ठंड के मौसम में धूप में समय बिताना भला किसे पसंद नहीं। सर्दी की धूप बेहद सूदिंग होती है, और आपको आराम पहुंचाती है। पर अक्सर लोगों को लगता है सर्दी में सूरज की किरणों का प्रभाव कम होता है। जिसकी वजह से वे सनस्क्रीन अप्लाई करना छोड़ देते हैं। अब सवाल यह है कि क्या ठंड में धूप में जानें से पहले सनस्क्रीन लगाना जरूरी है? डॉ. विजय सिंघल, सीनियर कंसल्टेंट, डर्मेटोलॉजिस्ट, श्रीबालाजी एक्शन मेडिकल इंस्टीट्यूट, दिल्ली ने सर्दी में धूप में निकलते वक्त त्वचा पर सनस्क्रीन अप्लाई करने की सलाह दी है। साथ ही उन्होंने सर्दियों में सनस्क्रीन लगाने का महत्व भी बताया है। तो चलिए जानते हैं, इस बारे में अधिक विस्तार में (sunscreen in winter)।
डॉ. विजय सिंघल के अनुसार “अक्सर लोग ठंड के मौसम में धूप में समय बिताते हैं। उन्हें लगता है कि सूर्य की किरणें इस दौरान कमजोर होती हैं और उन्हें सनस्क्रीन लगाने की जरूरत नहीं है। लेकिन ऐसा नहीं है सर्दी में सूरज की अल्ट्रावायलेट या यूवी किरणें त्वचा को नुकसान पहुंचा सकती हैं। चाहे गर्मी हो या सर्दी इन किरणों का प्रभाव पूरे साल होता है (sunscreen in winter)। सर्दियों में धूप का प्रभाव कम होता है, लेकिन फिर भी यूवी किरणें वातावरण में बनी रहती हैं, जो हमारे शरीर पर नकारात्मक असर डाल सकती हैं। ऐसे में सर्दियों के मौसम में भी सनस्क्रीन लगाना बेहद जरूरी है।”
“सनस्क्रीन त्वचा को धूप से होने वाले नुकसान जैसे झुर्रियां, पिगमेंटेशन यहां तक कि स्किन कैंसर से प्रोटेक्शन देती हैं। सनस्क्रीन हमारी त्वचा को UV-A और UV-B किरणों से पूरी तरह सुरक्षा प्रदान करती है, जो स्किन एजिंग के अलावा त्वचा कैंसर का कारण बन सकते हैं। इसलिए, सनस्क्रीन का इस्तेमाल सर्दियों में भी उतना ही जरूरी है।”
“यदि आप दिन में बाहर जा रही हैं, तो आपको अपनी त्वचा को सुरक्षा देने के लिए पर्याप्त मात्रा में सनस्क्रीन लगाना चाहिए। साथ ही, सनस्क्रीन का इस्तेमाल केवल चेहरे पर नहीं, बल्कि पूरे शरीर पर करना चाहिए, विशेष रूप से हाथ, गर्दन और कानों पर। चाहे सर्दी हो या गर्मी, जब भी आप बाहर जाएं खासकर धूप में सनस्क्रीन लगाना न भूलें। सनस्क्रीन आपकी त्वचा को सुरक्षित रखने का एक बेहद आसान और प्रभावी तरीका है। इसके अलावा, कम से कम दिन में दो बार सनस्क्रीन जरूर अप्लाई करें और हर दो से तीन घंटे में दोबारा सनस्क्रीन लगाएं।”
ठंड में युवी किरणों का प्रभाव त्वचा को बुरी तरह से प्रभावित कर सकता है। सर्दियों में त्वचा पर सनस्क्रीन लगाने से एक सुरक्षात्मक अवरोध बनता है। यह कवच UVA और UVB किरणों से बचाता है। समय से पहले त्वचा को बुढ़ापे से बचाता है और सनबर्न के जोखिम को कम कर देता है।
ठंड के मौसम में सनस्क्रीन केवल धूप से प्रोटेक्शन नहीं देता, बल्कि यह एक अतिरिक्त मॉइस्चराइज़र के रूप में भी काम करता है। ठंड का मौसम त्वचा की प्राकृतिक नमी को छीन लेता है। सर्दियों के दौरान मॉइस्चराइज़िंग सनस्क्रीन का इस्तेमाल करने से नमी बरकरार रहती है, जिससे स्किन ड्राइनेस की समस्या नहीं होती।
सूरज की किरणों के संपर्क में लंबा समय बिताने से त्वचा कैंसर का जोखिम बना रहता है। सर्दियों में सनस्क्रीन को अपनी दिनचर्या में शामिल करके, आप एक ऐसी आदत बनाते हैं, जो त्वचा कैंसर के जोखिम को काफी हद तक कम करती है, जिससे त्वचा लंबे समय तक स्वस्थ रहती है।
सर्दियों में सनस्क्रीन एंटी-एजिंग सहयोगी के रूप में कार्य करता है। यूवीए किरणें त्वचा पर रिंकल और फाइन लाइन के खतरे को बढ़ा देते हैं। ठंड के मौसम में लगातार सनस्क्रीन का उपयोग करने से, आप अपनी त्वचा को उम्र बढ़ने के प्रभावों से बचा सकती हैं। यदि आप सर्दी में धूप में समय बिताती हैं, तो सनस्क्रीन लगाने से आपकी त्वचा को कोई नुकसान नहीं होता, और आपकी त्वचा लंबे समय तक यंग रहती है।
सर्दियों में सनस्क्रीन त्वचा की रंगत को एक समान बनाए रखने में मदद करता है। यूवी किरणों के संपर्क में आने से सनस्पॉट्स और असमान पिगमेंटेशन हो सकता है। सर्दियों में रोजाना सनस्क्रीन का इस्तेमाल एक निवारक उपाय के रूप में काम करता है, जिससे पिगमेंटेशन की संभावना कम हो जाती है। सर्दियों में सनस्क्रीन को अपनी नियमित स्किनकेयर रूटीन में शामिल करें, इस प्रकार आप आप स्मूद और एक एक सामान्य स्किन टोन प्राप्त कर सकती हैं।
यूवी किरणों के संपर्क में आने से स्किन की नेचुरल बैरियर रिपेयर प्रोसेस पर नकारात्मक असर पड़ता है। सर्दियों के दौरान सनस्क्रीन त्वचा की संरचना की रक्षा करने में सहायता करती है, जिससे त्वचा को प्रभावी ढंग से रिपेयर और पुनर्जीवित करने में मदद मिलती है।
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