पादन करते हैं, जो हाइड्रेशन के लिए आवश्यक है। यही कारण है जिससे त्वचा में वह तैलीय चमक दिखाई देती है।
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कॉस्मेटिक्स आपको केवल अस्थायी रूप से एक चिकनी चमक से बचाती हैं, जबकि विटामिन-ए से भरपूर आहार तेल उत्पादन के स्तर को काफी कम कर सकता है। इसके अलावा, यह भोजन बहुत स्वादिष्ट और सरल है: बस अपने आहार में थोड़ा सा आम, गाजर, अंडे की जर्दी, सूखे खुबानी, पालक, और शकरकंद को शामिल करें।
आपको उच्च ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले खाद्य पदार्थों का सेवन कम करना चाहिए। नरम गेहूं से बने सफेद ब्रेड, आलू और पास्ता का सेवन कम करें। जल्द ही आपकी त्वचा की समस्याएं छूमंतर हो जाएंगी।
इसके लिए आप फिर से उच्च ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले फूड्स को दोष दे सकती हैं। यही कारण है कि तैलीय त्वचा वाले लोगों को अक्सर मुंहासे की समस्या होती है। वसामय ग्रंथियां अधिक सक्रिय हो जाती हैं, जिससे रोमछिद्र ब्लॉक हो जाते हैं, जहां बैक्टीरिया अधिक तेजी से प्रजनन करते हैं और सूजन पैदा करते हैं।
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कस्टमाइज़ करेंएक विशेष आहार आपकी मुंहासों की समस्या से राहत पाने में मदद कर सकता है। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि पॉलीअनसेचुरेटेड फैटी एसिड वाले अधिक खाद्य पदार्थ खाने सूजन से राहत मिलती है। सीधे शब्दों में कहें, तो फल, सब्जियां, नट्स, अखरोट, सन सीड्स, अलसी का तेल, समुद्री शैवाल, और शेलफिश खाएं।
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शुष्क त्वचा शरीर में कोलेस्ट्रॉल की कमी और अतिरिक्त विटामिन-ई का संकेत देती है। शाकाहारियों के लिए पहला कारण ज्यादातर सच है, क्योंकि कोलेस्ट्रॉल के मुख्य स्रोत मछली और मांस हैं।
अपने आहार में मोनोअनसैचुरेटेड फैटी एसिड की सांद्रता बढ़ाएं। जब तेल और पोषक तत्वों के सप्लीमेंट्स का सेवन किया जाता है, तो वे अच्छी तरह से नहीं पचते हैं। लेकिन जब सेम, समुद्री शैवाल, अंडे, सोयाबीन, एवोकाडो, मूंगफली, और अन्य प्रकार के नट्स जैसे पूरे उत्पादों को निगला जाता है। तो यह आसानी से पच जाते हैं।
यदि आप शाकाहारी नहीं हैं, तो नियमित रूप से मांस और मछली खाने की कोशिश करें। इसका सबसे अच्छा विकल्प अल्बाकोर टूना, सैल्मन, मैकेरल, और झील ट्राउट हैं।
यह मानना एक गलती है कि आंखों के चारों ओर काले घेरे नींद की कमी का एक संकेतक हैं। वे एक गंभीर बीमारी का भी एक लक्षण हो सकते हैं: एक एलर्जी या भोजन असहिष्णुता (food intolerance) जो आंखों के आसपास के क्षेत्र में सूजन और गहरे रंग का कारण बनती है।
ऐसे में भोजन असहिष्णुता परीक्षण (food intolerance test) लें। परीक्षण के परिणामों की प्रतीक्षा करते समय, अपने आहार से सभी संभावित खतरनाक उत्पादों को बाहर करें, उदाहरण के लिए, ऐसे खाद्य पदार्थ जिनमें लैक्टोज होते हैं। इनमें डेयरी उत्पाद, ब्रेड, आलू के चिप्स, इंस्टेंट कॉफी, इंस्टेंट सूप और आर्टीफिशियल स्वीटनर्स शामिल हैं।
यदि आपको किसी चीज से एलर्जी नहीं है, तो काले घेरे डिहाइड्रेशन का संकेत हो सकते हैं। बहुत सारा पानी पिएं और बहुत अधिक कॉफी न पिएं।
आपको उन खाद्य पदार्थों को भी शामिल करना चाहिए जिनमें हेम आयरन होता है। ये खाद्य पदार्थ हीमोग्लोबिन के स्तर को बढ़ाते हैं। इसलिए रेड मीट, टूना, अंडे की जर्दी और बकव्हीट का सेवन अधिक करें।
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