फेस स्किनकेयर के दौरान अक्सर लोग होठों को नज़रअंदाज़ कर देते हैं। इससे होठों की ड्राईनेस बढ़ जाती है और होठों पर महीन रेखाएं बनने लगती है। सनबर्न और पॉल्यूटेंटस के अलावा कुछ बुरी आदतें होंठों की रंगत से लेकर उसकी त्वचा को नुकसान पहुंचाने लगती हैं। बदरंग होठों को गुलाबी निखार देने के लिए अरंडी का तेल सदियों से प्रयोग किया जाने वाला एक औषधीय तेल हैं। नेचुरल तरीके से होठों को मुलायम बनाने के लिए कैस्टर ऑयल यानि अरंडी के तेल का प्रयोग बेहद कारगर साबित होता है। जानते हैं कैस्टर ऑयल के फायदे और इसे होठों पर अप्लाई करने की टिप्स (castor oil for lips) ।
इस बारे में कॉस्मीटोलॉजिस्ट डॉ प्रीति महिरे बताती हैं कि अरंडी का तेल रिकिनस कम्युनिस पौधे के बीज से कोल्ड प्रेस करके निकाला जाता है। तेल का रंग पीला होता है और इसमें स्मेल के अलावा स्वाद भी होता है। अन्य तेल की तुलना में ये तेल ज्यादा थिक और स्टीकी होता है। कैस्टर ऑयल को कॉस्मेटिक प्रोड्क्टस में इंग्रीडिएंट के रूप में प्रयोग किया जाता है। इसे चेहरे, होठों और बालों की ग्रोथ (How to use castor oil for hair growth) के लिए भी प्रयोग किया जाता है। इसके अलावा अरंडी के तेल को खाने में भी इस्तेमाल किया जाता है।
ऑयल में रिकिनोइलिक एसिड, अमिनो एसिड, फ्लेवोनोइड्स, विटामिन ई और फाइटोस्टेरॉल पाए जाते हैं। इसके अलावा एंटीबैक्टीरियल और एंटी इंफ्लामेटरी प्रॉपर्टीज़ पाई जाती हैं। इससे स्किन को मॉइश्चराइज़ रखा जा सकता है। अरंडी के तेल की थिन लेयर को होठों पर लगाने से स्किन का ब्लड सर्कुलेशन बढ़ने लगता है और कालेपन व डैमेज लिप्स से राहत मिलती है।
होठों के रूखेपन को दूर करने के लिए प्लांट बेस्ड कैस्टर ऑयल में मौजूद रिकिनोइलिक एसिड स्किन सेल्स की ग्रोथ में मदद करता है। इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंटस और नेचुरल मॉइश्चराइजिंग गुण त्वचा को मुलायम और नमी युक्त बनाती है। इससे ड्राई और फटे होंठों को दूर किया जा सकता है।
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ के अनुसार एंटीइंफ्लामेटरी गुणों से भरपूर कैस्टर ऑयल को होठों पर लगाने से जलन और दर्द कम होने लगती है। इसके अलावा स्किन पीलिंग से राहत मिलती है। इसमें मौजूद फैटी एसिड स्किन टिशूज को रिपेयर करने में मदद करता है।
मानसून के दिनों में होठों के आसपास बढ़ने वाली एलर्जी को कैस्टर ऑयल की मदद से दूर किया जा सकता है। मोनोसैचुरेटिड फैटी एसिड और एंटी फंगल प्रापर्टीज़ की मदद से आउटरलेयर पर बढ़ने वला बैक्टीरियल इंफेक्शन और वॉटरलॉस कम होने लगता है और स्किन को बैक्टीरिया के प्रभाव से मुक्ति मिल जाती है।
अरंडी के तेल में मौजूद प्रॉपर्टीज़ टिशूज़ की ग्रोथ को स्टीम्यूलेट करता है। इससे नए स्किन सेल्स में बढ़ोतरी होने से होठों के रंग में निखार आने लगता है। इससे होठों का कालापन कम हो जाता है और होठों का प्राकृतिक रंग बना रहता है।
इसके लिए 1 चम्मच कैस्टर ऑयल में बराबर मात्रा में नारियल का तेल मिलाएं। उसके बाद 1 चम्मच कोकोआ बटर और विटामिन ई आधा चम्मच मिलाकर एक पेस्ट तैयार कर लें। अब इसे बॉइलर में डालकर मेल्ट करें और ठंडा होने के लिए रख दें। वे लोग जिनकी स्किन सेंसिटिव है, वे इसे पहले बाजू या हथेली पर लगाकर पैच टेस्ट कर लें। 10 से 15 मिनट तक अगर ये त्वचा पर इरिटेशन, जलन और खुजली पैदा नहीं करता हैं, तो इसे होठों पर अप्लाई कर लें।
रात को सोने से पहले कुछ बूंद कैस्टर ऑयल को कॉटन पर लेकर होठों पर अप्लाई करें। इससे होठों की नमी बनी रहती है और रंग में भी बदलाव नज़र आने लगता है। रोज़ाना कैस्टर ऑयल इस्तेमाल करने से होंठ मुलायम और गुलाबी नज़र आने लगते हैं।
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