गर्मी के मौसम में तेज़ धूप और बार बार आने वाले पसीने के कारण अक्सर स्किन संबधी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। त्वचा पर सीबम प्रोडक्शन बढ़ने से स्किन ऑयली हो जाती है, जो कील मुहांसों का कारण बन जाते हैं। तपती गर्मी में शरीर को हाइड्रेट रखने के साथ स्किन को हेल्दी और क्लीन बनाने रखने के लिए रिफ्रेशिंग खाद्य पदार्थों का सेवन बेहद कारगर साबित होता है। इससे स्किन का ग्लो बढ़ने लगता है और स्किन प्रॉबलम्स भी हल होने लगती हैं। जानते हैं गर्मी में स्किन को ग्लोइंग बनाए रखने वाले 6 हाइड्रेटिंग फूड्स।
इस बारे में डायटीशिन डॉ अदिति शर्मा बताती हैं कि विटामिन, मिनरल और एंटीऑक्सीडेंटस से भरपूर फलों और सब्जियों का सेवन करने से स्किन संबधी समस्याओं से राहत मिलती है। त्वचा को फ्री रेडिकल्स की समस्या से मुक्त रखने के लिए हाइड्रेटिंग फूड्स को अपने आहार में अवश्य शामिल करें। इससे समय से पहले चेहरे पर दिखने वाली महीने रेखाओं से मुक्ति मिल जाती है। इसके अलावा स्किन की इलास्टीसिटी बरकरार रहती है।
खट्टे फल, बीटरूट, जामुन, चेरी और ब्रोकली समेत अन्य खाद्य पदार्थ स्किन सेल्स के डैमेज होने की समस्या का रोककर सेल्फ को रिपेयर करने में फायदा पहुंचाते हैं। इससे त्वचा पर बढ़ने वाली एक्ने और डार्क सर्कल्स को भी रोका जा सकता है। इससे शरीर का ब्लड सर्कुलेशन नियमित बना रहता है।
आहार में अनानास यानि पाइनएप्पल को एड करने से शरीर को अमीनो एसिड की प्राप्ति होती है। इससे स्किन सेल्स और टिशू रिपेयर में मदद मिलती है। इसमें पाई जाने वाली विटामिन सी और ब्रोमीलेन की मात्रा स्किन इंफ्लामेशन और रैशेज की समस्या को भी हल करता है। गर्मी में बढ़ने वाले प्रदूषण और सन डैमेज से बचने के लिए पाइनएप्पल को जूस, प्यूरी और सैलेड के तौर पर खा सकते हैं।
एंटी बैक्टीरियल गुणों से भरपूर चेरी का सेवन करने से त्वचा पर बढ़ने वाले रैशेज और मुहांसों की समस्या हल हो जाती है। इसके अलावा अपने एंटी एजिंग गुणों के चलते चेहरे और गर्दन पर दिखने वाली फाइन लाइंस से भी राहत मिलने लगती है। इसमें पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंटस और बीटा कैरोटीन की मात्रा स्किन को फ्री रेडिकल्स के खतरे से बचाने में मदद करते हैं।
प्रोटीन और फाइबर का पावरहाउस बीटरूट स्किन और बालों दोनों के लिए फायदेमंद हैं। चुकंदर के जूस का सेवन करने से शरीर को एंटीऑक्सीडेंटस और बीटा कैरोटीन की प्राप्ति होती है। इससे स्किन पिगमेंटेशन और एक्ने की समस्या कम होने लगती है। सप्ताह में 2 से 3 बार इसका सेवन करने से ब्लड प्यूरिफाई होने लगता है, जिससे त्वचा पर इस्टेंट ग्लो नज़र आने लगता है। इससे स्किन हाइड्रेट रहती है और स्किन पर यूवी रेज़ के प्रभाव से होने वाले रैशेज भी कम हो जाते हैं।
एवोकोडो में हेल्दी फैट्स की प्रचुर मात्रा पाई जाती है। इसे खाने से स्किन मॉइश्चराइज़ रहती है और त्वचा का लचीलापन भी बढ़ने लगता है। विटामिन ई और विटामिन सी से भरपूर एवोकाडो से त्वचा में कोलेजन की मात्रा बढ़ने लगती है। इससे स्किन पर नेचुरल ग्लो बना रहता है। इसे आहार में शामिल करने से स्किन पर नज़र आने वाली एजिंग साइंस का खतरा भी कम होने लगता है।
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ के अनुसार विटामिन, मिनरल और केरोटीनॉइड्स से भरपूर ब्रोकली का सेवन करने से त्वचा संक्रमण से मुक्त रहती है। ब्रोकली में पाई जाने वाली सल्फोराफेन की मात्रा त्वचा को स्किन कैंसर से प्रोटेक्ट करती है। इसके अलावा यूवी किरणों के प्रभाव से भी मुक्ति मिल जाती है। सल्फोराफेन से त्वचा में कोलेजन की मात्रा बढ़ने लगती है और डैमेज स्किन सेल्स को रिपेयर करने में भी मदद मिलती है।
ग्रीन टी में पाए जाने वाले कंपाउड को कैटेचिन कहा जाता है। इससे धूप की किरणों से बढ़ने वाली सन डैमेज और एजिंग से राहत मिल जाती है। इसमें पाए जाने वाले एंटीऑक्सिडेंट स्किन को हेल्दी बनाए रखने में मदद करते हैं। त्वचा की इलास्टीसिटी और मॉइश्चर को बरकरार रखने के लिए ग्रीन टी का सेवन फायदेमंद होता है। इसके अलावा त्वचा को हाइड्रेट भी रखता है।
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