गर्मियों ने दस्तक दे दी है और अपनी अलमारी से सभी शॉर्ट्स और स्कर्ट्स को बाहर निकालने का समय आ गया है। मगर कहीं आपके घुटनों के गहरे रंग की वजह से आपका लुक ख़राब न हो जाए। आप चिंता न करें, क्योंकि हम लायें हैं कुछ हैक्स जिनकी मदद से आप अपने घुटनों के गहरे रंग को हल्का कर सकती हैं।
यदि आप सोच रहे हैं कि एक साल तक घर पर बैठे रहने और धूप में बाहर न निकलने के बावजूद आपके घुटने अभी भी काले हैं, तो आइए हम आपको बताएंगे इसकी वजह।
कॉस्मोडरमा क्लीनिक में सेलिब्रिटी कॉस्मेटिक त्वचा विशेषज्ञ और सौंदर्य गुरु डॉ. चित्रा आनंद के अनुसार, भारतीय त्वचा में मेलेनिन या रंगद्रव्य होता है। प्रत्येक 10 सामान्य कोशिकाओं के लिए, भारतीय त्वचा में एक वर्णक-उत्पादक कोशिका होती है। जब भी किसी प्रकार का घर्षण, जलन या सूजन होती है, तो मेलेनिन के उत्पादन में वृद्धि के कारण पिगमेंटेशन बढ़ जाता है। सूखी और संवेदनशील त्वचा पर पिगमेंटेशन ज्यादा होता है।
वह बताती हैं- आपके घुटने मूवमेंट का केंद्र होते हैं, जिसकी वजह से त्वचा में घर्षण पैदा होता है। लोग अपने घुटनों के बल झुकते हैं, जिससे घर्षण के कारण सूजन होती है। लोग अपने घुटनों के क्षेत्र को मॉइस्चराइज करने के बारे में भी नहीं सोचते। इस सबके कारण हाइपरपिग्मेंटेशन या डार्क नीज की समस्या होती है।
एक अन्य कारण जेनेटिक्स, पर्यावरण परिवर्तन, विटामिन B12 और D की कमी और हाइपोथायरायडिज्म है।
हल्दी में सक्रिय घटक करक्यूमिन है, जो एक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट और त्वचा को चमकाने वाला अणु है। जब मौखिक रूप से लिया जाता है, तो यह इन्फ्लेमेशन के कारण त्वचा के कालेपन को रोकने में मदद कर सकता है। जब इसे त्वचा पर लगाया जाता है, तो यह त्वचा को चमकदार बनाने में मदद करता है।
एलोवेरा एक सुखदायक, शांत और हाइड्रेटिंग घटक है, जो त्वचा के पिगमेंटेशन को हाइड्रेट करके हल्का कर सकता है।
ग्रीन टी में ईजीसीजी नामक यौगिक होते हैं, जो मेलेनिन की उत्तेजना को रोकता है। ग्रीन टी लगाने या ग्रीन टी पीने से पिगमेंटेशन को कम करने में मदद मिल सकती है।
टमाटर में लाइकोपीन होता है। यह एक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट जिसमें इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं। यह त्वचा के रंग को हल्का करने में मदद करता है।
दही में लैक्टिक एसिड होता है, जो सौम्यता से त्वचा में निखार लाता है।
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कस्टमाइज़ करेंशहद में सुखदायक और इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं। जब इसे त्वचा पर लगाया जाता है तो हाइपरपिग्मेंटेशन या डार्क घुटनों को कम करने में मदद मिलती है।
खीरे का त्वचा पर सुखदायक और शांत करने के साथ-साथ हाइड्रेटिंग प्रभाव होता है, जो त्वचा के रंग को कम करके त्वचा की रंजकता को कम कर सकता है।
दही की तरह, दूध में भी लैक्टिक एसिड होता है, जो त्वचा को चमकदार बनाने में मदद करता है।
घुटनों पर पिगमेंटेशन को कम करने के लिए ऊपर दी गयी सामग्रियों का उपयोग करें। होममेड पैक लगातार उपयोग किए जाने पर समय के साथ पिगमेंटेशन की कुछ मात्रा को कम करने में मदद करते हैं।
पैक टिप:
टमाटर का एक गूदा आधा चम्मच शहद, एक बड़ा चम्मच पिसा हुआ खीरा, 1 चम्मच दही, आधा चम्मच ताजी हल्दी के साथ मिश्रित करें और घुटनों पर लगाकर 15 से 20 मिनट के लिए छोड़ दें। धोकर साफ करें और एलोवेरा लगाएं।
“होममेड पैक को आदर्श रूप से घुटनों पर 15 से 20 मिनट के लिए सूखने के लिए छोड़ देना चाहिए। अगर आपकी त्वचा रूखी है या आपको किसी चीज से एलर्जी है, तो होममेड पैक से बचें। अगर आपको एक्जिमा या सोरायसिस है, तो इसका इस्तेमाल न करें।
तो लेडीज अपने घुटनों के गहरे रंग को कहें बाय-बाय।
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