दिनभर व्यस्त रहने के कारण पैर जुतों में कैद रहते है। इससे रात में जूते उतारने के बाद दर्द और थकान का सामना करना पड़ता है। ऐसे में अगर कुछ देर फुट स्क्रबिंग के लिए निकाल लिया जाए, तो उससे सुकून की प्राप्ति होती है। साथ ही डेड स्किन सेल्स, दुर्गंध, इचिंग, एलर्जी और क्यूटिकल्स से जुड़ी समस्याएं हल होने लगती हैं। साथ ही एड़ियों की बढ़ती ड्राईनेस भी कम हो जाती है। अगर आप सैलून जानकर अपने लिए वक्त नहीं निकाल सकती हैं, तो कुछ आसान फुट स्क्रब (foot scrub at home) इसमें आपकी मदद कर सकते है, जिसे रसोईघर में मौजूद इंग्रीडिएंट्स से तैयार किया जा सकता है।
स्किन एक्सपर्ट डॉ प्रियकां रेड्डी के अनुसार दिनभर धूप में रहना, शुष्क हवा, धूल और प्रदूषण से पैरों में बहुत ज़्यादा रूखापन बढ़ जाता है। वहीं गर्म पानी से नहाना और साबुन का ज़्यादा इस्तेमाल भी पैरों को रूखा बनाता है। ऐसे में चेहरे की त्वचा के समान पैरों की स्किन को नर्म, मुलायम और दर्द रहित बनाए रखने के लिए फुट स्क्रबिंग (foot scrub at home) बेहद फायदेमंद साबित होती है। ऐसे में पैरों को कुछ देर गुनगुने पानी में भिगोने या स्क्रब करने से तनाव को कम किया जा सकता हैं और मांसपेशियों में ऐंठन दूर होने लगती हैं। इससे स्किन का टैक्सचर उचित बना रहता है और वो मुलायम रहती है।
इससे डेड स्किन सेल्स की समस्या हल हो जाती है और एड़ियों पर दिखने वाले क्रैक्स से भी राहत मिलती है। नियमित रूप से स्क्रबिंग करने से पैरों का स्वास्थ्य उचित बना रहता है। इससे त्वचा मुलायम और क्लीन हो जाती है। साथ ही रूखापन कम होने लगता है।
मृत कोशिकाओं को हटाने के अलावा ब्लड सर्कुलेशन भी बढ़ने लगता है। शरीर में ऑक्सीजन का प्रवाह बढ़ने से पैरों में रूखापन कम होने लगता है। इससे पैरों की त्वचा स्मूद और हेलदी दिखने लगती है।
इंटरनेशनल जर्नल ऑफ सांइस एंड रिसर्च के अनुसार पैरों को पानी में रखने और स्क्रबिंग करने से थकान कम होने लगती है और मांसपेशियों में बढ़ने वाले तनाव से भी राहत मिल जाती है। इससे शरीर रिलैक्स हो जाता है और नींद न आने की समस्या हल होने लगती है।
गर्मी के मौसम में पैरों में पसीने की समस्या बनी रहती है, जो धूल के संपर्क में आने से फंगल इंफे्क्शन का कारण साबित होता है। ऐसे में पैरों को नियमित रूप से साफ़ करना आवश्यक है। इससे पैरों में बढ़ने वाले संक्रमण को दूर किया जा सकता है।
एक्सफोलिएंटिंग गुणों से भरपूर कॉफी में नारियल का तेल मिलाने से स्किन को मॉइश्चराइज़ रखने में मदद मिलती है। कॉफी में नारियल का तेल मिलाकर पैरों पर मसाज करने से डेड स्किन सेल्स कम होने लगती है। साथ ही त्वचा का निखार बढ़ने लगता है। 10 मिनट तक पैरों पर लगाने के बाद हल्की मसाज करें और फिर पैरों को क्लीन कर लें।
चीनी में ऑलिव ऑयल को मिलाकर पैरों पर मसाज करने से डीप क्लीजिंग में मदद मिलती है। इससे क्यूटिकल्स को फायदा मिलता है और मृत कोशिकाओं से भी राहत मिल जाती है। सप्ताह में 2 से 3 बार इसका इस्तेमाल करने से पैरों की रंग में सुधार आने लगेगा। पैरों की उंगलियों से लेकर एड़ियों तक अप्लाई करने से स्किन में सुधार आने लगता है।
पैरों की त्वचा में बढ़ने वाली शुष्कता और फटी एड़ियों की समस्या को हल करने के लिए एक बाउल में सेंधा नमक लेकर उसमें कोकोनट मिलकर और शहद मिलाकर पैरों पर मसाज करें। इससे पैरों में मौजूद रूखापन कम होता है और स्किन मॉइश्चराइज़ रहती है। इससे पैर मुलायम और क्लीन नज़र आने लगते हैं।
गर्मी में बढ़ने वाले पसीने की समस्या हल करने के लिए एलोवेरा जेल में फिटकरी को पीसकर मिलाएं। अब इसे पैरों पर लगाकर 15 मिनट के लिए छोड़ दें। उसके बाद पैरों की मसाज करें और फिर क्लीन कर लें। इससे स्किन को फायदा मिलता है और रंग में भी निखार बढ़ने लगता है।
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