प्रकृति का हर मौसम सेहत के दृष्टकोण से अच्छा है। चाहे वह गर्मी का मौसम ही क्यों न हो। भले ही तापमान बढ़ने पर बॉडी के डिहाइड्रेटेड होने की संभावना बढ़ जाती है, लेकिन गर्मी के मौसम में मिलने वाले फल और सब्जियां शरीर में पानी की कमी को दूर करने में पूरी तरह सक्षम हैं। गर्मी में कई ऐसे फल होते हैं, जिनके सेवन से शरीर को एनर्जेटिक बनाए रखा जा सकता है। ऐसा ही एक फल है शहतूत। दिखने में भले ही यह छोटा सा हो, पर ये आपको लंबे समय तक जवां बनाए रखता है।
गर्मी के मौसम में मिलने वाला खास फल है शहतूत (mulberry)। शहतूत के पोषक तत्वों और उसके फायदे के बारे में जानने के लिए हमने बात की न्यूट्रीशनिस्ट और डाइट एक्सपर्ट डॉ. कृति श्रीराम से।
यदि आप 100 ग्राम शहतूत खाती हैं, तो आपको जो पोषक तत्व मिलेंगे, उनका उल्लेख इस तरह है –
कैलोरी-49
फैट-0.4 ग्राम
सोडियम-10 एमजी
पोटैशियम – 194 एमजी
कार्बोहाइड्रेट – 10.3 ग्राम
प्रोटीन – 1.1 ग्राम
नोट: ध्यान रहे कि ताजा शहतूत खाएं। यदि बासी शहतूत खाएंगी, तो संभव है कि कुछ कम पोषक तत्व मिल पाएं।
शहतूत का गूदा और जूस स्किन की पिगमेंटेशन को ठीक करता है। यह स्किन को टोन करता है और दाग-धब्बों को दूर करता है। शहतूत में रेस्वेराट्रोल (Resveratrol) पाया जाता है, जो सूर्य की यूवी किरणों के दुष्प्रभावों से स्किन की रक्षा करता है।
एंटीऑक्सिडेंट गुण होने के कारण यह द बेस्ट एंटी-एजिंग एजेंट है। इसमें मौजूद बीटा कैरोटीन फ्री रेडिकल्स को न्यट्रीलाइज कर देता है। इसमें विटामिन ए, विटामिन सी और विटामिन ई भी मौजूद होता है, जो झुर्रियों को दूर करने में मदद करता है।
मेलेनिन एक नेचुरल पिगमेंट है, जो बालों का रंग निर्धारित करता है। जब मेलेनिन प्रोडक्शन स्लो हो जाता है, तो हमारे बाल सफेद होने लगते हैं। एक रिसर्च के अनुसार शहतूत मेलेनिन के प्रोडक्शन को बढ़ाता है। यह बालों के नेचुरल कलर को भी बरकरार रखता है। यदि समय से पहले आपके बाल सफेद होने लगे हैं, तो नियमित रूप से आपको शहतूत का जूस पीना चाहिए। आप चाहें, तो अच्छी हेयर ग्रोथ के लिए शहतूत के गूदे या रस को भी डायरेक्ट बालों में लगा सकती हैं।
शहतूत विशेष रूप से काले शहतूत में पेक्टिन फाइबर पाया जाता है। यह लेक्सेटिव (laxative) का काम करता है, जो मल को बड़ी आंत से बाहर निकालने में मदद करता है। यह डायजेस्टिव सिस्टम को भी ठीक करता है, जिससे कॉन्सटिपेशन, ब्लोटिंग और स्टमक क्रैम्प से राहत मिलती है। यह फैट लॉस कराता है और बॉडी को टोन करता है।
शहतूत में आयरन कंटेंट अधिक होने के कारण रेड ब्लड सेल्स के प्रोडक्शन काे बढ़ावा मिलता है। शहतूत एसेंसियल टिश्यूज और ऑर्गन में ऑक्सीजन डिस्ट्रीब्यूशन बढ़ा देता है। इससे मेटाबॉलिज्म की प्रक्रिया सही होती है और शरीर का कामकाज भी सही तरीके से कर पाता है। एंटीऑक्सिडेंट गुण होने के कारण हार्ट से शरीर के अन्य भागों में ब्लड फ्लो सुचारू रूप से करने में मदद करता है। इससे ब्लड प्रेशर भी सही होता है।
शहतूत में जेक्सैन्थिन (Zeaxanthin) नाम का कैरोटीनॉयड पाया जाता है। यह एंटीऑक्सीडेंट के रूप में कार्य करता है और रेटिना डैमेज को रोकता है। फ्री रेडिकल्स मोतियाबिंद के लिए जिम्मेदार होते हैं, जिसे शहतूत में पाया जाने वाला केरोटीनॉयड रिमूव कर देता है। आज भी चीन में पारंपरिक चिकित्सा पद्धति के अनुसार, आई साइट ठीक करने के लिए शहतूत की चाय पिलाई जाती है। इनके अलावा, किडनी और फेफड़े के लिए भी फायदेमंद है शहतूत। यह इम्यून सिस्टम को भी मजबूत बनाता है।
शहतूत में विटामिन के, कैल्शियम और आयरन जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं। इनके कारण हड्डियों का क्षरण रोकने में मदद मिलती है। ऑस्टियोपोरोसिस और गठिया जैसी समस्या से शहतूत के सेवन से बचा जा सकता है।
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