एक्ने ब्रेकआउट एक आम समस्या है, जिससे ज्यादातर लड़कियां परेशान रहती हैं। विशेष रूप से टीनएजर लड़कियों में एक्ने और पिंपल की समस्या बहुत ज्यादा देखने को मिलती है। परंतु कई बार अधिक उम्र की महिलाओं को भी एक्ने परेशान कर सकता है। आमतौर पर टीनएज खत्म होने के बाद धीरे-धीरे एक्ने भी कम हो जाता है, पर कई ऐसी महिलाएं हैं, जिन्हें 25 और 30 की उम्र तक एक्ने परेशान करता रहता है। त्वचा पर एक्ने और इसके निशान चेहरे की असल रौनक और रंगत को छीन लेते हैं। इस समस्या के समाधान के लिए विशेषज्ञ एंटी एक्ने डाइट (Anti acne diet) की सलाह देते हैं।
एक्ने ब्रेकआउट को कम करने और उसके निशान को हल्का करने के लिए महिलाएं तरह-तरह के स्किन केयर प्रोडक्ट्स अपलाई करती हैं। पर त्वचा की टॉपिकल केयर से ज्यादा जरूरी है, खुद को अंदरूनी रूप से स्वस्थ रखना। जब आपकी पाचन क्रिया स्वस्थ रहती है, और हार्मोंस बैलेंस रहते हैं, तो त्वचा संबंधी समस्याओं का खतरा खुद व खुद कम हो जाता है। एंटी एक्ने डाइट में उन खाद्य पदार्थों को शामिल किया जाता है, जो त्वचा की उपरोक्त जरूरतों को पूरा कर सकें (Anti acne diet)।
अमेरिकन एकेडमी ऑफ़ डर्मेटोलॉजी ने कुछ ऐसे खास सुपरफूड्स के नाम सुझाए हैं (Anti acne diet), जो त्वचा से पिंपल रिमूव करने में आपकी मदद कर सकते हैं। ये सुपरफूड्स बॉडी को डिटॉक्स (body detox) करने के साथ ही हार्मोंस को संतुलित रहने में मदद करते हैं, जिससे कि एक्ने ब्रेकआउट का खतरा कम हो जाता है (Anti acne diet)।
कई ऐसे खाद्य पदार्थ हैं, जो एक्ने स्किन के लिए फायदेमंद होते हैं। वहीं दूसरी ओर कुछ खाद्य पदार्थ ऐसे भी हैं, जो एक्ने ट्रिगर का काम करते हैं। फ्राइड और ऑयली फूड्स के साथ ही प्रोसेस्ड और पैकेज्ड खाद्य पदार्थ एक्ने को ट्रिगर कर सकते हैं। खाद्य पदार्थ पाचन क्रिया को प्रभावित करते हैं, बॉडी में टॉक्सिन्स को बढ़ावा देते हैं जिसके परिणामस्वरूप एक्ने बढ़ सकता है। साथ ही आपके जीन, जीवनशैली की आदतें, प्रदुषण भी एक्ने में भूमिका निभाते हैं।
केल में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट, विटामिन और मिनरल हाइपरपिग्मेंटेशन को कम करने का काम करते हैं, जिससे आपकी त्वचा की रंगत एक सामान्य रहती है। केल में पर्याप्त मात्रा में विटामिन सी होता है, जो कोलेजन निर्माण को बढ़ावा देता है। इस प्रकार त्वचा के सेल टर्नओवर रेट को बढ़ाकर एक्ने के निशान को हिल करने में मदद करता है।
रेटिनॉल, विटामिन ए डेरिवेटिव्स, मुंहासों से लड़ने और झुर्रियों को दूर रखने के लिए आदर्श माने जाते हैं। बाजार में कई रेटिनॉल क्रीम और सीरम हैं जो आपके मुंहासों को गायब करने का वादा करते हैं, लेकिन 30 वर्ष से कम उम्र की महिलाओं की त्वचा के लिए यह एक्टिव कंपाउंड बेहद कठोर हो सकता है। ऐसे में त्वचा पर केमिकल लगाने से बेहतर है, आप इन पोषक तत्वों वाली एंटी एक्ने डाइट पर ध्यान दें।
शकरकंद खाने के बाद, आपका शरीर बीटा-कैरोटीन को विटामिन ए में बदल देता है। इस महत्वपूर्ण विटामिन में ऐसी कई गुणवत्ताएं होती हैं, जो त्वचा की रंगत, सूजन और पोर्स को बंद होने से बचाती हैं। यह सभी फैक्टर एक एक्ने फ्री हेल्दी स्किन का निर्माण करते हैं।
ग्लाइसेमिक इंडेक्स में उच्च खाद्य पदार्थों के सेवन से एक्ने ब्रेकआउट ट्रिगर हो सकता है। ठीक इसका उल्टा कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले खाद्य पदार्थों के सेवन से आपको एक्ने को नियंत्रित करने में मदद मिलती है। कम जीआई वाले खाद्य पदार्थों के सेवन से शरीर को कई अन्य लाभ पहुंचते हैं, जैसे ब्लड शुगर लेवल स्थिर रहता है।
बिना स्टार्च वाली सब्जियां, साबुत अनाज, बीन्स, फलियां, नट और बीज, सेब, जामुन और बेर जैसे कुछ लो GI फूड्स का सेवन करने में एक्ने को नियंत्रित करने में मदद मिल सकती है।
एक्ने स्किन से परेशान रहने वाली महिलाओं की बॉडी में सेलेनियम जैसे कुछ एंटीऑक्सिडेंट की कमी हो सकती है। शरीर में एंटीऑक्सीडेंट की कमी होने से वातावरण के प्रदूषण और सूरज की हानिकारक किरणों का प्रभाव त्वचा को परेशान कर सकता है। इसलिए स्वस्थ मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट लेने की सलाह दी जाती है।
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ब्राजील नट्स, मछली, सी फूड्स, बीफ़, टर्की और ऑर्गन मीट, जिनमें सेलेनियम होता है,
लाल अंगूर, शहतूत और मूंगफली, जिनमें रेस्वेराट्रोल होता है, वहीं एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर अन्य खाद्य पदार्थ, जैसे ब्लूबेरी, पत्तेदार साग, लाल गोभी और ग्रीन टी को डाइट में शामिल करें। ये सभी आपकी त्वचा को फ्री रेडिकल से होने वाले नुकसान से बचाते हैं। इस प्रकार आपको एक्ने, स्किन ब्रेकआउट, पिगमेंटेशन आदि परेशान नहीं करते।
एंटी एक्ने डाइट में शामिल फैटी एसिड, जैसे ओमेगा-3, ओमेगा-6 और ओमेगा-9 शरीर में सूजन के स्तर पर प्रभाव डालते हैं। ओमेगा-3 के सेवन और मुंहासों के बीच कोई सीधा संबंध स्थापित नहीं किया है, लेकिन ओमेगा-3 इंसुलिन जैसे ग्रोथ फैक्टर को कम कर सकता है। जिसका शरीर में एंड्रोजन के स्तर पर प्रभाव पड़ता है। इस प्रकार ओमेगा फैटी एसिड आपकी त्वचा को स्वस्थ रहने में मदद करती है और इनमें ग्लो बरकरार रखती है। नट्स और बीज, जैसे कि अलसी और अखरोट को अपनी नियमित डाइट में शामिल करें।
फलों के एंजाइम, जिंक और अल्फा हाइड्रॉक्सी एसिड से भरपूर कद्दू त्वचा को मुलायम बना सकता है और पीएच संतुलन को लंबे समय तक बनाए रखता है। यही कारण है कि ये आपको फेस मास्क और एक्सफ़ोलीएटिंग उत्पादों में भी देखने को मिलता है।
इसे त्वचा पर टॉपिकल इस्तेमाल करने के साथ ही, अपनी डाइट में शामिल करें। इनमें मौजूद फाइबर और जिंक आपके अंदरुनी शरीर के लिए अच्छे रहेंगे। जिंक तेल उत्पादन की मात्रा को नियंत्रित करने में मदद करता है।
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