सन बर्न और टैनिंग से राहत दिला सकता है ब्लू टैन्सी ऑयल, जानिए ये कैसे काम करता है
ब्लू टैन्सी (Tanacetum annuum flower oil) के रूप में जाना जाने वाला ये एक छोटा सा फूल आजकल बहुत ट्रेंड में है। इसकी खास बात ये है कि ये विभिन्न प्रकार के स्किन प्रोडक्ट में इस्तेमाल किया जाता रहा है। इन दिनों ब्लू टैन्सी ऑयल सभी का ध्यान आकर्षित कर रहा है। आइए जानते हैं क्या है ब्लू टैन्सी ऑयल और ये कैसे आपकी त्वचा के लिए फायदेमंद हो सकता है।
जानिए क्या है ब्लू टैन्सी ?
ब्लू टैन्सी जिसे ब्लू कैमोमाइल भी कहा जाता है। ये मोरक्को के मूल टैनासेटम एनुम प्लांट से निकलता है। आप सोच रही होंगी कि इसका पौधा नीले रंग का होगा, पर ऐसा नहीं है। वास्तव में फूलों का सिर बटन जैसा दिखता है, जो पीले रंग का होता है।
तेल बनाने के लिए इसे पत्तियों से निकाला जाता है। शुरूआत में ये तेल सामान्य दिखता है और बाद में ये एक गहरे नील रंग में बदल जाता है। इसका तेल आमतौर पर त्वचा की देखभाल के लिए इस्तेमाल किया जाता है।
क्यों खास है ब्लू टैन्सी ऑयल
कैमोमाइल और टैन्सी इन दोनों में एंटी-इनफ्लमेटोरी (anti-inflammatory) गुण मौजूद होते हैं, जो आपकी त्वचा के लिए बहुत अच्छा होता हैं। “इन दोनों के पौधे भले ही अलग नस्ल के हैं, मगर इन दोनों का ही इस्तेमाल त्वचा के लाभ के लिए किया जाता है। हालांकि नीली टैन्सी कैमोमाइल की तुलना में ज्यादा खूशबू देती है।
यहां हम बता रहे हैं त्वचा के लिए ब्लू टैन्सी ऑयल के लाभ
आखिर ब्लू टैन्सी आपकी त्वचा के लिए क्यों लाभकारी है। चलिए इसके कुछ मुख्य घटकों के बारे में जानते हैं। ब्लू टैन्सी में चामाज़ुलीन, कपूर, सबिनिन, और सेस्क्यूटरपीन लैक्टोन होता है, जो आपकी स्किन के लिए बहुत अच्छा होता है।
सेस्क्यूटरपीन लैक्टोन (Sesquiterpene lactones):
शोध बताते हैं कि सेस्क्यूटरपीन लैक्टोन त्वचा की बॉल्किंग को हटाता है, क्योंकि इसमें एंटी-इनफ्लमेटोरी गुण होते हैं, जो आपकी कोशिकाओं में अपना काम करते हैं और आपकी त्वचा से सूजन को कम करते हैं।
कपूर:
एक पशु अध्ययन से ये पता चला है कि कपूर में त्वचा-उपचार के गुण भी होते हैं। इस अध्ययन में पाया गया कि कपूर में एंटी-इनफ्लमेटोरी गुण होता है, जो विशेष रूप से घावों के इलाज और यूवी-प्रेरित झुर्रियों को कम करता है।
चामाज़ुलीन:
ब्लू टैन्सी में लगभग 13% चामाज़ुलीन भी होता है, जिसे एस्कॉर्बिक एसिड (विटामिन सी), टोकोफ़ेरॉल और बीएचटी की तुलना में उच्च एंटीऑक्सीडेंट क्षमता होती है।
सबिनिन:
ब्लू टैन्सी भी इस यौगिक में समृद्ध है, जिसमें त्वचा के लिए कुछ चिकित्सीय, एंटी-इनफ्लमेटोरी गुण होते हैं। इसमें टेरपीन जैसे प्रभाव भी होता है, जो विशिष्ट सुगंध देता है और शरीर में विशेष प्रतिक्रियाओं को जन्म देता है।
इसके एंटी-इनफ्लमेटोरी गुण और एंटीऑक्सीडेंट क्षमता के कारण, ये सनबर्न, धूप से त्वचा को पंहुचने वाली हानि, सूजन और तनावग्रस्त त्वचा से राहत पाई जा सकती है। ये गर्मियों के लिए बहुत लाभकारी तेल है।
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कस्टमाइज़ करेंअब जानिए ब्लू टैन्सी ऑयल को अपने स्किन केयर रूटीन में शामिल करने का तरीका
हां, ब्लू टैन्सी में कुछ सूजन-रोधी गुण होते हैं, ये एक शक्तिशाली तेल है इसलिए आपको इसे सीधे अपनी त्वचा पर नहीं लगाना चाहिए।
आप इसे अपने मॉइस्चराइज़र या फेस ऑयल में इसकी कुछ बूंदों को मिला सकती हैं। इससे पहले जरूरी है कि आप अपनी हथेली के उल्टी तरफ पैच-टेस्ट कर लें। इस बात को जानने के लिए कि ये तेल आपको किसी प्रकार की जलन या रिएक्शन तो नहीं देगा।
आप ब्लू टैन्सी बीएचए और एंजाइम पोयर रिफाइनिंग मास्क का उपयोग भी कर सकती हैं, ये धीरे से मृत त्वचा को हटाने में आपकी मदद करेगा।
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