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आपके नाखूनों और त्वचा को भी नुकसान पहुंचा सकते हैं नेल पेंट, एक डर्मेटोलॉजिस्ट बता रहे हैं कैसे

हम हमेशा बेहतर दिखने कि कोशिश करते हैं पर कभी कभी इस सब के बीच हम खुद को ही नुकसान पहुंचाने लगते हैं। इस लेख में जानें कि अपने हाथों की खूबसूरती को बढ़ाने के लिए नाखूनों पर नेल पेंट के अत्यधिक उपयोग के हानिकारक प्रभावों और उनसे बचाव के उपायों के बारे में।
Updated On: 9 Oct 2024, 09:48 pm IST
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जानें कहीं आपके नाखून तो नहीं दे रहे किसी बीमारी का संकेत। चित्र : एडॉबीस्टॉक

शायद आप अपने चिकने, पॉलिश किए गए नाखूनों की खूबसूरती को पसंद करते हैं, लेकिन अक्सर आप अपने नाखूनों को देखकर सोचते हैं: क्या नेल पॉलिश के कुछ हानिकारक प्रभाव हैं? क्या नाखून बिना पाॅलिश के ज्यादा स्वस्थ होते हैं? आमतौर पर, जवाब हाँ है — लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि आपको हमेशा के लिए नेल पॉलिश से दूर रहना चाहिए। यहां बताया गया है कि नेल पॉलिश आपके नाखूनों और त्वचा की सेहत को कैसे प्रभावित कर सकती है।

अलग-अलग तरह के होते हैं नेल पेंट

आजकल महिलाएं कई प्रकार के नेल पेंट का इस्तेमाल करती हैं, अलग-अलग कलर में मिलने वाले यह नेल पेंट मार्केट में कई कंपनियों और बेस के आते हैं। बाजार में नेल पोलिश के कई अलग-अलग प्रकार मिलते हैं। आप नैचुरल या आर्टीफीशीयल नाखूनों पर नेल पोलिश लगा सकते हैं। यहां नेल पाॅलिश के प्रकार दिए गए हैं:

1. पारंपरिक नेल पॉलिश

इसे कई कोट में लगाया जाता है और यह हवा में सूखता है। इसे एसिटोन-आधारित नेल पॉलिश रिमूवर से आसानी से हटाया जा सकता है। यह वह प्रकार है जो ज्यादातर लोग घर पर लगाते हैं।

2. जेल पॉलिश

एक सैलून तकनीशियन इसे नाखून पर लगाता है, फिर इसे एक लैंप के नीचे क्योर करता है ताकि यह लगभग तुरंत सूख हो जाए।

3. पाउडर डिप पाॅलिश

एक तकनीशियन एक गोंद जैसे पाॅलिश को लगाता है और फिर नाखून को एक्रिलिक पाउडर में डुबोता है। इसके बाद एक लिक्विड लगाया जाता है जिससे एक कठोर आवरण बनता है। यह भी पढ़ें: Toenail fungus : दर्दनाक हो सकता है टोनेल फंगल इंफेक्शन, राहत के लिए इन टिप्स को करें फॉलो

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! नाखूनों का पीला पड़ना, पपड़ीदार नाखून, नाखूनों में दरार नजर आना यह सभी आपकी शारीरिक समस्याओं को दर्शाते हैं। चित्र : अडॉबीस्टॉक

क्या नेल पॉलिश नाखूनों के लिए हानिकारक है?

श्रीबालाजी एक्शन मेडिकल इंस्टीट्यूट, दिल्ली में सीनियर कंसल्टेंट, डर्मेटोलॉजिस्ट, डॉ. विजय सिंघल बात हैं कि “ यदि आप सावधानीपूर्वक नेल पाॅलिश का इस्तेमाल नहीं करती, तो आपको कई प्रकार की त्वचा से संबंधित और स्वास्थ्य से संबंधित समस्याओं उत्पन्न हो सकती हैं।

कुछ नेल पोलिश में फॉर्मल्डिहाइड, टोल्यून, और डीब्यूटाइल फथलेट (डीबीपी) और अन्य हार्डली रीएक्टिव इंग्रेडिएंट्स होते हैं। नेल पोलिश का नियमित उपयोग नाखूनों पर कुछ नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है। यहां कुछ कारण दिए गए हैं जिनसे पता चलता है कि नेल पोलिश नाखूनों के लिए हानिकारक हो सकता है:

1. लगातार नेल पोलिश लगाने से नाखून कमजोर और नाजुक हो सकते हैं। नेल की ग्रोथ कम कर सकता है।

2. कुछ नेल पोलिश में ऐसे तत्व होते हैं जो नाखूनों से नमी को एब्जार्र्ब कर सकते हैं, जिससे सूखापन बढ़ता है।

3. कुछ लोगों को नेल पोलिश के कैमिकल से एलर्जी हो सकती है, जिससे खुजली, लालिमा, जलन या सूजन हो सकती है।

4. लंबे समय तक नेल पोलिश लगाने से नाखून पीले पड़ सकते हैं और त्वचा की रंगत में बदलाव पैदा कर सकते हैं।

5. नेल पोलिश का त्वचा पर संपर्क में रहना त्वचा की समस्याएं पैदा कर सकता है। जैसे त्वचा का कैंसर आदि।

6. नेल पोलिश में मौजूद कुछ कैमिकल्स हॉर्मोनल इमबैलेंस भी पैदा कर सकते हैं।

इसलिए, समय-समय पर नाखूनों को आराम देना और अच्छी क्वालिटी वाली नेल पोलिश का चयन करना महत्वपूर्ण है।

क्या नेल पोलिश के हानिकारक प्रभावों को रोका जा सकता है?

बहुत से लोग मैनिक्योर किए हुए या पेंट किए गए नाखूनों को पसंद करते हैं। यदि आप भी इनमें से एक हैं, तो यहां डाॅ. विजय द्वारा सुझाए गए कुछ तरीके हैं जो इनसे होने वाली संभावित समस्याओं से बचने में मदद कर सकते हैं:

1. नेल पोलिश को एक बार लगाने के बाद ज्यादा दिन तक न रखें, इसके लिए दो सप्ताह पर्याप्त हैं।

2. जैल या पाउडर डिप पोलिश को खुद न हटाएं, इसे खुद निकालने से नाखूनों को नुकसान पहुंच सकता है। इसे हटवाने के लिए मैनिक्यूरिस्ट से अपॉइंटमेंट लें।

3. सैलून में LED क्यूरिंग लाइट का उपयोग करें, ये UV लाइट्स की तुलना में नाखूनों को जल्दी क्योर करती हैं, जिससे आपके हाथों को कम समय तक इस रोशनी में रहना पड़ता है।

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इन टिप्स के साथ आप प्राप्त कर सकती हैं सुंदर और चमकदार नाखून। चित्र : अडॉबीस्टॉक

4. नेल पोलिश को विशेष अवसरों के लिए बचाएं, इसके रोज़ाना के उपयोग से बचें।

5. नाखूनों को खुद को ठीक होने का समय दें। और कुछ समय के लिए नेल पाॅलिश के उपयोग से बचें।

6. कम कैमिकल्स वाले ब्रांड्स का उपयोग करें, इस प्रकार के नेल पेंट का चयन करें जिसमें कम टॉक्सिन्स हों।

7. जेल पोलिश लगवाने के दौरान अपने हाथों पर सनस्क्रीन लगाएं, जिसमें SPF 30 या उससे अधिक हो। यह त्वचा कैंसर और समय से पहले त्वचा की उम्र बढ़ने से बचाने में मदद करेगा।

8. नेल पेंट लगाने से पहले नेल को साफ करें, नेल पेंट को अच्छी तरह से सूखने दें, नेल पेंट को हटाने के लिए नेल रिमूवर का इस्तेमाल करें।

9. तकनीशियन को कभी भी आपके क्यूटिकल्स नहीं काटने दें। ये आपके नाखूनों और आस-पास की त्वचा को इंफेक्शन से बचाने का काम करते हैं। आप खुद नहाने के बाद, जब क्यूटिकल्स नरम होते हैं, तो उन्हें धीरे से पीछे धकेल सकते हैं।

10. अपनी पूरी उंगलियों या हाथों को सीधे एसिटोन में न डालें। घर पर, आप पारंपरिक नेल पोलिश हटाने के लिए कॉटन बॉल का उपयोग कर सकते हैं।

11. आपकी त्वचा पर छोटे कट संक्रमण के लिए बैक्टीरिया को प्रवेश करने की अनुमति दे सकते हैं। यदि आप पेडिक्योर से पहले शेव करते हैं, तो ये इंफेक्शन का जोखिम बढ़ा सकते हैं।

12. पोलिश हटाने के बाद उनको माॅइस्चराइज करने के लिए क्रीम या पेट्रोलियम जैली का उपयोग करें।

इसके साथ ही आप यह भी ध्यान रखें कि यदि नेल पेंट का इस्तेमाल आप कर रहे हैं और आपको किसी भी प्रकार की कोई समस्या हो रही है जैसे- हाथों में खुजली,जलन हो रही है, या नाखूनें के आस पास की त्वचा में दर्द, सूजन आदि, तो तुरंत डॉक्टर से परामर्श लें

यह भी पढ़ें: इन 5 समस्याओं का संकेत हो सकता है नाखूनों का टेढ़ा-मेढ़ा या खराब होना

डिस्क्लेमर: हेल्थ शॉट्स पर, हम आपके स्वास्थ्य और कल्याण के लिए सटीक, भरोसेमंद और प्रामाणिक जानकारी प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इसके बावजूद, वेबसाइट पर प्रस्तुत सामग्री केवल जानकारी देने के उद्देश्य से है। इसे विशेषज्ञ चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार का विकल्प नहीं माना जाना चाहिए। अपनी विशेष स्वास्थ्य स्थिति और चिंताओं के लिए हमेशा एक योग्य स्वास्थ्य विशेषज्ञ से व्यक्तिगत सलाह लें।

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लेखक के बारे में
जान्हवी शुक्ला
जान्हवी शुक्ला

कानपुर यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएट जान्हवी शुक्ला जर्नलिज्म में मास्टर्स की पढ़ाई कर रही हैं। लाइफस्टाइल, फूड, ब्यूटी, हेल्थ और वेलनेस उनके लेखन के प्रिय विषय हैं। किताबें पढ़ना उनका शौक है जो व्यक्ति को हर दिन कुछ नया सिखाकर जीवन में आगे बढ़ने और बेहतर इंसान बनाने में मदद करती हैं।

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