एजिंग एक नेचुरल प्रोसेस है, जो 30 की उम्र के बाद महिलाओं की त्वचा पर नजर आना शुरू हो जाता है। त्वचा का ढीला पड़ना, त्वचा पर झुर्रियां एवं फाइन लाइंस नजर आना, इसके साथ ही कुछ महिलाओं में उम्र के साथ त्वचा पर पिगमेंटेशन और डार्क स्पॉट्स भी नजर आने लगते हैं। आमतौर पर महिलाएं त्वचा में हो रहे इन बदलाव को आसानी से एक्सेप्ट नहीं कर पाती हैं, और बेहद परेशान रहने लगते हैं। हालांकि, एजिंग को हमें खुलकर इंजॉय करना चाहिए, क्योंकि यह जीवन का एक हल्दी हिस्सा है।
वहीं कुछ महिलाओं की त्वचा पर एजिंग के निशान समय से पहले नजर आने लगते हैं। यदि आप प्रीमेचराइजिंग से बचना चाहती हैं, तो 30 की उम्र पार करने से पहले अपने स्किन केयर रूटीन में कुछ चीजों को फॉलो करना शुरू कर दें। इस प्रकार त्वचा में प्राकृतिक ग्लो बरकरार रहता है और आपकी त्वचा लंबे समय तक यंग नजर आती है। जब आप नियमित स्किन केयर रूटीन अपना रही होती हैं, तो आपकी त्वचा पर एजिंग के निशान स्वस्थ रूप से नजर आते हैं, जिससे कि आप इन्हें लेकर चिंतित नहीं होती।
तो चलिए बिना देर किए जानते हैं, 30 की उम्र पार करने वाली महिलाओं के लिए कुछ जरूरी एंटी एजिंग स्किन केयर टिप्स (anti aging skin care routine)। इन्हें रोजाना फॉलो करें, इससे आपकी त्वचा को ग्लो मेंटेन रखने में मदद मिलेगी (anti aging skin care routine)।
त्वचा पर जमे धूल, गंदगी और प्रदूषण त्वचा में ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस का निर्माण करते हैं, जिससे कि समय से पहले त्वचा एजिंग का शिकार हो सकती है। ऐसे में डबल क्लींजिंग मेथड आपकी त्वचा से धूल गंदगी एवं प्रदूषण को पूरी तरह से क्लीन कर देता है, जिससे कि आपकी त्वचा पर प्रदूषकों का प्रभाव बेहद कम हो जाता है। इस प्रकार आपकी त्वचा स्वस्थ रहती है और एजिंग के निशान भी समय से पहले नजर नहीं आते।
डबल क्लींजिंग मेथड के लिए अपने पसंदीदा किसी भी क्लींजर की मदद से चेहरे को क्लीन करें, उसके बाद त्वचा पर दोबारा से फेस वॉश करें। फेस वॉश के बाद त्वचा को किसी मुलायम सूती कपड़े से साफ कर लें। इस प्रकार आपकी त्वचा के पोर्स में जमी गंदगी भी बाहर निकल आती है।
आंखों के आसपास की त्वचा बेहद पतली और संवेदनशील होती है, वहीं एजिंग के निशान सबसे पहले इन्हीं हिस्सों में नजर आना शुरू होते हैं, इसलिए इनका ध्यान रखना बहुत जरूरी है (anti aging skin care routine)। नियमित रूप से आई क्रीम का इस्तेमाल जरूर करें, ताकि आंखों के आसपास की त्वचा में नमी बनी रहे और इन्हें पर्याप्त पोषण मिलता रहे।
फाइन लाइंस की शुरुआत आपके अंडर आई एरिया से होती है, साथ ही इनमें डार्क सर्कल बन जाते हैं, जो त्वचा की रौनक छीन सकते हैं।
ऐसे में अपने आंखों के आसपास की पर रेटिनोल आई क्रीम और सीरम अप्लाई करें। यदि आप घरेलू नुस्खे आजमाना चाहती हैं, तो एलोवेरा जेल, बादाम का होममेड क्रीम, शहद और कच्चा दूध भी अपने आंखों के नीचे अप्लाई कर सकती हैं, इनके अपने कई फायदे हैं।
रोजाना फेशियल एक्सरसाइज करने से चेहरे में ब्लड सर्कुलेशन बढ़ जाता है, जिससे की त्वचा तक पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन और पोषक तत्व पहुंचते हैं। इस प्रकार त्वचा में प्राकृतिक ग्लो बरकरार रहता है और त्वचा लंबे समय तक यंग नजर आती है।
फेशियल एक्सरसाइज करना बहुत आसान है आप अपनी उंगलियों को सर्कुलर मोशन में घूमते हुए अपनी त्वचा के सभी हिस्सों की मसाज कर सकती हैं। इसके अलावा अपने मुंह में हवा भरे और इसे कुछ देर तक होल्ड करके रखें उसके बाद उसे छोड़ दें ऐसा 5 से 7 बार दोहराएं। इतना ही नहीं आप चाहे तो गुब्बारे भी फूला सकती हैं, यह एक बेहद प्रभावी फेशियल एक्सरसाइज साबित हो सकता है। इसके अलावा मसाज करने के लिए जेड रोलर का इस्तेमाल करें।
आजकल सनस्क्रीन को लेकर जागरूकता बढ़ गई है और महिलाएं धूप में जाने से पहले सनस्क्रीन अप्लाई करने लगी हैं। परंतु फिर भी कई ऐसी महिला हैं, जिन्हें यह नहीं मालूम है कि घर के अंदर भी सनस्क्रीन लगाना जरूरी है। सूरज की हानिकारक किरणों का प्रभाव घर के अंदर भी आता है इसलिए त्वचा पर सनस्क्रीन की एक अच्छी लेयर जरू लगाएं।
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हमेशा 30 एसपीएफ से ऊपर की सनस्क्रीन चुने। इस प्रकार आप त्वचा पर सूरज के हानिकारक किरणों के प्रभाव से होने वाले डैमेज से अपनी त्वचा को बचा सकती हैं। सूरज की हानिकारक किरणें त्वचा को समय से पहले बूढ़ा बना सकती हैं। वहीं यदि बाहर धूप में जा रही हैं, तो सनस्क्रीन लगाने के बाद चेहरे को स्कार्फ से भी कवर कर लें।
बढ़ती उम्र के साथ अपने खान-पान के प्रति अधिक सचेत होने की आवश्यकता होती है। विशेष विशेष रूप से यदि आप खुद को एजिंग के प्रभाव से बचना चाहती हैं, तो अपने नियमित डाइट में कुछ उचित बदलाव लाएं। पर्याप्त पानी पिएं, साथ ही अन्य हाइड्रेटिंग ड्रिंक का सेवन करें, ताकि आपकी त्वचा में हाइड्रेशन और नमी बरकरार रहे।
इसके अलावा एंटीऑक्सीडेंट युक्त खाद्य पदार्थों का जितना हो सके उतना अधिक सेवन करें, ताकि फ्री रेडिकल्स का प्रभाव आपकी त्वचा और शारीरिक स्वास्थ्य को प्रभावित न कर सके। ताजे फल, सब्जियां, दाल, अनाज आदि जैसे स्वस्थ विकल्पों का चयन करें।
रेटिनो, ह्वालूरॉनिक एसिड सहित नाइसिनेमाइट जैसे एंटी एजिंग सीरम को अपनी नियमित स्किन केयर रूटीन में शामिल करें। इन्हे अपनी त्वचा पर अप्लाई करने से पहले स्किन टाइप को लेकर डर्मेटोलॉजिस्ट की सलाह ले सकती हैं। वहीं यदि आप इन्हे पहले से लगाती आ रही हैं, और आपको मालूम है कि आपकी त्वचा के लिए क्या अधिक बेहतर है, तो इसे अपने प्रेफरेंस अनुसार अप्लाई करें।
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