बालों का टूटना और झड़ना चिंता का कारण बनने लगता है। आमतौर पर सर्दी के मौसम में बाल रूखे और बेजान होने लगते हैं, जो हेयरफॉल का कारण साबित होते हैं। ऐसे में बालों की मज़बूती के लिए अक्सर लोग शैम्पू और कंडीशनिंग की मदद लेते हैं। मगर इससे हेयर नरिशमेंट में मदद ऐसे में हेयर फॉलिकल्स को बूस्ट करने के लिए स्टीमिंग की मदद ली जा सकती है। हेयर स्टीमिंग से बालों की शाइन से लेकर टैक्सचर तक में सुधार आने लगता है। जानते हैं हेयर स्टीमिंग क्या है और इससे बालों को मिलने वाले फायदे।
हेयर स्टीमिंग उस डीप कंडीशनिंग प्रक्रिया को कहा जाता है, जिससे बालों के रोम और स्कैल्प के पोर्स को मॉइश्चराइज़ करने के लिए के लिए मॉइस्ट हीट का इस्तेमाल किया जाता है। इसके लिए स्टीमिंग कैप या फिर स्टीमर का इस्तेमाल किया जाता है। इससे बालों की जड़ों की मज़बूती बढ़ने लगती है और स्कैल्प स्वस्थ बना रहता है।
इस बारे में ब्यूटी एक्सपर्ट रेखा कुमारी बताती हैं कि सर्दी के मौसम में यूवी रेज़, प्रदूषण और केमिकल बालों की प्राकृतिक नमी को छीन लेते हैं। इससे बालों में रूखापन बढ़ने लगता है। स्टीमिंग से बालों और स्कैल्प में नमी का एबजॉर्बशन बढ़ जाता है, जिससे बालों को मज़बूती मिलती है। बालों की लंबाई यानि हेयर शाफ़्ट को क्यूटिकल से मज़बूती मिलती है। स्टीम लेने के चलते क्यूटिकल लिफ्ट होने लगते हैं, जिससे नमी को शाफ़्ट में प्रवेश करने में मदद मिलती है। ऐसे में बेजान बालों की मज़बूती के लिए हेयर स्टीमिंग फायदेमंद है। भाप लेने के साथ ऑयलिंग और डीप कंडीशनिंग से भी बालों को फायदा मिलता है।
हेयर स्टीमिंग से स्कैल्प को डीप नरिशमेंट की प्राप्ति होती है। इससे पोर्स को ओपन करने और ब्लड सर्कुलेशन को उत्तेजित करने में मदद मिलती है। साथ ही सर्दी में बढ़ने वाले रूखेपन, खुजली और रूसी को कम करने में मदद मिलती है।
स्टीम से बालों की जड़ों को मज़बूती मिलती है, जिससे फॉलिकल्स को पोषण प्राप्त होता है और हेयरफॉल से बचा जा सकता है। बालों को क्षतिग्रस्त होने से बचाने के लिए सप्ताह में एक बार हेयर स्टीमिंग अवश्य कर लें। इससे बाल मुलायम और सुदर दिखने लगते हैं।
भाप लेने से हेयर क्यूटिकल्स ओपन होने लगते हैं। इसके चलते बालों का प्राकृतिक रंग बना रहता है। साथ ही बालों में समय से पहले बढ़ने वाली सफेद बालों की समस्या हल हो जाती है। नियमित रूप से भाप लेने से बालों में सीबम का सिक्रीशन बना रहता है, जिससे बालों का पिगमेंट मेंटेन रहता है।
स्टीमिंग से बालों को पोषण की प्राप्ति होती है, जिससे एजिंग के प्रभावों से बचा जा सकता है। बालो की लोच को बरकरार रखने के लिए स्टीमिंग अवश्य करें। इससे बालों का रूखापन कम होने लगता है और बाल मुलायम हो जाते हैं।
रूखेपन के कारण बालों में उलझन बढ़ने लगती है। ऐसे में स्टीमिंग से बालों का टैक्चसर सॉफ्ट हो जाता है। साथ ही हेयरफॉलिकल्स की मज़बूती बढ़ जाती है। वे लोग जिनके बाल ग्रीसी है, उनके लिए भी हेयर स्टीमिंग फायदेमंद साबित होती है।
हां, घर पर बालों को भाप देना बहुत फायदेमंद हो सकता है क्योंकि यह बालों के क्यूटिकल को खोलकर आपके बालों को गहराई से हाइड्रेट करने में मदद करता है। किसी भी प्रकार के नुकसान से बचने के लिए सही तरह से स्टीम दें।
इसके लिए स्टीमर का इस्तेमाल कर सकते हैं या फिर एक तौलिया गर्म पानी के कटोरे में डुबोकर अतिरिक्त पानी निचोड़करएगर्म तौलिया को अपने सिर पर लपेट सकते हैं। तौलिया ठंडा होने के बाद इस प्रक्रिया को दोबारा दोहराएं। बालों को 15 मिनट तक भाप दें।
बार बार स्टीमिंग से बालों के क्यूटिकल बहुत ज़्यादा नमी के संपर्क में आते है। इससे प्रोटीन और नमी के बीच संतुलन बिगड़ सकता है, जिससे बाल नरम, रूखे और चिपचिपे हो जाते हैं। साथ ही हेयरलॉस का खतरा बना रहता है।